कांग्रेस ने झोंकी ताकत-प्रदेश अध्यक्ष ने किया महापंचायत स्थल का दौरा
अन्य नेताओं के साथ बघरा पहुंचकर महापंचायत स्थल की तैयारियों का निरीक्षण कर नेताओं के साथ विचार विमर्श किया।
मुजफ्फरनगर। नए किसी कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के बीच सरकार के साथ घमासान करने के लिए मैदान में उतरी कांग्रेस की बघरा में शनिवार को होने वाली किसान जवान महापंचायत की सफलता के लिए नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने पूर्व विधायक पंकज मलिक व अन्य नेताओं के साथ बघरा पहुंचकर महापंचायत स्थल की तैयारियों का निरीक्षण कर नेताओं के साथ विचार विमर्श किया।
शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पार्टी के उपाध्यक्ष पूर्व विधायक पंकज मलिक, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुबोध शर्मा व अन्य नेताओं के साथ जनपद के गांव बघरा पहुंचे जहां उन्होंने शनिवार को कल्याणकारी इंटर काॅलेज के मैदान पर होने वाली पार्टी की किसान जवान पंचायत की तैयारियों का जायजा लिया। काफी समय तक उन्होंने महापंचायत स्थल पर चल रही तैयारियों को गंभीरता के साथ देखा और बाद में पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, उपाध्यक्ष पूर्व विधायक पंकज मलिक, जिला अध्यक्ष सुबोध शर्मा समेत अन्य नेताओं के साथ विचार विमर्श किया और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। गौरतलब है कि देश में नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन चल रहा है। पिछले लगभग 3 माह से किसान राजधानी दिल्ली के गाजीपुर, सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर धरना दिए हुए बैठे हैं। देश के अन्य विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस भी नये कृषि कानूनों को विरोध करते हुए किसानों को अपना समर्थन देने के लिए मैदान में उतरी हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अभी तक कई किसान महापंचायत कर चुकी है। इन किसान महापंचायतों में शामिल होकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसानों को पार्टी से जोड़ने की कोशिशें की है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अभी तक हुई कांग्रेस की लगभग सभी किसान महापंचायतों में पार्टी नेताओं की उम्मीद से भी अधिक किसानों की भीड उमडी है। जिसके चलते कांग्रेस ने अब बघरा में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस की किसान जवान महापंचायत की सफलता को पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और पूर्व विधायक एवं कांग्रेस उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड लिया है। जिस तरह से पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक की किसानों के बीच गहरी पैठ है, उसके चलते किसान जवान महापंचायत के सफल रहने के अनुमान राजनीतिक क्षेत्रों में लगाए जा रहे हैं।