गन्ना किसानों के गन्ना सर्वेक्षण तथा सट्टा संबंधी समस्त आंकड़े वेबसाइट पर अपलोड किये जायेगे

गन्ना किसानों के गन्ना सर्वेक्षण तथा सट्टा संबंधी समस्त आंकड़े वेबसाइट पर अपलोड किये जायेगे

गन्ना आपूर्ति आंकड़ों को पूर्ण पारदर्शी बनाने एवं कोविड -19 के प्रसार को रोकने हेतु गन्ना विकास विभाग प्रतिबद्धः- गन्ना सर्वेक्षण तथा सट्टा संबंधी समस्त आंकड़ें " www.caneup.in " एवं " E - Ganna app " पर अपलोड कराये जायेगें ।

गन्ना कृषक अपने घर बैठकर ही सर्वेक्षण आंकड़े देखकर गन्ना पर्यवेक्षक से सम्पर्क कर गन्ना सर्वे के आंकड़ों में किसी त्रुटि का निवारण करा सकेंगे अथवा ई.आर.पी. वेबसाइट की " Grievance redressal " कॉलम पर अपनी शिकायत दर्ज कराकर संशोधन करा सकेंगे ।

कोविड -19 के दृष्टिगत ग्राम स्तरीय एवं समिति स्तरीय सर्वे , सट्टा प्रदर्शन की समयाविधि भी बढ़ाई गयी है ।

लखनऊ उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव एवं आयुक्त,गन्ना एवं चीनी , संजय आर . भूसरेड्डी ने बताया कि पेराई सत्र 2020-21 हेतु गन्ना किसानों की गन्ना आपूर्ति संबंधी आंकड़ों में पूर्ण पारदर्शिता लाने हेतु गन्ना सर्वेक्षण तथा सट्टा सम्बन्धी समस्त आंकड़े www.caneup.in एवं E - Ganna app पर अपलोड कराये जायेंगे । जिससे कृषक घर बैठे ही अपने तथा अन्य कृषक के आंकड़ों को मोबाइल या कम्प्यूटर के माध्यम से देख सकते हैं । यदि कृषक को अपने आंकड़ों में कोई त्रुटि प्रतीत होगी तो वह सम्बन्धित गन्ना पर्यवेक्षक कोमें अपना अथवा ई.आर.पी. पोर्टल www.caneup.in पर " Grievance redressal " कॉलम पर अपनी शिकायत दर्ज कराकर संशोधन करा सकेंगे । इस व्यवस्था से किसान को समितियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे तथा गन्ना आपूर्ति में पूर्ण पारदर्शिता आयेगी वही कोविड -19 के प्रसार को रोकने में भी सहायता प्राप्त होगी ।

इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव एवं आयुक्त,गन्ना एवं चीनी , संजय आर . भूसरेड्डी ने बताया कि पेराई सत्र 2020-21 हेतु गन्ना सर्वेक्षण कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है । शत - प्रतिशत गन्ना सर्वेक्षण जी.पी.एस. तकनीक से कराया गया है जिससे किसी प्रकार की त्रुटि की सम्भावना न रहें । ऐसे गन्ना कृषक जिनके पास एन्ड्रायड मोबाईल नहीं है और जो कम्प्यूटर पर अपना सर्वेक्षण नहीं देख सकते है और जो कम्प्यूटर सर्वेक्षण देखने में असमर्थ हैं उनके लिये ग्राम स्तरीय सर्वे , सट्टा प्रदर्शन का कार्यक्रम ग्रामवार , मिल एवं विभाग के गन्ना पर्यवेक्षक द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा जिससे यदि गन्ना कृषक अपने सर्वेक्षण आंकड़ों को देखकर उनमें यदि कोई त्रुटि हो तो उसके निवारण हेतु गन्ना पर्यवेक्षक के माध्यम से दूर करा सकेंगे । कोविड -19 के दृष्टिगत इस वर्ष समिति स्तरीय सर्वे , सट्टा प्रदर्शन मेला सर्किलवार स्टॉल लगाकर 30 सितम्बर , 2020 तक किया जायेगा । सर्किलवार एक स्टॉल पर एक दिवस में एक गांव की तिथि निर्धारित की जायेगी जिससे सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों का पालन किया जा सके । यह भी बताया गया कि वर्तमान में कोविड -19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत गांव एवं समिति स्तरीय सट्टा प्रदर्शन मेले में सभी कर्मचारियों एवं गन्ना किसानों को चेहरे पर मास्क लगाने , हाथों को सेनेटाइज करने और सोशल डिस्टेन्स के नियमों का पालन करना भी अनिवार्य होगा । समिति स्तरीय सट्टा प्रदर्शन के दौरान गन्ना किसानों की थर्मल स्कीनिंग भी की जायेगी तथा प्रत्येक गन्ना समितियों पर इन्क्वायरी टर्मिनल की भी स्थापना की जायेगी ।


उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव एवं आयुक्त,गन्ना एवं चीनी , संजय आर . भूसरेड्डी , द्वारा बताया गया कि इस वर्ष गन्ना कृषकों को गन्ना पर्चियां केवल एस.एम.एस. के माध्यम से प्रेषित की जायेगी । गन्ना कृषकों से अपील है कि गन्ना कृषक सर्वे / सट्टा प्रदर्शन के दौरान गन्ना पर्यवेक्षक से अथवा ई - गन्ना एप के माध्यम से स्वयं अपना मोबाईल नम्बर अपडेट कर लें तथा मोबाईल का इनबॉक्स खाली रखें और डी.एन.डी. सर्विस को डिऐक्टिवेट रखे जिससे उन्हें गन्ना पर्ची प्राप्त होने में कोई बाधा न हो तथा कोविड -19 के प्रसार को प्रभावी तरीके से रोका जा सके ।

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