उपाध्यक्ष चुनाव-भाजपा कर रही सदन की परंपराओं से खिलवाड़-रामगोविंद

उपाध्यक्ष चुनाव-भाजपा कर रही सदन की परंपराओं से खिलवाड़-रामगोविंद

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने विधानसभा में उपाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भाजपा के ऊपर अपना निशाना साधते हुए कहा है कि चुनाव में चंद दिन शेष रहने पर अब भाजपा को उपाध्यक्ष की याद आई है। वह सदन की परंपराओं से खिलवाड़ करते हुए किसी पिछड़े या दलित को उपाध्यक्ष पद पर बैठे हुए देखना नहीं चाहती है। इसीलिए भाजपा ने नितिन अग्रवाल के रूप में उपाध्यक्ष पद के लिए अपने प्रत्याशी का नामांकन कराया है।

रविवार को उत्तर प्रदेश विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने बताया कि विधान सभा में उपाध्यक्ष के पद पर विपक्ष के सबसे बड़े दल के सदस्य को सदन में निर्वाचन के उपरान्त पदास्थापित करने की अब तक की परम्परा रही है। समाजवादी पार्टी इस पद पर किसी पिछड़े या दलित वर्ग के योग्य एवं अनुभवी सदस्य को बैठाना चाहती थी, परन्तु भारतीय जनता पार्टी पिछड़े और दलित वर्ग के व्यक्ति को इस पद पर बैठाना नहीं चाहती थी। इसीलिए साढे चार साल तक उसने उपाध्यक्ष पद के लिये निर्वाचन ही नहीं कराया। उपाध्यक्ष पद के लिये विधिवत रूप से कोई बैठक, न प्रस्ताव कभी लाया गया। अब चुनाव नजदीक देखते हुए भाजपा वोट की राजनीति कर रही है। भाजपा ने अब अचानक साढ़े चार साल बाद अपनी पार्टी के विधायक नितिन अग्रवाल को उपाध्यक्ष बनाने की घोषणा कर अचानक सदन आहूत कर नामांकन तिथि निश्चित कर दिया है। उन्होंने कहा है कि नितिन अग्रवाल भाजपा के प्रत्याशी हैं। समाजवादी पार्टी ने पिछड़ी जाति ( कुर्मी ) के महमूदाबाद, सीतापुर के विधायक नरेन्द्र वर्मा को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर आज नामांकन तिथि पर सबसे पहले नामांकन प्रस्तुत कराया है । कल सदन में निर्वाचन के बाद पता चलेगा कि भाजपा विधान सभा की परम्परा का पालन करती है या नहीं ?





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