पत्नी की अर्जी पर पति का 5 महीने बाद निकला कब्र से शव

पत्नी की अर्जी पर पति का 5 महीने बाद निकला कब्र से शव

मुरादाबाद। जनपद के थाना गलशहीद क्षेत्र में करीब पांच महीने पहले पीतल कारोबारी का इंतेकाल हो गया था। मौत के वक्त पीतल कारोबारी के बेटे ने कोरोना संक्रमण के चलते कानूनी कार्रवाई से इंकार कर दिया था और शव को दफना दिया था। मौत कुछ दिन पश्चात पीतल कारोबारी की पत्नी ने कोर्ट में हत्या का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया। स्थानीय पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर कब्र से जमील के शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिय भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।

गौरतलब है कि थाना गलशहीद क्षेत्र के मोहल्ला असालतपुरा सीधी सराय निवासी जमील अहमद पीतल के कारोबारी थे। जमील अहमद का बेटा जीशान दुबई में नौकरी करता है। उनकी बेटी की शादी हो चुकी है, वह न्यूजीलैंड में रहती है। जमील अहमद अपनी वाईफ के साथ गलशहीद थाना क्षेत्र में ही रहते थे। उनकी पत्नी का नाम शादमा परवीन है। पांच महीने पहले जमील अहमद की मृत्यु हो गई थी। जब जमील अहमद की मौत की जानकारी उसके बेटे जीशान को हुई, तो उसने कोरोना संक्रमण के कारणवश कानूनी कार्रवाई से इंकार कर दिया था और बिना पोस्टमार्टम कराये ही उसके शव को सुपुर्दे खाकर कर दिया गया था। शादमा परवीन जमील अहमद के इंतेकाल के बाद अपने भाई शमशाद के साथ अपने घर रह रही हैं।

जमील अहमद की पत्नी शादमा परवीन ने एसएसपी मुरादाबाद को एप्लीकेशन देकर आरोप लगाया कि उनके पति जमील अहमद की हत्या हुई है। उनकी पत्नी ने कहा कि जमील अहमद का आवास निर्माण को लेकर उनकी भांजियों से विवाद हुआ था। इसी दौरान भांजियों ने जमील अहमद के साथ मारपीट कर धारदार हथियार से हमला कर दिया था। जमील की पत्नी शादमा ने कहा कि इंतेकाल के दौरान वह अपने बेटे जीशान के कहने से शांत हो गई थी। उसने इस मामले की कोर्ट में भी अर्जी लगा दी थी। कोर्ट ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली और कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिये थे। गलशहीद थानाध्यक्ष ने कोर्ट के आदेश और उच्चाधिकारियों के हुक्म पर कब्र से जमील के शव का निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।




epmty
epmty
Top