मुजफ्फरनगर में भाजपा नेता को जेल भेजने के बाद अब सपा नेताओं के लिए आफत बनी पुलिस

मुजफ्फरनगर में भाजपा नेता को जेल भेजने के बाद अब सपा नेताओं के लिए आफत बनी पुलिसमुजफ्फरनगर में 2 जून को महावीर चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने के दौरान सपाईयों को रोकते पुलिसकर्मी




मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकने पर 23 सपा नेताओं के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज

मुजफ्फरनगर। कोचिंग की आड़ में देह व्यापार कराने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी के एक नेता को जेल भेजने के बाद अब मुजफ्फरनगर पुलिस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं पर नजरी तिरछी की हैं। पुलिस की सख्ती के कारण करीब एक दर्जन सपा नेताओं के लिए मुसीबत खड़ी हो गयी है। जिन सपा नेताओं पर पुलिसिया आफत आयी है, उनमें दो पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व प्रत्याशी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष, जिला महासचिव और महानगर अध्यक्ष के नाम भी शामिल हैं। पुलिस ने इन नेताओं के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सार्वजनिक स्तर पर अपमानित कर उनका उपहास उड़ाने का आरोपी मानते हुए नामजद मुकदमा दर्ज किया है। एक दर्जन सपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के उपरांत जिले में सियासी हलचल मच गयी है, सपा नेताओं ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात बताते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने और जेल भरने की चेतावनी दी है।

बता दें कि कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सपा, बसपा, कांग्रेस, रालोद व अन्य राजनीतिक दलों के महागठबंधन के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। भाजपा गोरखपुर और फूलपुर के बाद राजनीतिक स्तर पर बैकफुट पर आ गयी। इसके बाद सपाईयों ने जश्न मनाया। पिछले दिनों मुजफ्फरनगर के महावीर चौक स्थित जिला कार्यालय पर सपा कार्यकर्ता एकत्र हुए और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जुलूस निकाला। महावीर चैक पर आकर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। सपा नेताओं ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नफरत की राजनीति करते हैं, कैराना में रालोद व नूरपुर में सपा की जीत से वो और भाजपा बौखलाहट में है, उनके द्वारा महागठबंधन को आतंकियों का गठबंधन बनाया जाना निंदनीय है। इसी बयान के विरोध में सपाईयों ने ये प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने पुतला दहन करने से सपाईयों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वो पुतला जलाने में कामयाब रहे। इस पर पुलिस प्रशासन ने दावा किया कि सपाईयों ने राज्य सरकार का पुतला दहन किया है, मुख्यमंत्री का नहीं, लेकिन सपाईयों ने दावा किया कि उनके द्वारा जलाया गया पुतला मुख्यमंत्री का ही था। समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित हुई तो पुलिस प्रशासन में हलचल मच गयी। पुतला जलाने में कामयाब होने पर सपाईयों में जश्न का आलम था। ऐसे में कार्यवाही के लिए अफसरों ने कदम आगे बढ़ाया। समाचार पत्रों में छपे फोटो और खबरों के आधार पर सपाईयों की पहचान करते हुए सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। स्टेडियम चैकी प्रभारी एसआई निधि चैधरी की तहरीर पर ये मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमा अपराध संख्या 407/2018 के अन्तर्गत दर्ज एफआईआर में एसआई निधि ने बताया कि 2 जून को महावीर चौक पर सपा कार्यकर्ता एकत्र हुए और सीएम योगी आदित्यनाथ का पुतला सरेआम जलाया। सार्वजनिक स्थान पर वैमनस्यता अपनाते हुए उपहास उडाते हुए मुख्यमंत्री के विरुद्ध नारे भी लगाये। इस प्रकरण में सिविल लाईन थाने में एसआई निधि चैधरी की तहरीर पर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष इलम सिंह गुर्जर व सतेन्द्र सैनी, जिला महासचिव जिया चौधरी, महानगर अध्यक्ष वसी अंसारी, पूर्व प्रत्याशी राकेश शर्मा, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष शाहिन बेगम, फ्रंटल संगठनों के जिलाध्यक्ष शौकत अंसारी, साजिद हसन के अलावा यासिर राणा, सत्यवीर त्यागी, सूर्यप्रताप राणा, जनार्दन विश्वकर्मा, विनय पाल प्रमुख, निधीश गर्ग, सतीश गुर्जर, राकिब कुरैशी, सुक्कड़ सिंह, स. तरनजीत सिंह, टीटू पाल, अतहर हसन, शादाब राणा, सुमित पंवार सहित 23 सपा नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 और धारा 6 विशेष संयुक्त राज्य शांति अधिनियम 1932 के अंतर्गत नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। सिविल लाईन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने बताया कि 2 जून को सपा कार्यकर्ताओं के द्वारा महावीर चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया है, एसआई निधि चौधरी की तहरीर पर सम्बंधित धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। उधर सपा नेताओं में पुलिस की इस कार्यवाही को लेकर रोष बना हुआ है। मुकदमे में आरोपी बनाये गये जिला महासचिव जिया चौधरी का कहना है कि प्रशासन सत्ता पक्ष के नेताओं के अनैतिक दबाव में काम कर रहा है। पुतला दहन होने के तीन दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया जाना इस बात का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि मुकदमों से सपाई नहीं डरते। हमारे नेता को कोई भी आतंकी बतायेगा तो ये बर्दाश्त नहीं होगा और हम जेल जाने को तैयार है। 23 लोगों पर मुकदमा दर्ज करने के विरोध में सपा का एक एक कार्यकर्ता अपनी गिरफ्तारी देगा। जल्द ही मीटिंग बुलाकर आंदोलन की रणनीति तय की जायेगी। भाजपा सरकार पुलिस के खौफ से लोकतांत्रिक व्यवस्था और अधिकारों को कुचलना चाहती है। महानगराध्यक्ष वसी अंसारी, युवा नेता साजिद हसन, शौकत अंसारी ने कहा कि हर वार्ड में भाजपा सरकार और जिला प्रशासन की इस हठधर्मिता का विरोध करने के लिए नुक्कड़ सभाएं की जायेंगी। सपा कार्यकर्ता किसी मुकदमे से नहीं डरेंगे। आवश्यकता पड़ी तो जिला मुजफ्फरनगर की जेल भरने का काम किया जायेगा।

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