गुड पुलिसिंग पर आईपीएस अभिषेक को मिला सिल्वर मेडल

गुड पुलिसिंग पर आईपीएस अभिषेक को मिला  सिल्वर मेडल
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मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को पुलिस महानिदेशक का प्रशंसा चिन्ह के लिए चयनित किये जाने पर जनपद पुलिस का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। सहारनपुर परिक्षेत्र क 11 पुलिस अफसरों को उत्कृष्ट व सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह, 6 पुलिस अफसरों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक व उत्कृष्ट सेवा पदक, एक अफसर को केन्द्र गृहमंत्री मेडल फाॅर बेस्ट इंवेस्टीगेशन अवार्ड व अफसरों को पुलिस महानिदेशक का प्रशंसा चिन्ह 15 अगस्त के अवसर पर प्रदान किया गया । इस सूची में जनपद के एसएसपी अभिषेक यादव को भी पुलिस महानिदेशक का प्रशंसा चिन्ह सिल्वर मेडल दिया गया है। यह मेडल एसएसपी अभिषेक यादव को कुख्यात रोहित सांडू के साथी सहित एनकाउन्टर, कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न कराने, बकरीद शांतिपूर्वक मनवाने और जनपद में गुड पुलिसिंग के लिए दिया गया है

बता दें कि एसएसपी अभिषेक यादव की पहली नियुक्ति बतौर एएसपी बुलन्दशहर में हुई थी। इसके बाद वे जनवरी 2016 से दिसम्बर 2016 तक नोएडा में एसपी देहात के पद पर तैनात रहे। वहां वे अपनी तैनाती के दौरान काफी लोकप्रिय हुए थे। उन्हांेने खनन माफियाओं के खिलाफ आईएएस अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल की लड़ाई को आगे बढ़ाया था। उस समय अभिषेक यादव डम्पर में बैठकर खनन माफियाओं के करीब पहुंच गए थे और तीन लोगों को दबोच भी लिया था। इस दौरान खनन माफियाओं की तरफ से पुलिस पर फायरिंग भी की गई थी, लेकिन वे अपने कौशल के बल पर बच गये थे और उन्होंने 10 डंपर सहित एक पोपलेन मशीन को जब्त कर लिया था। इसके बाद वे मुरादाबाद में दिसम्बर 2016 से मार्च 2017 तक एसपी सिटी रहे। उन्हें स्वतंत्र रूप में बतौर एसपी जनपद मऊ की कमान अप्रैल 2017 में सौंपी गयी, वहां वे लगभग ढ़ाई वर्ष तक तक तैनात रहे। मुजफ्फरनगर में बतौर एसएसपी तैनात होने से पूर्व वे आगरा में एसपी रेलवे के पद पर नियुक्त थे।

2012 बैच के आईपीएस अफसर अभिषेक यादव की जन्म तिथि 5 सितम्बर 1987 है। नोएडा और मथुरा जनपद के बार्डर से लगे गुरूग्राम जनपद के निवासी अभिषेक यादव उत्तर प्रदेश के अपराधियों एंव उनके अपराध के तरीको से भलीभांति वाकिफ हैं। पुलिस सेवा में आने से पूर्व अभिषेक यादव लगभग साढ़े चार साल तक आयकर निरीक्षक के रूप में तैनात रहे हैं। आईपीएस अभिषेक यादव का स्पष्ट मानना है कि अगर आराम से बैठकर नौकरी करनी होती तो और तमाम विभाग हैं। पुलिस में हूं और अपराधियों से लड़ने की जिम्मेदारी मिली है। अगर हम इन्हें नहीं रोकेंगे तो कौन रोकने आएगा। अभिषेक यादव का स्पष्ट मानना है कि जनता को इंसाफ थाने की दहलीज पर ही मिलना चाहिए।

हरियाणा के महेन्द्रगढ़ के निवासी अभिषेक यादव ने वर्ष 2008 में इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की परीक्षा पास की थी। फिल्में देखना, किताबें पढ़ना उनका मुख्य शौक है, वे लिटरेरी सोसाइटी के मुख्य समन्वयक भी रह चुके हैं। अभिषेक यादव ने अग्रेंजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त की है। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने फरवरी 2009 से जून 2009 तक लगभग पांच माह एसोसिएट साॅफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में एऑन हैवीट् कम्पनी में कार्य किया, इसके बाद व इलाहाबाद बैंक में बतौर प्रोबेशन अधिकारी जुलाई 2009 से जून 2010 तक लगभग एक वर्ष कार्य किया। इसके बाद अभिषेक यादव इंकहार्ट स्टूडियो के संस्थापक निदेशक (फाउण्डर डायरेक्टर) भी रहे। एसएसपी अभिषेक यादव ने दिसम्बर 2012 से जून 2014 तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय एकेडमी एडमिनिस्ट्रेशन से बतौर आईपीएस प्रोबेशनर प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

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