शिक्षा के मंदिर की बिल्डिंग में चला दी मौत का सामान बनाने की फैक्ट्री
बदमाशों ने दुस्साहसिक तरीके से इंटर कॉलेज की खाली पड़ी पुरानी बिल्डिंग में ही मौत का सामान बनाने की फैक्ट्री चला दी।
मुजफ्फरनगर। बदमाशों ने दुस्साहसिक तरीके से इंटर कॉलेज की खाली पड़ी पुरानी बिल्डिंग में ही मौत का सामान बनाने की फैक्ट्री चला दी। पुलिस द्वारा की गई छापामार कार्यवाही में शिक्षा के मंदिर में अवैध तमंचा बनाने की फैक्ट्री चलने का भंडाफोड़ हुआ। जिसके चलते पुलिस द्वारा मुठभेड के बाद चार बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस को मौके से बने व अधबने तमंचों के अलावा मौत का सामान बनाने के उपकरण बरामद किए हैं।
मंगलवार को जिला मुख्यालय पर हुई प्रेस वार्ता में एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि मंसूरपुर थाना प्रभारी केपी सिंह ने उपनिरीक्षक मशकूर अली तथा उप निरीक्षक धीरेंद्र सिंह तथा अपने सहयोगियों के साथ मुखबिर से सूचना मिलने पर मंसूरपुर से दूधाखेड़ी जाने वाले रास्ते पर राजबाहे के पास स्थित महर्षि दयानंद इंटर कॉलेज की खाली पड़ी पुरानी बिल्डिंग में छापामार कार्यवाही की। जहां पर तमंचा बनाने की फैक्ट्री चलाकर मौत का सामान बनाते हुए 4 व्यक्तियों को मुठभेड़ के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।
इस दौरान एक आरोपी चंद्रसेन पुत्र लाल सिंह निवासी ग्राम शेरनगर थाना नई मंडी मुजफ्फरनगर पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया है कि पुलिस द्वारा पकड़े गए बदमाश अवैध हथियार बनाकर जनपद और अन्य स्थानों पर बेचते थे। मौके पर आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में बने और अधबने तमंचे के अलावा मौत का सामान बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में इकराम पुत्र साजिद निवासी दूधाखेड़ी थाना मंसूरपुर, नीरज पुत्र रामपाल निवासी ग्राम जोहरा थाना मंसूरपुर, भीकम सिंह पुत्र राजाराम निवासी ग्राम कवाल थाना जानसठ तथा राकेश पुत्र रमेश चंद निवासी अंबेडकर वाली गली ग्राम अलमासपुर थाना नई मंडी मुजफ्फरनगर शामिल है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है।