BJP अध्यक्ष ने लिया विरोधियों को आड़े हाथों कहा- पार्टी घरों से नहीं चलती

BJP अध्यक्ष ने लिया विरोधियों को आड़े हाथों कहा- पार्टी घरों से नहीं चलती

शिमला। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने विरोधियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि पार्टी घरों से नहीं चलती, नहीं तो पार्टी परिवार की हो जाती है।

जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि चाहे धारा 370 का उन्मूलन हो, ट्रिपल तलाक का खात्मा हो या राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना हो, सभी विषयों का पूर्णकालिक समाधान पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया है। कांग्रेस ने तो इसे अटकाने, लटकाने और भटकाने के न जाने कितने जतन किये थे। चीन में खलबली इसलिए मची हुई है कि अरुणाचल प्रदेश से लेकर लद्दाख की सीमा तक विगत छह वर्षों में 4700 किलोमीटर सड़क बन कर पूरे बॉर्डर एरिया को कवर कर लिया गया है। सीमा पर 14 हजार से ज्यादा फोरलेन ब्रिज बन कर तैयार हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को अटल टनल समर्पित किया है जो हिमाचल को लद्दाख से जोड़ती है।

जगत प्रकाश नड्डा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आज हिमाचल प्रदेश के छह भाजपा जिला कार्यालयों पालमपुर, धर्मशाला, नूरपुर, देहरा, सुंदरनगर और कुल्लू का शिलान्यास किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को और गति देने का आह्वान किया।

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सहित अनेक नेता ने उपस्थित रहे।

उन्होंने कहा कि जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने, तब हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की प्रेरणा से देश के हर जिले में पार्टी का कार्यालय बनाने का कार्य शुरू हुआ। अब तक 719 जिला कार्यालयों में से 432 कार्यालयों का निर्माण हो चुका है। 73 कार्यालय उद्घाटन के लिए तैयार हैं और 196 निर्माणाधीन हैं जो जल्द से जल्द पूरे हो जायेंगे।

इन सभी जिला कार्यालयों का निर्माण समयबद्ध तरीके से संपन्न हो, इसमें गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और यह सभी आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से युक्त हो।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्यालय केवल ऑफिस नहीं होता बल्कि यह पार्टी कार्यकर्ताओं को सांस्कारिक करने का केंद्र होता है। किसी भी पार्टी को सुचारू रूप से चलाने के लिए पांच कक्ष की आवश्यकता होती है।

कृषि सुधारों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कृषि सुधार विधेयकों के माध्यम से पहली बार किसानों को आजादी दी है। अब वे अपने उत्पादों को देश के किसी भी हिस्से में उचित मूल्य पर बेच सकते हैं। इससे हिमाचल प्रदेश के फल उत्पादकों को काफी लाभ होगा। आत्मनिर्भर अभियान के तहत मोदी सरकार ने जहां एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया है, वहीं लघु, सूक्ष्म एवं माध्यम उद्योगों के लिए तीन लाख करोड़ की व्यवस्था की गई है।

उनके अनुसार प्रदेश के किसानों और उद्यमियों को इसका अधिक से अधिक लाभ मिले, इसके लिए पार्टी और सरकार को आगे बढ़ कर काम करना चाहिए। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत चंबा के रुपाल, कुल्लू के शॉल, लाहौल स्पीति और शिमला की टोपी, स्टोन कार्निंग और हिमाचल प्रदेश की खान-पान की संस्कृति की ब्रांडिंग होगी।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भारतीय जनता पार्टी 'सेवा ही संगठन' के रूप में प्रतिष्ठित हुई। लॉकडाउन के दौरान जहां सभी पार्टियों ने अपने आप को लॉकडाउन कर लिया था, वहीं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मानवता की सेवा में जी-जान से लगे रहे। पार्टी ने लॉकडाउन के दौरान मानवता की सेवा की, इस पर भारतीय जनता पार्टी संयुक्त राष्ट्र संघ की नौ आधिकारिक भाषाओं में ई-बुक लॉन्च करने जा रही है। राज्य स्तर पर भी जल्द से जल्द ई-बुक जारी होनी चाहिए।

जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के शुरूआती चरणों में जब दुनिया के शक्तिशाली देश भी फैसला नहीं ले पा रहे थे कि मानवता को बचाने की लड़ाई लड़ी जाय या फिर आर्थिक विकास पर फोकस किया जाय। उन देशों में अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था होने के बावजूद उनका सिस्टम चरमरा गया था और वे असहाय महसूस कर रहे थे। इस दौरान पीएम ने मानवता को बचाने के लिए कोरोना से लड़ाई लड़ने का एलान किया और समय पर लॉकडाउन का निर्णय लेते हुए 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।

उन्हाेंने कहा कि लाकडाउन की शुरुआत में जहाँ देश में एक भी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल नहीं था, वहीं आज 1,500 से अधिक डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल्स हैं। इसी तरह आज लगभग 1,800 टेस्टिंग लैब्स हैं जहां रोजाना औसतन लगभग 15 लाख टेस्टिंग हो रही है जबकि शुरुआत में हमारी क्षमता महज 1,500 टेस्टिंग प्रतिदिन की ही थी।

लॉकडाउन की शुरुआत में जहां हम पीपीई किट, फेस मास्क और वेंटिलेटर के लिए आयात पर निर्भर थे, वहीं आज हम इसका निर्णय कर पा रहे हैं। आज प्रतिदिन चार लाख से अधिक पीपीई किट का उत्पादन हो रहा है, वेंटिलेटर्स का उत्पादन हो रहा है।

वार्ता

epmty
epmty
Top