समाजवादी पार्टी ने संत रविदास की जयंती सादगी के साथ मनाई

समाजवादी पार्टी ने संत रविदास की जयंती सादगी के साथ मनाई
  • whatsapp
  • Telegram
  • koo
  • Story Tags

लखनऊ समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में आज संत रविदास की जयंती सादगी के साथ मनाई गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा संत रविदास की समता, बंधुत्व, सौहार्द और ऊंच-नीच के विरोध की विचारधारा को अपनाने और आगे बढ़ाने के लिए समाजवादी कृतसंकल्प हैं।






राजेन्द्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री, एसआरएस यादव तथा अरविन्द कुमार सिंह एम.एल.सी. ने भी संत रविदास को पुष्पांजलि अर्पित की।

अखिलेश यादव का मानना है कि संत रविदास समाज सुधारक थे, महान क्रांतिकारी थे और स्वतंत्र चिंतक थे। उन्होंने कर्मकाण्ड और अंधविश्वासों का डटकर विरोध किया। समाज को एक नई दिशा दी। एकता, भाईचारा और समानता का संदेश दिया। उनका कहना था कि सभी मनुष्य एक समान हैं। मानव-मानव में भेद नहीं करना चाहिए। मानव सेवा ही वास्तविक धर्म है।





अखिलेश यादव का यह भी कहना है कि संत रविदास ने अपना कोई पंथ स्थापित नहीं किया किन्तु उनके अनुयायी देश के हर हिस्से में मिलते हैं। गुरूग्रंथ साहब में भी उनके पद संगृहीत है। मीराबाई सहित अनेक महिलाओं के लिए संत प्रवर ने अध्यात्म के मार्ग खोले। वे कहते थे कि श्रम की प्रतिष्ठा और श्रम साधना ही संसार में सुखशांति का सरल साधन है। भक्ति और सत्संग में रमे रहने के बावजूद वे आजीविका के लिए पुश्तैनी धंधा करते रहे थे।

इस अवसर पर सर्वेश अम्बेडकर, अरविन्द गिरि, राजवर्धन जाटव, पासी जयवीर सिंह, डाॅॅ रामसूरत, आलोक कुमार, मोहित सिंह गौतम, कपिल कुमार, महेश, वेदप्रकाश, डाॅॅ नवरत्न, डाॅ रमेशचंद्रा, मुनीर अहमद, कपिल कुमार, डाॅ लक्ष्मण कुमार, मनोज कुमार, संतोष गौतम, पवन पुनिया, अशोक अम्बेडकर, शुभम सोनकर, संजय हंसराज, वीरेन्द्र कुमार, आशीष कुमार तथा सौरभ कुमार आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।


epmty
epmty
Top