बोले राकेश टिकैत-किसानों के मान सम्मान की लड़ाई- जारी रहेगा आंदोलन

बोले राकेश टिकैत-किसानों के मान सम्मान की लड़ाई- जारी रहेगा आंदोलन

सहारनपुर। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन किसानों के मान सम्मान की लड़ाई है। जब तक नये कृषि कानून सरकार की ओर से वापस नहीं ले लिए जाते हैं, तब तक किसानों का आंदोलन लगातार चलता रहेगा।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत नये कृषि कानूनों के विरोध में चलाये जा रहे किसान आंदोलन की सफलता के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ चलाया जा रहा किसान आंदोलन किसानों के मान सम्मान की लड़ाई है। केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए नए कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून ना बनाने को अड़ी है। जबकि किसान अपनी खेती बाडी और जमीन बचाने की लडाई लडते हुए अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। जब तक सरकार की ओर से नये कृषि कानून वापस नहीं ले लिए जाते हैं और एमएसपी को कानून बनाने की घोषणा नहीं कर दी जाती है, तब तक किसानों का यह आंदोलन इसी तरह से जारी रहेगा।

उन्होंने कहा कि यदि देश के भीतर कोरोना संक्रमण के चलते संपूर्ण लाॅकडाउन भी लगा दिया जाता है तो इसके बावजूद भी किसान राजधानी के गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बार्डर पर धरना देते हुए डटे रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसान अब पूरी तरह से कानूनों को वापस ले जाने की बाबत आर पार की लड़ाई के मूड में है। शहीद भगत सिंह के भतीजे रणजीत सिंह की बेटी की शादी में शिरकत करने के लिए जनपद में आये भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ चलाया जा रहा आंदोलन अब गांव-गांव तक फैल गया है। किसान आंदोलन के समर्थन में भाजपा नेत्री और राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रियंवदा तोमर के पार्टी से त्यागपत्र दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोग अब भाजपा और सरकार की चाल को समझ रहे हैं। उन्हें पता चल रहा है कि नये कृषि कानून किसानों के खिलाफ है।



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