मुजफ्फरनगर कलक्टर राजीव शर्मा का कमाल, मतदाता पुनरीक्षण में बने नम्बर वन

मुजफ्फरनगर कलक्टर राजीव शर्मा का कमाल, मतदाता पुनरीक्षण में बने नम्बर वन
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी में एक से बढ़कर एक काबिल अफसर अपने काम के बल पर पहचान बना रहे हैं। वहीं पूर्व में भी ब्यूरोक्रेट ने अपने दृढ़ संकल्प के साथ कई ऐसे अभियान और समाज सुधार कार्यक्रम चलाये, जो इस राज्य के लिए नजीर बने और सरकारों ने उनको पूरे प्रदेश में विशेष अभियान बनाकर लागू करने का काम किया। काम से पहचान बनाने वाले ऐसे ही ब्यूरोक्रेट में मुजफ्फरनगर जनपद के जिलाधिकारी राजीव शर्मा का नाम भी शुमार है। मुजफ्फरनगर जनपद में उन्होंने अपनी दूरगामी सोच और दृढ़ निश्चिय के साथ जो काम किये, वो ऐतिहासिक रहे हैं। इसी कड़ी में अब उनके नाम एक नया कीर्तिमान भी बनने जा रहा है। इन दिनों लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियों को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग ने देशभर में मतदाता सूचियों का संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान चलाया हुआ है, उत्तर प्रदेश में भी ये जोर शोर से चल रहा है। इस अभियान में मुजफ्फरनगर आवेदन फार्म फीडिंग में यूपी में नम्बर वन बना है। इस कीर्तिमान पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश एल. वेंकटेश्वर लू जब मेरठ मण्डल की समीक्षा करने के लिए आज (मंगलवार) को मेरठ में पहुंचे तो उन्होंने विशेष तौर पर मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी राजीव शर्मा को इस समीक्षा बैठक में आमंत्रित किया और उनके काम की सराहना की। जबकि यह मीटिंग केवल मेरठ मण्डल की थी और मुजफ्फरनगर जिला सहारनपुर मण्डल में आता है।

बता दें कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने एक सितम्बर से मतदाता सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान शुरू किया था। ये अभियान 31 अक्टूबर तक चलाया जायेगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश में भी राज्य निर्वाचन आयोग सख्ती के साथ मतदाता सूचियों का शुद्धिकरण कराने में जुटा है। राज्य निर्वाचन आयोग के सीईओ एल. वेंकटेश्वर लू खुद राज्य में मण्डलीय समीक्षा कर रहे हैं। इसी कड़ी में वो 23 अक्टूबर को मेरठ कमिश्नरी के जिलों में अभियान की प्रगति को परखने के लिए समीक्षा करने मेरठ पहुंचे थे। यहां पर मेरठ मण्डल के सभी छह जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों (जिला मजिस्ट्रेट) को आमंत्रित किया था। इस समीक्षा में सहारनपुर मण्डल को अलग रखा गया था, लेकिन राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने सहारनपुर मण्डल में शामिल जनपद मुजफ्फरनगर के जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव शर्मा को विशेष तौर पर समीक्षा बैठक में शामिल होने का आमंत्रण भेजा। इस विशेष आमंत्रण के पीछे वजह भी बेहद खास ही थी। दरअसल जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव शर्मा के प्रयासों से मतदाता पुनरीक्षण अभियान के लिए जनपद में आवेदन फार्म फीडिंग के लिए जो कार्य हुआ, वो रिकार्ड बन गया है। आवेदन फार्म फीडिंग में मुजफ्फरनगर यूपी में नम्बर वन की पाॅजीशन पर पहुंचा है। इस उपलब्धि के कारण ही जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव शर्मा को मेरठ समीक्षा बैठक में बुलाया गया। यहां पर उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण अभियान के दौरान हासिल की गयी इस उपलब्धि को लेकर पूरी टीम को श्रेय दिया और समीक्षा बैठक के दौरान मतदाता पुनरीक्षण अभियान पर भाषण देकर इसको सफल बनाने के उपाय भी सुझाये। उन्होंने वहां पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित आम जनमानस के सवालों के उत्तर भी दिये। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने भी उनके काम की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव शर्मा के मार्ग निर्देशन में जनपद मुजफ्फरनगर में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के अन्तर्गत 1 सितम्बर 2018 से 22 अक्टूबर 2018 तक फार्म 6, 7, 8 और 8क में 92 हजार 187 आवेदन फार्मों की फीडिंग की गयी। इस आंकड़े को हासिल करने वाला मुजफ्फरनगर यूपी में पहला जिला बना है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि जनपद की छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। इस दौरान 22 अक्टूबर तक मतदाता सूचियों में पंजीकरण कराने के लिए कुल 56,870 लोगों ने आॅल लाइन आवेदन किया है। इनमें बुढ़ाना विधानसभा में 10291, चरथावल क्षेत्र में 10639, पुरकाजी (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में 9407, मुजफ्फरनगर क्षेत्र के अन्तर्गत 11040, खतौली विधानसभा क्षेत्र में 6856 और मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में 8637 लोगों ने वोटर बनने के लिए आवेदन किया। वहीं फार्म-7 के अन्तर्गत 29,348 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची के मौजूदा पते से काटने के लिए आवेदन फार्म मिले हैं। ये ऐसे लोग हैं, जिनमें से या तो कोई जीवित नहीं है, या दूसरे क्षेत्र में शिफ्ट हो गये हैं, या फिर मतदाता सूची में डुप्लीकेट मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। जबकि फार्म 8 के अन्तर्गत 4985 और फार्म-8क के अन्तर्गत 984 लोगों ने आवेदन किया। कुल 92,187 आवेदन फार्म इस अवधि में प्राप्त हुए, जिनका डाटा फीडिंग का कार्य पूर्ण करा लिया गया है। ये पहला अवसर है, जबकि मुजफ्फरनगर जनपद मतदाता पुनरीक्षण अभियान के लिए यूपी में अव्वल बना है। यही कारण रहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने मेरठ मण्डल की समीक्षा में मुजफ्फरनगर के जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव शर्मा को बुलाकर विशेष तौर पर सम्मान देने का काम किया।

