सत्ता में आने पर बटेश्वर में बनायेंगे यूनीवर्सिटी: अखिलेश

सत्ता में आने पर बटेश्वर में बनायेंगे यूनीवर्सिटी: अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगले साल उत्तर प्रदेश की सत्ता हासिल करने के बाद उनकी सरकार पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक गांव आगरा के बटेश्वर में विश्वविद्यालय और अस्पताल का निर्माण करायेगी।




पार्टी मुख्यालय पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ताओं को सपा में शामिल करने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि पूर्ववर्ती सपा सरकार के काम को पिछले साढ़े चार सालों में अपना नाम दे रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने नेताओं को भी सम्मान नहीं दिया है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आगरा का बटेश्वर है जहां भाजपा सरकार ने विकास के बड़े बड़े वादे किये थे लेकिन आज भी बटेश्वर उपेक्षा का शिकार है। सपा सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में बटेश्वर में मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया, साइकिल पथ बनवाये और उनकी पार्टी अगले साल यूपी की सत्ता संभालने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के पैतृक गांव में विश्वविद्यालय और अस्पताल का निर्माण करायेगी और गांव को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का काम करेगी।

उन्होने कहा कि वादा खिलाफी और झूठ बोलने में माहिर ने अपने कार्यकाल में भाजपा ने सिर्फ रंग और नाम बदले हैं। उसे विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बजाय झूठ बोलने का प्रशिक्षण केन्द्र बनवाना चाहिये। अपने कार्यकाल के दौरान योगी सरकार ने सिर्फ समाजवादी सरकार के कामो को अपना नाम दिया है। हद तो तब हो गयी जब यह सरकार विदेशों में हुये विकास की तस्वीरों को भी चुरा कर अपना नाम देने की कोशिश कर रही है।

उन्होने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर और विकास के नाम पर सैकड़ों सालों से निवास कर रहे गरीबों के घर तोड़ दिये गये। उनके परिवार आज सड़क पर है। सरकार के इशारे पर गरीबों के घरों में बुलडोजर चलाने वाले अधिकारियों की सूची उनके पास है। उन अधिकारियों के पास मनमानी के लिये सिर्फ चार पांच महीने बचे है। सपा सरकार बनने के बाद उन पर कार्रवाई तय है जबकि गरीबों के उजड़े घरों को फिर से बसाया जायेगा और उनका सम्मान लौटाया जायेगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि कुशीनगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपने दौरे में गरीब बच्चों से मुलाकात की थी। उनके दौरे से पहले गरीबों को स्थानीय प्रशासन ने साबुन और शैम्पू बंटवाये थे। ऐसा इसलिये किया गया कि बच्चों के शरीर से बदबू न आये। जो मुख्यमंत्री गरीबों के बदन से निकलने वाली दुर्गंध से परहेज करता हो, वह उनका भला कैसे कर सकता है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के सफाये की तैयारी पूरी का जा चुकी है। मंहगाई,बेरोजगारी,अपराध और भ्रष्टाचार से किसान और आम जनता त्रस्त है और वह भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुकी है। भाजपा सरकार को इसका आभास हो चुका है, इसीलिये सरकार के मुखिया की भाषा बदल गयी है।

उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एनसीआरबी के डाटा का अध्ययन कर पता करना चाहिये कि यूपी के टाप 10 अपराधी कौन है। सबको पता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद पर लगे मुकदमों को वापस लिया है।

इससे पहले बसपा और अपना दल समेत कई अन्य दलों के नेताओं और पदाधिकारियों ने सपा की सदस्यता ग्रहण की। इनमें बेचन निषाद,नूर मोहम्मद,शेख सुलेमान पूर्व विधायक, जितेन्द्र सिंह कटियार, हरिशंकर राजभर, मुन्ना यादव,अब्दुल कलाम मलिक,अब्दुल हफीज मलिक, अब्दुल वहीद और रजत शर्मा शामिल थे।

वार्ता

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