पुतला फूंकने पर व्यापारियों ने चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल से मांगी माफी

पुतला फूंकने पर व्यापारियों ने चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल से मांगी माफी

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् की शहर में बनी मार्किट की दुकानों में अपना अपना कारोबार चला रहे व्यापारी और दुकानदार आज अपने रवैये को लेकर शर्मिन्दा हैं। वह यह स्वीकार कर रहे हैं कि पालिका की आय बढ़ाने के लिए नगरपालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल के द्वारा उठाये कदमों के साथ वह स्वयं भी चलना चाहते हैं। बशर्ते उनकी बात भी सुन ली जाये। इन व्यापारियों ने पालिका मार्किट की दुकानों के लिए की गयी किराया वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन और आंदोलन के दौरान पुतला फूंकने पर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल से माफी मांगते हुए शर्मिन्दगी भी जाहिर की गयी और उनकी नाराजगी को भी जायज ठहराया गया।

नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर की शहर में स्थित 17 मार्किट की 509 दुकानों के दुकानदारों के प्रकरण में चल रहे आंदोलन को लेकर समाधान का रास्ता निकालने के लिए चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने अपने आवास पर रविवार को समझौता वार्ता बुलाई। इस वार्ता के दौरान चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल किराया वृद्धि के बोर्ड के फैसले पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के समक्ष उनके रवैये और आंदोलन के तौर तरीके को लेकर काफी नाराज दिखीं। उन्होंने पालिका की बोर्ड बैठक में हंगामा करने और 25 जनवरी को पुतला दहन करने पर कई सवाल व्यापारियों से किये। इसके साथ ही उन्होंने पालिका मार्किट के दुकानदार नहीं होने के बावजूद भी कुछ नेताओं को इसमें शामिल करने पर भी नाराजगी जतायी। इस दौरान वार्ता के लिए गये शिशुकांत गर्ग, भानुप्रताप आदि ने चेयरपर्सन के समक्ष बोर्ड बैठक में हंगामा करने, पुतला दहन करने की भूल को स्वीकार करते हुए उनसे खेद जताया और माफी मांगी। व्यापारी शिशुकांत ने कहा कि वह एसोसिएशन की ओर से इसके लिए लिखित में माफीनामा देने को भी तैयार हैं। गलती को स्वीकार करने में हम पीछे नहीं हटेंगे। इस पर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि उनको माफी मंगवाने की जरूरत नहीं है। वह चाहती हैं कि शहर के विकास के लिए किये जा रहे प्रयासों में सभी मिलकर उनका साथ दें। वह खुद व्यापारियों का हित चाहती हैं, इसलिए ही शासन के और कोर्ट के आदेश होने के बाद भी कानूनी लड़ाई हार चुके दुकानदारों को बेदखल नहीं करने का निर्णय लिया है ताकि सभी का व्यापार चलता रहे।


बता दें कि मुजफ्फरनगर में समस्त नगरपालिका परिषद् मार्किट एसोसिएशन ने नगरपालिका परिषद् की 17 मार्किट के 509 दुकानदारों पर किराया वृद्धि की गयी है। इसके लिए चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने सख्ती के साथ इस किराया वृद्धि को लागू कराने पर जोर दिया। इसी प्रकरण में एसोसिएशन ने चेयरपर्सन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आंदोलन चला रखा है। व्यापारी राजस्व वृद्धि के इस प्रकरण को उत्पीड़न से जोड़ते हुए आंदोलनरत है। एसोसिएशन ने अब 27 फरवरी को बाजार बन्द, बेमियादी धरना और जेल भरो आंदोलन की घोषणा की थी। इसी को लेकर रविवार को चेयरपर्सन ने इस प्रकरण में पालिका के दुकानदारों को वार्ता के लिए बुलाया। रविवार को नई मण्डी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक चतुर्वेदी की मध्यस्थता में एसोसिएशन के महामंत्री भानु प्रताप, रामप्रकाश साहनी, शिशुकान्त गर्ग, वीरेन्द्र अरोरा और सुशील कुमार ने दुकानदारों का प्रतिनिधित्व किया वहीं वार्ता में चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल, स्टेनो गोपाल त्यागी और कार्यालय अधीक्षक पूरण चंद भी मौजूद रहे। वार्ता के दौरान व्यापारियों ने पालिका प्रशासन के किराया वृद्धि के प्रस्ताव का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने वारिसान, 15 साल के एग्रीमेंट, 1977 के प्रकरण वाली दुकानों के साथ ही शिकमी किरायेदारों के प्रकरण भी आपसी सहमति से निपटाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि जिन दुकानदारों के एग्रीमेंट हो चुके हैं, या प्रीमियम का पैसा जमा कराया जा चुका है, उनके प्रकरण निपटाये जायें। उन्होंने किराया जमा नहीं करने के पालिका प्रशासन के आदेशों को लेकर भी नाराजगी जतायी और किराया जमा कराने का अनुरोध किया। इस पर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने उनको बताया कि नया किराया निर्धारण करने की प्रक्रिया के चलते ही किराया जमा नहीं किया जा रहा है। घंटों की बहस के बाद यह वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। दुकानदारों का प्रतिनिधित्व करने गये पांच पदाधिकारी कोई भी आंकड़ा चेयरपर्सन के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर पाये, वहीं पालिका के ओएस पूरण चंद भी कोई डाटा नहीं दे पाये, जिसके चलते वार्ता के लिए अगले रविवार का दिन तय कर दिया गया है। इसमें एसोसिएशन से भी पूर्ण तथ्य मांगे गये हैं। जबकि चेयरपर्सन ने पूरण चंद को पूरा डाटा तैयार करने के निर्देश दिये हैं। इस वार्ता के दौरान चेयरपर्सन ने कहा कि वह व्यापारियों का कोई भी अहित नहीं चाहती हैं। वह इसका हल बातचीत से करने की पक्षधर हैं।

व्यापारी अब नहीं करेंगे चेयरपर्सन के विरोध में आंदोलन

समस्त नगरपालिका मार्किट एसोसिएशन ने चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के खिलाफ 27 फरवरी के आंदोलन को वापस ले लिया है। एसोसिएशन के संरक्षक कृष्णगोपाल मित्तल और अध्यक्ष राकेश त्यागी ने बताया कि इस प्रकरण के हल के लिए चेयरपर्सन अजू अग्रवाल के साथ वार्ता के लिए पांच व्यापारियों भानु प्रताप, शिशुकांत गर्ग, वीरेन्द्र अरोरा, रामप्रकाश साहनी और सुशील कुमार का प्रतिनिधिमण्डल तय किया गया था। वार्ता करीब दो घंटे चली, जिसमें इस समस्या के समाधान के लिए चेयरपर्सन ने व्यापारियों से सात दिन का समय मांगा है। अगली वार्ता रविवार को होनी है, जिसमें समाधान की प्रबल संभावना है। इसको दृष्टिगत रखते हुए एसोसिएशन ने 27 फरवरी के अपने बाजार बन्द, बेमियादी धरना और जेल भरो आंदोलन को वापस ले लिया है। बता दें कि आज व्यापारियों ने अपने अंादोलन को सफल बनाने के लिए शहर में वाहन रैली प्रस्तावित की थी, जिसे वार्ता का बुलावे आने पर निरस्त कर दिया था।

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