उत्तराखण्ड की बेटी बनी अयोध्या रामलीला की सीता

उत्तराखण्ड की बेटी बनी अयोध्या रामलीला की सीता

देहरादून। शारदीय नवरात्र का पहला दिन था। अयोध्या में इकलौती और एतिहासिक रामलीला का आयोजन हो रहा है। अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के बाद पहली बार इतने बड़े स्तर पर हो रहे रामलीला के आयोजन में सबकी नजरें पुरुषोत्तम राम और माता सीता को देखने के लिए उत्साहित थीं। इस रामलीला में माता सीता का किरदार कविता जोशी निभा रही हैं। कविता जोशी ने इस किरदार को अमर कर दिया है। वे उत्तराखण्ड की बेटी हैं। उत्तराखंड के नैनीताल की रहने वाली कविता जोशी हरियाणवी फिल्म इंडस्ट्री का जाना माना नाम हैं। अभिनेता उत्तेर कुमार के साथ एक दर्जन से ज्यादा हरियाणवी फीचर फिल्मों में काम कर चुकी कविता अयोध्या में माता सीता का किरदार निभाकर बहुत खुश हैं। कविता कहती हैं कि रामायण में उन्हें माता सीता का किरदार हमेशा से ही बहुत पसंद है। हालांकि उन्हें कभी कोई अनुमान नहीं था कि एक दिन वे एतिहासिक रामलीला में सीता बनेंगी। कविता बताती हैं कि माता सीता के किरदार के लिए उन्होंने करीब तीन महीने रिहर्सल किया है। कविता बताती हैं कि माता सीता के संवादों में दोहे और चैपाई भी हैं। ऐसे में यह नया अनुभव था। संवाद लंबे लंबे हैं लेकिन बहुत गहराई लिए हुए हैं। यहां तक कि रिहर्सल के दौरान ही कई जगहों पर माता सीता का किरदार निभाते हुए रोंगटे भी खड़े हो गए। ऐसा लगता था जैसे वे सीता के जीवन को पूरा महसूस कर पा रही हैं। बेहद दिलचस्प है कि इस किरदार में उतरने के बाद जब आप वापस आते हैं तो उसके बावजूद वह संजीदगी बनी ही रहती है। कविता बताती हैं कि बचपन में उन्होंने रामलीला देखी है। यहां तक कि किरदार भी निभाया है। उन्हें एक बार रामलीला में सीता की सखी बनाया गया था। वे कहती हैं कि उत्तराखंड में रामलीलाओं में सभी किरदार पुरुष ही निभाते थे। यहां तक कि माता सीता, केकेई और मंथरा आदि। उनके परिवार के लोग भी रामलीला में भूमिका निभाते थे। यहां की रामलीला अलग है। हालांकि अयोध्या की रामलीला में सीता बनना गौरव की बात हैं।

epmty
epmty
Top