खतौनी में विरासत दर्ज कराने को डीएम ने ग्रामीणों से किया संवाद
खतौनी में दर्ज कराये जाने के विशेष अभियान के अन्तर्गत ग्रामवासियों के साथ सीधा संवाद कर अभियान व योजनाओं की जानकारी दी
मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने निर्विवाद उत्तराधिकार (विरासत) खतौनी में दर्ज कराये जाने के विशेष अभियान के अन्तर्गत आज ग्राम पलडा, आदमपुर व भौराखुर्द में खुली बैठक कर ग्रामवासियों के साथ सीधा संवाद कर अभियान व योजनाओं की जानकारी दी। डीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार निर्विवाद उत्तराधिकार (विरासत) खतौनी में दर्ज कराये जाने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। 15 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक राजस्व, तहसील अधिकारियों द्वारा भ्रमण कर राजस्व ग्रामों में प्रचार-प्रसार तथा खतौनियों को पढ़ा जायेगा तथा लेखपाल द्वारा विरासत हेतु प्रार्थना पत्र प्राप्त कर उन्हें ऑनलाइन भरा जायेगा। उन्होंने बताया कि 31 दिसम्बर से 15 जनवरी 2021 तक क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा परिषदादेश सं. 9616/4-3/2018 (विरासत) दिनांक 29 अक्टूबर 2018 में दी गयी व्यवस्था लेखपाल द्वारा ऑनलाइन जांच की प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से 31 जनवरी तक राजस्व निरीक्षकों द्वारा परिषदादेश सं.9616/4-3/2018 (विरासत) दिनांक 29 अक्टूबर 2018 में दी गयी व्यवस्था राजस्व निरीक्षक जांच एवं आदेश पारित करने की प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही की जायेगी। 16 जनवरी से 31 जनवरी तक राजस्व निरीक्षक (कार्यालय) द्वारा राजस्व निरीक्षक के नामान्तरण आदेश को आर-6 में दर्ज करने के पश्चात खतौनी की प्रविष्टियों को भूलेख साॅफ्टवेयर में अद्यावधिक भी किया जायेगा। 1 फरवरी से 7 फरवरी 2021 तक जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उप जिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जायेगा कि उनके क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष नहीं है। 8 फरवरी से 15 फरवरी तक अभियान के अन्त में जिलाधिकारी द्वारा जनपद के प्रत्येक तहसील के दस प्रतिशत राजस्व ग्रामों के रैंडमली चिन्हित करते हुए उनमें अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की जांच करायी जायेगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई प्रकरण दर्ज होने से बचा नहीं है। 31 दिसम्बर 2020, 17 जनवरी तथा 2 फरवरी को जनपद की प्रगति रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप में परिषद की वेबसाइट पर फीड किया जायेगा तथा 20 फरवरी तक जनपद द्वारा परिषद को संलग्न निर्धारित प्रारूप पर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये जायेंगे।
इस अभियान के अन्तर्गत ग्राम पलड़ा में 7 प्रकरण, आदमपुर में 10 व भौराखुर्द में 2 प्रकरणों में वारिसों के नाम खतौनी में दर्ज कर लिए गये हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामवासी 30 रूपये देकर डिजीटल खतौनी ग्राम सचिवालय से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि लेखपाल व सचिव एक ही दिन ग्राम सचिवालय में बैठेंगे ताकि ग्रामवासियों की समस्याओं का समाधान हो सके। इस अवसर पर एसडीएम, तहसीलदार सहित ग्राम प्रधान व ग्रामवासी उपस्थित थे।