'गर्म गोश्त' का धंधा करने वाला भाजपा नेता जितेन्द्र चौधरी पहुंचा जेल

गर्म गोश्त का धंधा करने वाला भाजपा नेता जितेन्द्र चौधरी पहुंचा जेल
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मुजफ्फरनगर। भारतीय जनता पार्टी एक ऐसा राजनीतिक दल है जो दागी नेताओं से दूरी बनाकर रखता है। यही वजह है कि कोचिंग सेंटर की आड़ में चकलाघर चलाने वाले भाजपा नेता डा. जितेन्द्र चौधरी को आज मुजफ्फरनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़े घर को रवाना कर दिया है। अगर किसी अन्य दल का नेता जितेन्द्र चौधरी होता और उनकी पार्टी सत्ता में होती तो पुलिस की हिम्मत नहीं थी कि ऐसे नेता को जेल भेज देती। पिछली सरकार में बलात्कार के आरोपी तत्कालीन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को सरकार ने बचाने के लिए एडी चोटी का जोर लगाया था, लेकिन न्यायालय के आदेश पर गायत्री प्रजापति को जेल जाना पड़ा। भाजपा नेता जितेन्द्र चौधरी के पक्ष में एक भी भाजपा नेता का समर्थन नहीं होना साबित करता है कि भाजपा ऐसे चकलाबाज नेताओं को अपने दल में रखना नहीं चाहती है, जो पार्टी की छवि को धूमिल करता हो। अन्य दलों में अपने दागी नेताओं को बचाने के लिए सत्ता के रसूख का इस्तेमाल होने का ही कारण था कि जब पुलिस ने जितेन्द्र चौधरी के सैक्स रेकैट को पकड़ा तो मौके पर पकड़ी गई काॅल गर्ल ने जितेन्द्र चौधरी का फोन मिलाकर एक पुलिस वाले को थमा दिया। सूत्रों के मुताबिक जितेन्द्र चौधरी ने उस पुलिस वाले से उसका परिचय जानकर इस पर कोई कार्यवाही नहीं करने का दबाव बनाया, लेकिन दबाव मुक्त पुलिसिंग करने वाले एसएसपी मुजफ्फरनगर अनंत देव की टीम के इस पुलिस जन ने भाजपा नेता जितेन्द्र चौधरी के दबाव को नकार दिया। सत्ता के मद में चूर जितेन्द्र चौधरी ये जानते हुए भी कि इस सैक्स रेकैट का संरक्षक वो खुद है और पुलिस को इसका पता भी चल गया है, इसके बावजूद भी जितेन्द्र चौधरी नई मण्डी थाने पहुंचकर पकड़ी गई काॅल गर्ल और उसके ग्राहकों को छुड़ाने के लिए दबाव बनाता रहा। जब जितेन्द्र चौधरी के इस कुकर्म में किसी भाजपा नेता ने उसका साथ नहीं दिया तो उसने सोशल मीडिया पर पुलिस पर अनर्गल आरोप लगाते हुए पोस्ट डालनी शुरू कर दी। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक जब पुलिस को जितेन्द्र चौधरी और मौके से पकड़ी गई लड़की के बीच हुई बातचीत की वो रिकार्डिंग मिली, जिसमें जितेन्द्र चौधरी और लड़की के बीच सैक्स रेकैट चलाने का खुलासा हो गया तो पुलिस ने जितेन्द्र चौधरी को जिला कारागार भेज दिया। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक जितेन्द्र चौधरी सूदखोरी का भी काम करता था, और ये खासकर गरीब महिलाओं और लड़कियों को सूद पर रुपये देता था। जब वो ब्याज का पैसा नहीं दे पाती थी, तो वो पहले तो खुद ही उनका शारीरिक शोषण करता था, उसके बाद उनको देह व्यापार के धंधे में धकेल देता था। बताया जाता है कि वो कई बड़े नेताओं और अफसरों की सेवा में भी गर्म गोस्त को परोसता था। एक बार प्रकाश चैक पर स्थित इसके आॅफिस पर जब इसने एक लड़की को आॅफिस में बुलाकर दरवाजा बन्द कर लिया और काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो मार्किट के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस