हरिद्वार महाकुंभ पर भी कोरोना का साया, आज हो सकता है खत्म

हरिद्वार महाकुंभ पर भी कोरोना का साया, आज हो सकता है खत्म

हरिद्वार। उत्तराखंड की विश्व विख्यात तीर्थनगरी हरिद्वार में आयोजित किये जा रहे महाकुंभ की आज समाप्ति की घोषणा की जा सकती है। जानकार सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड सरकार और धार्मिक नेताओं के बीच कई घंटे की गहन चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है।

बुधवार को गंगा नदी के तट पर होने वाले महाकुंभ के कार्यक्रम में फिलहाल पवित्र गंगा में डुबकी लगाने के लिए हजारों की संख्या में लोग तीर्थ नगरी में पहुंचे हुए हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ ने देशभर में कोरोना के मामले बढ़ने को लेकर चिंता बढ़ा दी थी। बुधवार की सवेरे साधु संतों के साथ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने शाही स्नान के लिए तीर्थ नगरी के मुख्य घाट हर की पौड़ी में डुबकी लगाई। सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम आज तीसरा प्रमुख स्थान था। राज्य सरकार का कहना है की अपरान्ह 2.00 बजे तक 943452 श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमा लिया था। पुलिस अधिकारी संजय गुंज्याल ने पत्रकारों से कहा की गैर भीड़भाड़ वाले घाटों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया गया है। लेकिन मुख्य घाटों पर मौजूद लोगों पर जुर्माना लगाना बहुत मुश्किल भरा काम है। महाकुंभ के अगले स्नान के लिये 27 अप्रैल का दिन निर्धारित है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रव्यापी आलोचना और कोरोना संक्रमण को लेकर बढ़ रही चिंताओं के बीच राज्य सरकार साधु संतों के शक्तिशाली अखाड़ा वह दृष्टा समूह को मनाने की कोशिश कर रही है। जिससे कि वह तीर्थ नगरी हरिद्वार से चले जाएं। इसकी वजह है कुंभ में नजर आ रही रिकॉर्ड भीड़। उत्तराखंड पुलिस के प्रमुख अशोक कुमार ने कहा है कि दोपहर तक 1000000 लोगों ने पवित्र गंगा नदी में स्नान किया है। कुंभ में कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं थी और न ही कोई साधु और उनके अनुयाई घाट पर मास्क लगाए हुए नजर आए। वैसे ही घाट पर घूमते और नदी में डुबकी लगाते हुए मिले।













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