72वें स्वतंत्रता दिवस पर मुजफ्फरनगर में 10 पुलिसकर्मियों को मिला पदक

72वें स्वतंत्रता दिवस पर मुजफ्फरनगर में 10 पुलिसकर्मियों को मिला पदक
  • whatsapp
  • Telegram
  • koo

लखनऊ। पुलिस सर्विस में उत्कृष्ट एवं दीर्घकालिक सेवाओं के लिए 72वें स्वतंत्रता दिवस पर मुजफ्फरनगर जनपद में दो इंस्पेक्टरों सहित दस पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक, डीजीपी प्रशंसा चिन्ह एवं अन्य पदक प्रदान किये गये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव तिवारी ने पुलिस लाइन में ध्वजारोहण के उपरांत इन पुलिसकर्मियों को पदक देकर सम्मानित किया। साल 2018 का स्वतंत्रता दिवस पुलिस विभाग में उत्कृष्ट सेवा देने वाले अफसरों व कर्मचारियों के लिए यादगार रहा। मुजफ्फरनगर जनपद में 15 अगस्त के दिन 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में एसएसपी अनंत देव तिवारी ने ध्वजारोहण किया। इसके उपरांत विभिन्न पदक सम्मान के लिए चयनित पुलिस अफसरों व कर्मचारियों को उनके द्वारा पदक एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इंस्पेक्टर जीसी शर्मा को दीर्घकालिक उच्च स्तरीय सेवा के लिए मिला सम्मान


मुजफ्फरनगर में एसएसपी अनंत देव के पीआरओ इंस्पेक्टर जीसी शर्मा को साफ सुथरी दीर्घकालिक उच्च स्तरीय सेवाओं के लिए पदक से सम्मानित किया गया। जीसी शर्मा साल 1982 बैच के उपनिरीक्षक है। वो उपनिरीक्षक की सीधी भर्ती में पुलिस सेवा में चयनित हुए और यूपी के जनपद हरदोई, आगरा, मथुरा, सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद में सेवा देने के बाद अब मुजफ्फरनगर में तैनात हैं। जीसी शर्मा ने अपनी पुलिस सेवा के दौरान विभिन्न मुठभेड़ में 11 कुख्यात बदमाशों का एनकाउंटर कर उनको यमलोक पहुंचाने का काम किया है। जीसी शर्मा अपनी सेवा के दौरान लम्बे समय तक थाना प्रभारी के पद पर चार्ज पर रहे। उनके द्वारा मथुरा जनपद में थाना कोसीकलां में तैनाती के दौरान बदमाशों के द्वारा 25 लाख रुपये की फिरौती के लिए किये गये अपहरण के मामले में भूरा गैंग के दो बदमाशो का एनकाउंटर किया। इसके अलावा एसएसपी मुकुल गोयल के समय जनपद सहारनपुर में थाना गंगोह के अन्तर्गत अपहृत को छुड़ाते समय पुलिस मुठभेड़ में एक कुख्यात बदमाश को ढेर कर दिया था। उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इंस्पेक्टर जीसी शर्मा को अभी तक 17 विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। मुजफ्फरनगर में चरथावल थाना प्रभारी रहते समय इंस्पेक्टर जीसी शर्मा ने गांव लुहारी में हुए मौसी-भांजे के लोमहर्षक मर्डर का खुलासा कर जनविश्वास के साथ ही अपने अफसरों की प्रशंसा भी बटोरी। ये केस कई मायनों में काफी चुनौतीपूर्ण रहा।

उत्कृष्ट सेवा के लिए इंस्पेक्टर संजीव यादव सम्मानित

मुजफ्फरनगर क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर संजीव यादव को भी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। संजीव यादव साल 2001 बैच के उपनिरीक्षक हैं, बाद में उनको इंस्पेक्टर के रूप में प्रमोशन मिला। वो बागपत में बडौत, खेकडा, नोएडा में ग्रेटर नोएडा, मेरठ में जानी, टीपीनगर व मेडिकल थानों में प्रभारी के रूप में तैनात रहे। संजीव यादव मेरठ जनपद में करीब पांच साल तक स्पेशल आॅपरेशन गु्रप (एसओजी) में तैनात रहे और हत्या, अपहरण, लूट के साथ ही कई बड़ी घटनाओं का खुलासा किया। संजीव यादव जब मेरठ के जानी थाना में प्रभारी के रूप में तैनात थे, तो थाना क्षेत्र के एक बैंक में बदमाशों ने करीब 50 लाॅकर्स काटकर लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया था, इस घटना को उनके द्वारा खुलासा किया गया। थाना प्रभारी से उनको फिर क्राइम ब्रांच में तैनात कर दिया गया। मुजफ्फरनगर में इन दिनों वो क्राइम ब्रांच के इंचार्ज के रूप में अपराध उन्मूलन के लिए पुलिस कप्तान अनंत देव की टीम का अहम हिस्सा बनकर काम कर रहे हैं। उनको भी एसएसपी ने पुलिस पदक देकर सम्मानित किया।