को आने में थोडा समय लग गया, जिस कारण वो लड़की वहां से निकल गयी। पुलिस मौके पर आयी तो सूचना देने वाले को पुलिस ने झूठी सूचना देने का आरोप लगाया तो उसी मार्किट में एक व्यक्ति जिसने अपनी दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाया था, उसकी फुटेज पुलिस को दिखाई, तब पुलिस को सूचना की सच्चाई का पता चला, लेकिन चूंकि लड़की वहां से जा चुकी थी, इसलिए कोई कार्यवाही नहीं की गयी। उस दुकानदार का कहना है कि जितेन्द्र चौधरी मेरी दुकान की फुटेज में लड़की के दिखाई देने से चिढ़ गया था। इसलिए उसने मेरी दुकान के बाहर लगे कैमरे चोरी करा दिये थे, जिसके सम्बंध में मैंने थाना सिविल लाइन पर जितेन्द्र चौधरी के खिलाफ सीसीटीवी कैमरे चोरी कराने का मुकदमा दर्ज कराया था। बताया जाता है कि जितेन्द्र चौधरी लड़कियों से यौन शोषण का आरोप लगाकर लोगों से वसूली का भी काम करता था। लगभग छह महीने पूर्व नई मण्डी थाना क्षेत्र में ब्यूटी पार्लर चलाने वाले रहमान के यहां इसने एक लड़की को मेकअप कराने के बहाने भेजा था, वहां उस लड़की ने पैसों को लेकर रहमान से विवाद कर लिया और जितेन्द्र चौधरी को लेकर उसके पार्लर पर गई और उससे पैसों की मांग की। जब रहमान ने मना कर दिया तो जितेन्द्र चौधरी ने दरोगा बनकर रहमान को फोन कर जांच करने की बात बताई। रहमान ने यह बात अपने एक पत्रकार साथी को बताई तो वह रहमान को लेकर नई मण्डी थाने पहुंच गये, जहां पहले से ही जितेन्द्र चौधरी मौजूद था। बताया जाता है कि वहां जितेन्द्र चौधरी और पत्रकार के बीच विवाद हो गया तो जितेन्द्र चौधरी ने सत्ता के बलबूते रहमान की सिफारिश पर थाने गये पत्रकार के खिलाफ भी लड़की से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा दिया था।
बता दें कि सात मार्च 2018 को पुलिस ने नई मंडी क्षेत्र के पॉश इलाके गांधी कॉलोनी में कोचिंग सेंटर की आड़ में हो रही वेश्यावृत्ति का पर्दाफाश किया था। सीओ सिटी हरीश भदौरिया ने नई मंडी पुलिस के साथ गांधी कालौनी की गली नंबर 16 में एक मकान पर छापा मारकर सेक्स रैकेट पकड़ा था। मौके से युवती और दो युवकों को गिरफ्तार किया गया, जबकि कोचिंग सेंटर संचालक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। सीओ सिटी की ओर से चारों के खिलाफ नई मंडी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि गांधी कॉलोनी की गली नंबर 16 के एक मकान में काफी समय से वेश्यावृत्ति हो रही है, जबकि मकान के बाहर गोयल कोचिंग सेंटर का बोर्ड लगा रखा है। पुलिस के मुताबिक सात मार्च बुधवार शाम एक युवती दो ग्राहकों के साथ यहां पहुंचे थे। इसके कुछ ही देर बाद ही सीओ सिटी हरीश भदौरिया ने नई मंडी कोतवाली पुलिस के साथ गोयल कोचिंग सेंटर वाले मकान पर छापा मारा, जहां पर दो युवक और एक युवती को आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ लिया था, जबकि कोचिंग सेंटर संचालक मकान मालिक फरार हो गया। नई मंडी इंस्पेक्टर हरशरण शर्मा ने बताया कि सात मार्च को छापे में पकड़े गए युवकों ने अपने नाम सुदेशपाल निवासी गांव बहादरपुर सिखेड़ा और गोपाल निवासी कंबलवाला बाग नई मंडी बताए थे, जबकि फरार हुआ कोचिंग सेंटर संचालक मकान मालिक अशोक कुमार गोयल था। सीओ सिटी की ओर से उक्त चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। नई