डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस का प्रदर्शन-नेताओं की धरपकड

डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस का प्रदर्शन-नेताओं की धरपकड

लखनऊ। डीजल पेट्रोल की रोजाना बढ़ रही कीमतों के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देशव्यापी प्रदर्शन करते हुए जगह-जगह गिरफ्तारी दी। कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन करने के लिए जा रहे प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू और राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी समेत कई नेताओं को पुलिस ने उनके घर से निकलने से पहले ही हाउस अरेस्ट कर लिया। विधायक निवास से आगे बढ़ रहे आंदोलनकारी कांग्रेसजनों पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें आगे बढ़ने से रोका।


शुक्रवार को रोजाना ऊंचाई की तरफ बढ़ रही डीजल पेट्रोल की कीमतों के विरोध में प्रदेश भर के कांग्रेसजन सड़कों पर उतर पड़े। प्रदेश व्यापी प्रदर्शन के तहत कांग्रेसियों ने जगह-जगह डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और देश में सुरसा के मुंह की तरह बढ रही मंहगाई पर अपना रोष जताया। सवेरे के समय कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जब अपने घर से निकलकर प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे तो उसी समय भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने उनके घर की घेराबंदी करते हुए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया। उधर राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए। कई अन्य नेताओं को भी पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है।


कांग्रेसजनों का आरोप है कि प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया गया है। हर जिले में कांग्रेसजनों पर पुलिसिया दमन का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि आज लखनऊ स्थित मेरे आवास पर फिर से पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। हमें दमन के खिलाफ आंदोलन की भी आजादी नहीं है। लेकिन किसान से डीजल पेट्रोल और आम आदमी से सरसों तेल के ऊंचे दाम वसूलने को लेकर सरकार और भाजपा को पूरी आजादी है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र इस समय अपने काले अध्याय के दौर से गुजर रहा है।

इससे पहले कांग्रेस ने मनरेगा के बजट में रोजगार में लगातार हो रही गिरावट पर भी चिंता जताई है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि चालू वित्तीय वर्ष में 48 प्रतिशत रोजगार कम हो गए हैं। वहीं सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार भी बढा है। मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों के भुगतान में भी संकट आ रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि ग्रामीण परिवारों के समक्ष सरकार की गलत नीतियों की वजह से रोजी-रोटी का संकट बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा है कि भाजपा लोगों को जो कुछ भी देने देने का वादा करती है। उसे देने की बजाय उल्टे जनता से छीन लेती है।

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