सरदार पटेल भारत की एकता और अखण्डता के सूत्रधार रहे हैं : योगी आदित्यनाथ

सरदार पटेल भारत की एकता और अखण्डता के सूत्रधार रहे हैं : योगी आदित्यनाथ
  • whatsapp
  • Telegram
  • koo
  • Story Tags

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयन्ती के अवसर पर जीपीओ स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि सनातन काल से भारत दुनिया का मार्गदर्शक रहा है। सैकड़ों वर्षों की गुलामी के उस काल खण्ड में जब भारत की अखण्डता को आंच आयी, तब उस अखण्डता के शिल्पकार के रूप में भारत माता के महान सपूत लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लौह पुरुष सरदार पटेल भारत की एकता और अखण्डता के सूत्रधार रहे हैं। उनके इस कार्य के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में सरदार सरोवर बांध पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित कराने का कार्य किया है, जिससे देश और दुनिया के लोग सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व से अवगत हो सकें। उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा का निर्माण पूरे देश के किसानों, नौजवानों, मजदूरों और आम नागरिक द्वारा लौह दान के एकत्रीकरण के फलस्वरूप हुआ। इसके माध्यम से राष्ट्र की एकता और अखण्डता का एक नया शंखनाद पूरे देश में हुआ है। देश के अन्दर एकता की इसी मिसाल को आगे बढ़ाते हुए सरदार पटेल जयन्ती को 'रन फाॅर यूनिटी' दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि लौह पुरुष सरदार पटेल ने आजादी के समय अंगे्रजों की कुत्सित चालों को बेनकाब करते हुए आजादी मिलने के बाद उन सभी 563 देशी रियासतों को संवाद के माध्यम से भारत गणराज्य का हिस्सा बनाने का अभूतपूर्व कार्य किया। उन्होंने कहा कि यह हम सबका दायित्व बनता है कि अनगिनत बलिदानों के फलस्वरूप जो आजादी प्राप्त हुई है, उस आजादी को अक्षुण्ण बनाये रखने का संकल्प हम सभी को लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें स्मरण रखना होगा कि जो ताकतें देश को मत, मजहब और भाषा के आधार पर तोड़ने की कुत्सित चेष्टा करेंगी, उनके मंसूबों को हम कभी पूरा नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ककी जयन्ती के अवसर पर प्रदेश में वृहद स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि राष्ट्रीय एकता के प्रतिमूर्ति रहे सरदार पटेल के जीवन मूल्यों व आदर्शों को हम अपने जीवन का हिस्सा बनायें। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का उत्तर प्रदेश से गहरा लगाव था। सरदार पटेल के उत्तर प्रदेश भ्रमण का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 06 जनवरी, 1948 को उन्होंने राजभवन में वृक्षारोपण के कार्यक्रम के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित किया था। 25 नवम्बर, 1948 को वाराणसी बी0एच0यू0 में उन्हें डी0एल0डी0 की उपाधि प्रदान की गई। 26 नवम्बर, 1948 को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पं0 गोविन्द वल्लभ पंत जी ने सरदार पटेल को एक अभिनन्दन ग्रन्थ भेंट किया और डी0एल0डी0 की उपाधि दी। 26 नवम्बर, 1948 को उनका आगमन देहरादून में हुआ, जो तत्कालीन समय में उत्तर प्रदेश का हिस्सा था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 'रन फाॅर यूनिटी' दौड़ को झण्डी दिखाकर रवाना किया।


इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डाॅॅ दिनेश शर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री डाॅ महेन्द्र सिंह, आशुतोष टण्डन, बृजेश पाठक, डाॅ नीलकंठ तिवारी, उपेन्द्र तिवारी, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक पंकज सिंह, शशांक वर्मा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

epmty
epmty
Top