मंडी पुलिस ने बताया कि काफी समय से वेश्यावृत्ति हो रही थी। कोचिंग सेंटर नहीं चलने पर अशोक कुमार गोयल ने इसे वेश्यावृत्ति का अड्डा बना दिया था। पकड़ी गई युवती के साथ मिलकर उसने सेक्स रैकेट बना लिया था। ग्राहकों से सेटिंग होने पर युवती और युवक यहां आते थे, कोचिंग सेंटर संचालक अशोक कुमार प्रति ग्राहक से 2000 रुपये लेता था, जबकि 1000 रुपये प्रति ग्राहक युवती को मिलते थे। पुलिस ने बाद में कोचिंग सेंटर संचालक अशोक कुमार गुप्ता को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
सोमवार को इस प्रकरण में उस समय नया मोड़ आ गया, जबकि नई मंडी पुलिस ने भाजपा नेता डा. जितेन्द्र चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि ये काॅल गर्ल रैकेट भाजपा नेता जितेन्द्र चौधरी के संरक्षण में ही चल रहा था। पुलिस ने इस मामले में पकड़ी गयी युवती के मोबाइल से भाजपा नेता जितेन्द्र के साथ बातचीत की रिकार्डिंग भी जुटाई है तथा भाजपा नेता इस रैकेट पकड़ने के बाद इन्हें छुड़ाने थाना नई मण्डी पर भी गये थे। सूत्रों के मुताबिक जब पुलिस ने सैक्स रैकेट पकड़ा था, तब भी मौके पर पहुंची पुलिस से युवती ने भाजपा नेता से टेलीफोन पर बात कराकर छुड़ाने की सिफारिश की थी। भाजपा नेता पुलिस की कार्यवाही से इतना बौखला गया था कि उसने सोशल मीडिया पर पुलिस के खिलाफ लिखना शुरू कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेताओं का एक बड़ा तबका इस भाजपा नेता के खिलाफ सबूतों को इकट्ठा कर भाजपा आला कमान को भेजने की मुहिम में जुटा था। इनको सबूत बनाकर ही पुलिस ने भाजपा नेता को गिरफ्तार किया। भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने तत्वरित कार्यवाही करते हुए उसके विरुद्ध अनैतिक देह व्यापार अधिनियम की धारा 4 और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। पुलिस की इस गंभीर कार्यवाही से भाजपा में हलचल मची नजर आयी। मुजफ्फरनगर से लखनऊ भाजपा कार्यालय तक इस कार्यवाही की गूंज रही।
भाजपा के जिलाध्यक्ष रूपेन्द्र सैनी का कहना है कि देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार डा. जितेन्द्र चौधरी का भाजपा से कोई सम्बंध नहीं है। न तो वो वर्तमान भाजपा कार्यकारिणी में कोई पदाधिकारी हैं और न ही किसी अन्य मोर्चा में। डा. जितेन्द्र को भाजपा का सदस्य होने से भी रूपेन्द्र सैनी ने इंकार करते हुए कहा कि उनके द्वारा भाजपा की किसी भी प्रकार की कोई सदस्यता ग्रहण नहीं की गयी है। वो पूर्व में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् में पदाधिकारी अवश्य रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा नेता डा. जितेन्द्र चौधरी की सोशल साइट फेसबुक पर बनी आईडी पर उनके द्वारा भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराये जाने की तस्वीरें अपलोड की गयी है। मुजफ्फरनगर में भाजपा जिला संगठन के कार्यक्रमों व भाजपा नेताओं के साथ हर कदम साथ रहने के सबूत के तौर पर भी डा. जितेन्द्र चौधरी ने अनेक तस्वीरे सोशल मीडिया पर शेयर कर रखी हैं। पिछले दिनों डा. जितेन्द्र मुजफ्फरनगर पुलिस के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण चर्चाओं में आये थे।

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