उपलब्धियों से फिर सरकार बनाएंगे त्रिवेन्द्र

उपलब्धियों से फिर सरकार बनाएंगे त्रिवेन्द्र

देहरादून। उत्तर प्रदेश की तरह ही उत्तराखण्ड में भी विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ रही है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस में अन्तर्कलह अभी से दिखाई पड़ने लगी जब प्रदेश प्रभारी कहते हैं कि पार्टी के नाम पर चुनाव लड़ा जाएगा तब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सीएम का चेहरा सामने लाकर चुनाव लड़े जाएं। कांग्रेस की हालत देखकर सत्तारूढ़ भाजपा निश्चिंत जैसी लग रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गत दिनों अल्मोड़ा में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनायीं। वह कहते हैं कि उपलब्धियों के सहारे ही हम पुनः सरकार बनाएंगे। अभी 22 जनवरी को देहरादून में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उन्हीं के आवास पर मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। बैठक में खासकर छात्रों के भविष्य पर फोकस रहा था। इसी बैठक में अनुसूचित जाति-जनजाति के 42641 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया गया था। ध्यान रहे राज्य में 2017-18 और 2018-19 के दौरान केन्द्र से छात्रवृत्ति आवंटन न होने से अनुसूचित जाति के 22492 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति नहीं मिल पायी थी। इस प्रकार मुख्यमंत्री इलेक्शन मोड में आ गये हैं। मंत्रियों के जिलों में दौरे होने वाले हैं।


पिछले दिनों अल्मोड़ा में दो दिन के दौरे पर पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकार की उपलब्धिया गिनाईं। इसके साथ ही उन्होंने जिला विकास प्राधिकरण को स्थगित करने की घोषणा की। सीएम ने कहा कि जल्द ही इसका शासनादेश भी जारी हो जायेगा। शिक्षा का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि 12वीं तक के लिये एनसीईआरटी का पाठयक्रम लागू कर दिया गया है। सीएम ने कहा कि 500 विद्यालयों में वर्चुवल क्लास की व्यवस्था की गई थी, लेकिन कोविड के कारण सभी जगहों पर यह शुरू नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में देश के किसी भी राज्य में उच्च शिक्षा में 97 प्रतिशत फैकल्टी नहीं है, लेकिन उत्तराखण्ड में 97 प्रतिशत फैकल्टी है। उन्होंने कहा कि जब मैंने चार्ज लिया था तो कॉलेज में 60 प्रतिशत ही भवन थे। इस समय 70 से अधिक प्रतिशत कॉलेज के अपने भवन बन चुके होगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 4 वर्षो के कार्यकाल के दौरान सबसे अधिक सड़के बनी हैं। उन्होंने बताया कि 121 पुलों के लिये केंद्र से बजट मिला है। स्वास्थ्य सेक्टर में सबसे अधिक भर्ती की बात भी सीएम ने कही। सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अल्मोड़ा जिले में 150 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक ले जाने के लिए कहा। इसके साथ ही सीएम ने पिछले 4 साल की योजनाओं के बारे में भी बताया।

नवम्बर 2017 में प्रदेश भर में विकास प्राधिकरण लागू किया गया था। जिसे जिले के दौरे पर आकर सीएम ने स्थगित कर दिया है और प्रदेशवासियों को कहा कि जल्दी ही इसके लिए आदेश जारी हो जायेगें, सीएम ने कहा कि पर्वतीय जिलों में आकर पता चला कि लोगों को इससे काफी दिक्कतें हो रही है। उत्तराखंड के हरिद्वार में लगने वाले महाकुंभ 2021 को लेकर सरकार तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी हुई है। आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार दौरे पर हैं। रावत का डेढ़ महीने में दूसरा दौरा था। जहां सीएम ने कुंभ के निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून से हरिद्वार सड़क मार्ग से पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देहरादून-हरिद्वार के बीच बन रहे हाईवे का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री का काफिला लाल तप्पड़ में निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर रुका। यहां मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से फ्लाई ओवर निर्माण कार्य को लेकर जानकारी ली। निर्माण एजेंसी ने बताया कि फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अपनी डेटलाइन के अनुसार 31 जनवरी तक कंप्लीट हो जाएगा।


सीएम त्रिवेंद्र रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कुंभ के सभी काम अपने नियत समय पर पूरे हो रहे हैं। एक अन्य सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कल कोरोना के लेकर नई एसओपी जारी की है, राज्य सरकार उसी के अनुरूप अनुरूप आगे का निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना का सेकेंड और थर्ड स्ट्रेन भी आ चुका है।

इस टूर में मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव ओम प्रकाश समेत संबंधित विभागों के अफसर भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री हरिद्वार में कुंभ कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा के स्नान के साथ ही एक तरह से महाकुंभ का विधिवत आगाज हो जाएगा और 11 मार्च को कुंभ का पहला शाही स्नान है।

सीएम त्रिवेंद्र रावत का पिछले डेढ़ महीने में हरिद्वार का ये दूसरा दौरा था, जब वे कुंभ कार्यों का निरीक्षण कर रहे थे। मुख्यमंत्री लगातार कुम्भ कार्यों की मॉनिटरिंग करते रहे हैं। फिर चाहे वह अखाड़ों के साथ बातचीत कर कुंभ की व्यवस्थाओं को आकार देने की बात हो या फिर निर्माण कार्यों के समय पर संपन्न होने का चैलेंज। पिछले कुछ समय में हरिद्वार-देहरादून हाइवे का तेजी के साथ काम हुआ। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि इसके लिए काम की प्रॉपर मॉनिटरिंग जरूरी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र का हर कदम राज्य के विधानसभा चुनाव को देखते हुए उठ रहा है। (हिफी)

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