बता दें कि 2 फरवरी 2018 को जनपद मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण करने वाले 2006 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव शर्मा 'दंगों के शहर' के रूप मे प्रसिद्ध हो चुके मुजफ्फरनगर में भाईचारे से दिल को जीतने का काम कर रहे हैं। वो यहां पर कई ऐसे अभिनव अभियान चला चुके हैं, जिनके कारण इस जिले को प्रदेश ही नहीं वरन् देश में भी पहचान मिली है। वायरल का प्रकोप बीते दिनों मीडिया की सुर्खियां बना रहा, लेकिन वायरल का सीजन आने से पहले ही डीएम राजीव शर्मा ने आयुष मंत्री डाॅ. धर्म सिंह सैनी और सांसद डाॅ. संजीव बालियान के हाथों जनपद में वायरल ज्वर रोधी होम्योपैथी दवा पिलाओ अभियान चलवाया। इस अभियान में अभी तक 21 लाख लोगों को होम्योपेथी दवा की ये खुराक पिलाई जा चुकी है, इसी अभियान का कारण रहा कि जनपद में वायरल का प्रकोप कमतर नजर आया। इसके अलावा सलोनी नदी की खुदाई कराई और उनके अनोखे इस बाढ़ प्रबन्धन के चलते भारी बरसात के बाजवूद मुजफ्फरनगर का खादर भयावह बाढ़ के प्रकोप से बचा। उनके द्वारा स्वयं सहायता समूह के आर्थिक उत्थान के साथ ही महिला सशक्तिकरण के लिए भी कई अभिनव कार्यक्रम चलाये गये। अब मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में मुजफ्फरनगर यूपी में नम्बर वन बनकर चमक रहा है।

छात्र को मिला जवाब, तो डीएम संग ली सेल्फी

मेरठ जनपद में मतदाता पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा करने के लिए पहुंचे राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू के निर्देशन में जब मुजफ्फरनगर के जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव शर्मा ने मतदाताओं को जागरुक करने के लिए अभियान को लेकर भाषण शुरू किया, तो इसी बीच वहां उपस्थित लोगों ने अपनी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए अनेक सवाल भी पूछे, जिनका आईएएस राजीव शर्मा ने अपने चिरपरिचित अंदाज में सटीक जवाब दिया। ऐसे में एक छात्र ने उनसे सवाल पूछा कि यदि किसी व्यक्ति को किसी अपराध में दोषी ठहराकर फांसी की सजा सुना दी जाये, तो क्या उसको किसी भी चुनाव में वोट देने का अधिकार है। इस सवाल पर डीएम राजीव शर्मा ने जवाब दिया कि ऐसा व्यक्ति वोट नहीं डाल सकता, बल्कि यदि किसी को किसी अपराध में दो साल या इससे अधिक समय की सजा सुना दी गयी हो, तो वो भी वोट डालने का संवैधानिक अधिकार खो देगा।'' ये जवाब सुनकर छात्र अपने स्थान पर बैठ गया। जब कार्यक्रम और बैठक समाप्त हुई तो राजीव शर्मा अपनी कार की तरफ बढ़े, इसी बीच इस छात्र ने उनको रोक लिया और उनके साथ सेल्फी लेने का आग्रह किया। छात्र की ये इच्छा भी डीएम राजीव शर्मा ने पूरी की और पूछा कि क्या वो उनको जानता है, छात्र ने कहा कि जी हां, आप मुजफ्फरनगर के डीएम हैं, जब यह पूछा कि सेल्फी क्यों ली, तो छात्र ने बताया कि उसने जो सवाल पूछा, उसका जवाब उसको किसी के द्वारा नहीं दिया जा रहा था, ये जवाब आपसे ही मिला, इसलिए इसे यादगार बनाने को सेल्फी लेने का मन किया।

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