सरकार का दावा कांवड़ यात्रा रदद-कांवडियें गंगोत्री से ला रहे गंगाजल

सरकार का दावा कांवड़ यात्रा रदद-कांवडियें गंगोत्री से ला रहे गंगाजल

उत्तरकाशी। सुप्रीम कोर्ट के सामने खड़ी होकर वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को रद्द करने का दावा करने वाली उत्तराखंड सरकार की कथनी और करनी में भारी अंतर दिखाई दे रहा है। राजस्थान से आये कांवडियों का एक दल गंगोत्री धाम से जल भरने के बाद उत्तरकाशी बाजार के होते हुए अपने गंतव्य को जा रहा था। इनको ना तो किसी पुलिस ने रोका और ना हीं कहीं पर क्वारंटाइन किया गया।

उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से कोरोना वायरस की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यहां तक कि शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में कांवड़ यात्रा की अनुमति को लेकर की गई सुनवाई के दौरान भी उत्तराखंड सरकार की ओर से दावा किया गया है कि उसकी ओर से राज्य में कांवड़ यात्रा पर पाबंदी लगाई गई है। गंगाजल लेने के लिए कांवड़िए हरिद्वार, ऋषिकेश और गंगोत्री अथवा गोमुख ना पहुंचाएं, इसके लिए पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने इंफोर्समेंट टीम गठित कर उसको पाबंदियों को सख्ती के साथ लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके बावजूद राजस्थान, हरियाणा समेत विभिन्न प्रदेशों के जनपदों से आने वाले कांवड़ियें जल भरने के लिए गंगोत्री धाम पहुंच रहे हैं। हालांकि धराली के पास से चलने वाले कई कांवडियों का पुलिस ने चालान कर दिया है। लेकिन शनिवार को उत्तरकाशी में प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार के कांवड़ यात्रा पर पाबंदी के आदेश उस समय तार तार होते दिखाई दिए जब राजस्थान के 5 कांवड़ियों का एक दल गंगोत्री धाम से जल भरने के बाद उत्तरकाशी बाजार से होते हुए अपने गंतव्य की ओर चला गया। इस दल में शामिल कांवडियों को ना तो किसी स्थान पर पुलिस द्वारा रोका और न ही इन्हें कहीं पर क्वारटीन किया गया। सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा पर लगाई गई पाबंदी पर अब लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं। लोगों का मानना है कि अगर कांवड़ियों को रोका नहीं गया तो इससे काफी नुकसान हो सकता है। क्योंकि बाहरी राज्यों से लोगों के आने से कोरोना फैलने का खतरा बढ़ जाता है। उधर उत्तरकाशी जीप, कमांडर, सूमो, मैक्स, टेंपो, ट्रैवलर एवं चालक मालिक कल्याण समिति के अध्यक्ष पुष्कर सिंह मालवाड़ा ने बताया कि पुलिस उनकी यूनियन के वाहनों को धराली हर्षिल के पास रोक रही है। लेकिन हरियाणा व राजस्थान समेत बाहरी प्रदेशों से आने वाली गाड़ियां सीधे गंगोत्री धाम पहुंच रही है। गंगोत्री धाम से कांवड़ियों द्वारा जल लाने पर उत्तरकाशी एसपी मणिकांत मिश्रा का कहना है कि कांवडियों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। यदि इसके बावजूद भी कोई कांवड़िया चोरी-छिपे जिले में प्रवेश कर पहुंचा है तो इस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

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