महाशिवरात्रि के दौरान गृह विभाग सुरक्षा हेतु पूरी सतर्कता बरते : मुख्यमंत्री

महाशिवरात्रि के दौरान गृह विभाग सुरक्षा हेतु पूरी सतर्कता बरते : मुख्यमंत्री

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाशिवरात्रि के पर्व पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शिवालयों पर सुरक्षा, स्वच्छता, चिकित्सा, प्रकाश आदि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के दौरान गृह विभाग सुरक्षा हेतु पूरी सतर्कता बरते एवं तदनुसार आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे। उन्होंने पंचायती राज एवं नगर विकास विभाग को स्वच्छता, ऊर्जा विभाग को अबाधित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग इस दौरान स्वास्थ्य कैम्प, एम्बुलेन्स आदि के माध्यम से चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करे।





मुख्यमंत्री ने यह निर्देश आज यहां अपने सरकारी आवास पर सम्पन्न एक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मण्डल एवं जनपदीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि दिनांक 21 फरवरी, 2020 को महाशिवरात्रि के पश्चात् 9 से 11 मार्च, 2020 तक होली का पर्व मनाया जाएगा। इस दोनों पर्वों के शान्तिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित आयोजन के लिए तत्परता के साथ पूर्ण तैयारी की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरात्रि महोत्सव के दौरान शिवालयों के व्यवस्थापकों एवं होली के दौरान शोभा यात्रा आदि निकालने वाली समितियों के साथ संवाद स्थापित कर सम्पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं यथा-खोया पाया कैम्प, पेयजल आदि सुनिश्चित करने में इच्छुक स्वयंसेवी एवं अन्य संस्थाओं का सहयोग लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि होली पवित्रता और आपसी सौहार्द्र का पर्व है। कतिपय कारणों से कुछ लोग होली के अवसर पर रंग से बचते हैं। इसलिए संवाद के माध्यम से पर्व से जुड़ी समितियों और संस्थाओं को किसी पर जबरदस्ती रंग न डालने के लिए तैयार किया जाए। रंग के अलावा कीचड़, केमिकल आदि के प्रयोग को भी संवाद के माध्यम से रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विगत में इन पर्वों के दौरान जिन जनपदों में अप्रिय घटनाएं हुई हैं, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए।





पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि महाशिवरात्रि व होली के पर्व को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए पूरी सतर्कता बरती जाए। पुलिस का डिप्लाॅयमेण्ट परिस्थितियों को देखते हुए सुचिन्तित ढंग से किया जाए। शिवालयों आदि के व्यवस्थापकों से थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी पहले से ही सम्पर्क बना लें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर आवश्यकतानुसार सीसीटीवीी की व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने कहा कि इन पर्वों को सम्पादित कराने के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं।





वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने जनसुनवाई पोर्टल, मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला, निराश्रित गोवंश संरक्षण, खनन तथा संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सम्बन्ध में भी अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदीय अधिकारी अनिवार्य रूप से प्रतिदिन जनसुनवाई करें। शासकीय कारणों से बाहर रहने की स्थिति में प्रतिस्थानी अधिकारी जनसुनवाई का कार्य सम्पादित करें। उन्होंने कहा कि प्रार्थना-पत्रों पर समय-सीमा में कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही, मेरिट के आधार पर समस्याओं का निराकरण किया जाए। सी0एम0 हेल्पलाइन, आईजीआरएस पोर्टल की शिकायतों को अनावश्यक लम्बित न रखा जाए। थाना दिवस व तहसील दिवस को और प्रभावी बनाया जाए। वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान फील्ड में तैनात अधिकारियों को जनसुनवाई के सम्बन्ध में नवीनतम निर्गत शासनादेश के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। इस शासनादेश में निस्तारण की गुणवत्ता एवं समयबद्धता पर विशेष बल दिया गया है।मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा निस्तारण आख्याओं के रैण्डम परीक्षण की व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 2 फरवरी, 2020 से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक रविवार प्रातः 10 से 2 बजे तक मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन को प्रभावी बनाने के लिए उन्होंने अधिकारियों को इसमें रुचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिए। यह आयोजन अन्तिम पायदान के व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ कराने के लिए है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेलों के दौरान उपचार, दवा, आयुष्मान गोल्डेन कार्ड जारी करना, पोषण की जानकारी देना, टीबीी आदि रोगों के प्रति जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले के आयोजनों से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए। मेलों को सुव्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ाने के लिए कार्यवाही की जाए, जिससे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जनसामान्य का भरोसा बहाल हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित गोवंश संरक्षण के लिए धनराशि की कमी नहीं है। इस कार्य में कोई शिथिलता न बरती जाए। जनपदों को ईयरटैग उपलब्ध करा दिए गए हैं। सभी गोवंश का ईयरटैग सुनिश्चित किया जाए। किसानों को बिना ईयरटैग निराश्रित गोवंश न दिया जाए। उन्होंने कहा कि पशु स्वास्थ्य अधिकारी नस्ल सुधार कार्यक्रम को भी तत्परता से आगे बढ़ाएं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खनन पट्टों के सम्बन्ध में तत्परता से निर्णय लिया जाए। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड का प्राथमिकताएं तय करके उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड सुलभ कराएं। उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2020 तक पीएम किसान योजना की इस वर्ष की प्रथम किस्त प्रत्येक स्थिति में किसानों के खाते में भेज दी जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 01 मार्च, 2020 से संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किया जाना है। इस अभियान की सफलता के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग इसका नोडल विभाग होगा। पंचायतीराज, नगर विकास, बेसिक शिक्षा आदि विभिन्न विभाग इसमें सहयोग करेंगे। सभी जिलाधिकारी इस सम्बन्ध में पहले से ही अन्तर्विभागीय बैठक कर लें। इस अभियान के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए। स्वास्थ्य विभाग हैण्डबिल, एफएम रेडियो आदि माध्यमों से अभियान का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करे।


वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रमुख सचिव पंचायती राज, प्रमुख सचिव नगर विकास, प्रमुख सचिव ऊर्जा, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने भी मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों को इन दोनों पर्वों को शान्ति एवं सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य सचिव आर के तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

epmty
epmty
Top