डेढ़ दशक से क्राइम ब्रांच में तैनात एसआई प्रवेश शर्मा सराहनीय सेवा के लिए सम्मानित


मुजफ्फरनगर क्राइम ब्रांच में तैनात उप निरीक्षक प्रवेश शर्मा को 72वां स्वतंत्रता दिवस हर्ष और उल्लासित कर गया। उनको सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से नवाजा गया। एसएसपी अनंत देव ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के उपरांत एसआई प्रवेश शर्मा को पदक और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। प्रवेश शर्मा हैड कांस्टेबिल के रूप में पुलिस सेवा में आये। उनको आउट आॅफ टर्न प्रोन्नति मिली और 2014 में उनको उपनिरीक्षक बनाया गया। अपनी पुलिस सेवा के दौरान उन्होंने 29 बदमाशों को यमलोक पहुंचाने का काम किया। 2012 में मेरठ जनपद में प्रवेश शर्मा ने शकील कालिया का एनकाउंटर किया। इसके अलावा एक लाख रुपये के इनामी बदमाश राहुल खट्टा के एनकाउंटर में भी वो शामिल रहे। इस एनकाउंटर के लिए एसआई प्रवेश शर्मा को राष्ट्रपति के द्वारा प्रदान किया जाना वाला गेलेन्ट्री अवार्ड देकर सम्मानित किया जा चुका है। प्रवेश शर्मा मेरठ, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में तैनात रहे। वो पिछले 15 सालों से क्राइम ब्रांच में ही सेवा दे रहे हैं।



उत्कृष्ट सेवा के लिए एसओ मीरांपुर मनोज चैधरी सम्मानित


मुजफ्फरनगर जनपद के थाना मीरापुर में प्रभारी के रूप में तैनात मनोज चैधरी को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 15 अगस्त 2018 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस पदक प्रदान कर सम्मानित किया। मनोज चैधरी साल 2012 में हैड कांस्टेबिल के रूप में पुलिस सेवा में चयनित हुए। मनोज चैधरी मुजफ्फरनगर जनपद में ही भौराकला थाना में भी इंचार्ज रहे। मुजफ्फरनगर में वो कुख्यात बदमाश विकास जाट सहित दो बदमाशों के एनकाउंटर में शामिल रहे। विकास जाट ने मेरठ के सोहरका में मां बेटे की हत्या की थी। मीरापुर एसओ के रूप में मनोज चैधरी ने हाल ही में राजेन्द्र मर्डर केस का खुलासा किया। एसएसपी ने उनको पदक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।






गुडवर्क में माहिर क्राइम ब्रांच के कुलवंत को पुलिस पदक


मुजफ्फरनगर क्राइम ब्रांच के अहम हिस्से बने हैड कांस्टेबिल कुलवंत सिंह को स्वतंत्रता दिवस के राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर एसएसपी अनंत देव तिवारी ने पुलिस पदक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कुलवंत सिंह 1994 बैच के पुलिसकर्मी हैं। वो बुलन्दशहर, मेरठ, गाजियाबाद के बाद अब मुजफ्फरनगर में तैनात हैं। इसके अलावा कुलवंत सिंह एसटीएफ में भी कार्यरत रहे हैं। साल 2015 में बुलन्दशहर में तैनाती के दौरान जब 50 हजारी बदमाश मुकेश हरबटपुरिया ने चीनी मिल के जीएम की हत्या कर दी थी, तो इस चुनौतीपूर्ण केस को खोलने के दौरान मुठभेड़ में मुकेश मारा गया था, इसमें हैड कांस्टेबिल कुलवंत सिंह की मुख्य भूमिका रहेगी। मुकेश 15 हत्याओं में वांछित था, उस पर 35 मुकदमे दर्ज थे। कुलवंत सिंह करीब 12 कुख्यात बदमाशों के एनकाउंटर में शामिल रहे। मुजफ्फरनगर में बदमाश नितिन और जानू एनकाउंटर के साथ ही उन्होंने भारत फाइनेंस के कर्मचारियों से हुई लूट की वारदात को वर्कआउट करने में सफलता हासिल की। इसके लिए कुलवंत सिंह को एडीजी मेरठ जोन ने पुरस्कृत भी किया था।

इनके अलावा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुजफ्फरनगर पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एसएसपी अनंत देव तिवारी ने कांस्टेबिल दीपक कुमार, सर्विलांस सेल में तैनात कांस्टेबिल सोनू, जीत सिंह, सुभाष चन्द्र शर्मा व अजीत सिंह को भी उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक प्रदान कर सम्मानित किया।

epmty
epmty
Top