लिट्टे को फिर से खड़ा के करने के मामले में 14वें आरोपी के खिलाफ....
चेन्नई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) के श्रीलंका और भारत में फिर से सक्रिय होने से संबंधित एक मामले में एक और आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
एनआईए की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गयी है। एनआईए कोच्चि शाखा द्वारा यहां पूनामल्ली में बम विस्फोट मामलों की विशेष सुनवाई के लिए एनआईए मामलों की विशेष अदालत/सत्र न्यायालय के समक्ष शनिवार शाम को आरोप पत्र दायर किया गया। लिंगम.ए उर्फ आदिलिंगम इस मामले में 14वां आरोपी है, जिसके खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया है। इस मामले में अब तक 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
आदिलिंगम पर नशीले पदार्थों और हथियारों के अवैध व्यापार के माध्यम से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन को पुनर्जीवित करने की साजिश रचने और काम करने का आरोप लगाया गया है। उसने मादक पदार्थों की बिक्री से प्राप्त हवाला धन के संग्रह के लिए एक एजेंट के रूप में भी काम किया था, जिसे लिट्टे की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आगे वितरित किया जा रहा था। अदालत के समक्ष दायर पूरक आरोप पत्र में एजेंसी ने पूरी साजिश में आदिलिंगम की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया है।
आरोपपत्र से पता चलता है कि आरोपी तमिल फिल्म उद्योग में प्रोडक्शन एक्जीक्यूटिव के रूप में काम कर रहा था, लेकिन वह गुप्त रूप से प्रमुख लिट्टे नेताओं/कैडरों और ड्रग तस्करों के प्रमुख संचालक के रूप में काम कर रहा था, जिसमें श्रीलंका के नागरिक गुनासेकरन और उसके पुत्र थिलिपन भी शामिल थे। इससे पहले, 15 जून, 2023 को एनआईए ने 13 आरोपियों के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें उन पर हिंद महासागर के क्षेत्रीय जल में आतंकवादी गतिविधियों और मादक पदार्थों की तस्करी को अंजाम देने के लिए तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।