सम्मान पाने को दर-दर भटक रहे अति पिछड़े-अति दलितः ओमप्रकाश राजभर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट में शामिल सुहेलदेव भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर से अति पिछड़ों के अधिकारों को लेकर कई सवाल खड़े किये। उन्होंने 27 अक्टूबर को राजधानी में प्रस्तावित पार्टी की महारैली की तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित मीटिंग में कहा कि आज भी देश प्रदेश में अति पिछड़ों और अति दलितों को मान सम्मान तथा अधिकार पाने के लिए दर-दर की ठोंकरे खाने को विवश होना पड़ रहा है। उन्होंने अति पिछड़ों को आरक्षण की व्यवस्था में बदलाव की पैरवी करते हुए इसके लिए संघर्ष का ऐलान किया।
दारूलसफा लखनऊ में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की मासिक बैठक का आयोजन प्रदेश अध्यक्ष आनन्द मिश्रा की अध्यक्षता में किया गया। प्रदेश कार्यसमिति की मासिक बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने प्रदेश भर से आये हुए जिलाध्यक्षों एवं प्रदेश के नेताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आगामी 27 अक्टूबर 2018 को पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर होने वाली अति पिछड़ा अति दलित महारैली को सफल बनाने के लिए सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपनी मजबूत तैयारियों में अभी से जुट जायें। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि रमाबाई पार्क लखनऊ में प्रस्तावित इस महारैली से देश में एक अलग माहौल बनेगा और सकारात्मक संदेश जायेगा। उन्होंने कहा कि अति पिछड़ों के लिए काम करने का दावा करने वालों को इनके लिए कुछ भी नहीं किया। आज भी अति पिछड़ा व अति दलित अपने मान सम्मान अधिकार के लिए दर दर की ठोंकरे खाने पर मजबूर हैं, हमारी पार्टी चाहती है कि 27 प्रतिशत आरक्षण में नई व्यवस्था लागू की जाये। इसको तीन श्रेणियों में बांटकर पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा में लागू करते हुए समाज को लाभान्वित किया जाये। इसी प्रकार से 22 प्रतिशत आरक्षण अनुसूचित जाति, जन जाति को भी तीन श्रेणियों दलित, अति दलित और महादलित की व्यवस्था लागू करके दिया जाये। इसी व्यवस्था से समाज में दबे कुचले लोगों का भला किया जा सकता है। यूपी सरकार में पिछड़ा वर्ग मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आर्थिक आधार पर आरक्षण व्यवस्था लागू करने पर जोर देते हुए कहा कि सम्पूर्ण प्रदेश का आर्थिक आधार पर कमजोर को ही आरक्षण दिया जाये चाहे वह किसी भी धर्म या जाति से ताल्लुक रखता हो। उन्होंने एससी एसटी एक्ट के मुद्दे पर कहा कि हम और हमारी पार्टी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ खड़ी है। उन्होंने मासिक मीटिंग में ये भी साफ कर दिया कि पार्टी बिहार की तर्ज पर ही उत्तर प्रदेश में पूर्णतया शराबबंदी के लिए चलाये जा रहे अपने अभियान से कतई पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की जनता ये चाह रही है कि यूपी में शराबबंदी को लागू किया जाये।
इस मासिक बैठक में मुख्य रूप से सुभासपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविन्द राजभर, अरूण राजभर, महेन्द्र राजभर, डा. बलिराज राजभर, शक्ति सिंह, रजनी श्रीवास्तव, सुनील सिंह, रूद्र प्रताप सिंह, बब्बन राजभर, रामजी राजभर, अमलेश सिंह, सुमन सिंह, सुशील यादव, सतीश शर्मा, हरी कुशवाहा, प्रेम तिवारी, अरूण शर्मा आदि मौजूद रहे।