एक डंडे और एक झंडे के नीचे आना होगा: ओवैसी

एक डंडे और एक झंडे के नीचे आना होगा: ओवैसी

मेरठ। एआईएमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी ने आज मुस्लिम समाज के लोगों को सलाह देते हुए कहा कि अगर अपना राजनैतिक वजूद कायम रखना है तो एक डंडे और एक झंडे के नीचे आना होगा।

असदउद्दीन ओवैसी ने शनिवार को जिले के कस्बा किठौर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि दलित और यादव एक डंडे और एक झंडे के नीचे रहकर ही सरकारी नौकरियों में जगह पाये हुए हैं जबकि दूसरी तरफ मुसलमान की किस्मत में दंगे, फसाद, जेल, बर्बादी और तबाही लिखी हुई है।

मुस्लिम समाज को आगाह करते हुए उन्होने कहा कि खुद को बदलने का वक्त आ गया है वरना उत्तर प्रदेश में नाइन्साफी का शिकार होना तय है क्योंकि आंकड़े भी इसकी पुष्टि करते हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमानों पर आने वाली किसी भी आफत पर उनकी पाटी और स्वयं उन्होंने आवाज बनकर संसद में उठाया है, दूसरी पार्टियों के मुस्लिम दुमछल्लों ने नहीं।

असदउद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही सौ करोड़ लोगों को कोराना वैक्सीन लगाने का दावा करते हों लेकिन सच्चाई यह है कि महज 31 प्रतिशत देश की जनता को वैक्सीन मिल पाई है। उन्होंने कहा कि शायद लोग यह भूल गये है कि केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सफलता समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस की गलत नितियों का परिणाम है। असदउद्दीन ओवैसी इससे पूर्व मेरठ नगर निगम के कारपोरेटर और एआईएमआईएम नेता जुबैर की गत 28 अगस्त को दिनदहाड़ की गई हत्या के बाद आज उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना भी दी।


वार्ता

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