बिजली विभाग का कमाल एक जेई की दूरी 100 मीटर तो दूसरे की 29
सरकार बिजली चोरी के मामलों को रोकने के लिये जनता को अधिक से अधिक बिजली कनेक्शन देने के लिए प्रयासरत है।
मुजफ्फरनगर। बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर ने अपने अनुमानों का कमाल दिखाते हुए अधिक दूरी की वजह बताकर दो व्यक्तियों को बिजली कनेक्शन देने से इंकार कर दिया। चेयरमैन के धरने प्रदर्शन से मचे बवाल के बाद जब बिजली विभाग के ही एक अन्य जेई से पैमाइश कराई गई तो वह महज 29 मीटर ही निकली। विभाग की ओर से इसे लेकर पीड़ितों को कनेक्शन देने की कार्यवाही तो शुरू कर दी गई लेकिन बिना ठोस आधार के कनेक्शन देने से इंकार करने वाले जेई के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।
दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार बिजली चोरी के मामलों को रोकने के लिये जनता को अधिक से अधिक बिजली कनेक्शन देने के लिए प्रयासरत है। लेकिन पुरकाजी का बिजली विभाग सरकार की मंशा के खिलाफ मोर्चा खोलकर कनेक्शन ना देने के बहाने ढूंढकर लोगों के आवेदन निरस्त कर रहा हैं। मंगलवार को आवेदन निरस्त कर दिये जाने से आहत पीडित लोग पुरकाजी नगर पंचायत चेयरमैन जहीर फ़ारूक़ी के नेतृत्व में स्थानीय बिजली घर गए और वहां दरी डालकर धरने पर बैठ गए। चेयरमैन ने बताया कि धर्मसिंह और तहसीन नाम के गरीब व्यक्तियों ने 350 रुपये खर्च करके नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। उनके घर से पोल की दूरी 30 मीटर भी नही है और पुरकाजी जेई ने 100 मीटर से अधिक दूरी लिखकर आवेदन निरस्त कर दिया है। जबकि तहसीन जिसका आवेदन जेई ने निरस्त किया है उससे आगे के लोगो को कनेक्शन दे दिया। चेयरमैन जहीर फ़ारूक़ी को यह बात नागवार गुजरी और इसी बात को लेकर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक घर से पोल तक कि दूरी जेई से बड़े अधिकारी द्वारा नापी नही जाएगी वह धरने से नही उठेंगे। एसडीओ पुरकाजी अजय यादव ने बिजली घर पर मौजूद मीरापुर जेई सर्वेश कुमार के साथ संजय बाबू को मौके पर फीता लेकर भेजा और तहसीन की रिपोर्ट पर पैमाइश करायी तो जेई की 100 मीटर की दूरी वाली रिपोर्ट झूठी पायी गयी। मौके पर मात्र 29 मीटर की दूरी मिली है। धरने पर पहुंचकर एसडीओ पुरकाजी ने सभी निरस्त कनेक्शनों को दोबारा जाँच कराकर नए कनेक्शन देने की बात कही और जेई के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन दिया। तब जाकर धरना समाप्त हुआ जहीर फ़ारूक़ी ने कहा सरकार तो कनेक्शन दे रही है लेकिन जेई जैसे लोग सरकार को बदनाम कराते हैं।