हाई प्रोफाइल ड्रामें के बाद झुकी सरकार, सोनभद्र के पीड़ितों को प्रियंका गांधी से मिलवाया

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लखनऊ। हाईप्रोफाइल ड्रामें के बाद यूपी सरकार ने दो कदम पीछे हटते हुए प्रियंका के सामने हथियार डालकर आखिर उन्हें पीड़ितों से मिलवा ही दिया। इससे पहले प्रियंका गांधी ने उन्हें मनाने चुनार गेस्टहाऊस पहुंचे एडीजी वाराणसी ब्रजभूषण, कमिश्नर वाराणसी दीपक अग्रवाल, कमिश्नर मिर्जापुर आनन्द कुमार, डीआईजी मिर्जापुर पीयूष श्रीवास्तव को बेरंग लौटा दिया था।

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सरकार ने प्रियंका गांधी को चुनार गेस्ट हाउस में नजरबंद कर रखा गया है

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सरकार ने प्रियंका गांधी को चुनार गेस्ट हाउस में नजरबंद कर रखा गया है। चुनार गेस्ट हाउस में न बिजली न पानी है न खाने का इंतजाम है, इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त।

बता दें कि प्रियंका गांधी को एसपीजी की सुरक्षा मिली हुई है, आरोप है कि गेस्ट हाउस में बिजली न होने की खबर मीडिया में चलने के बाद अब अधिकारियों द्वारा जनरेटर चलवाया गया। इससे पहले मोबाइल की रोशनी में प्रियंका गांधी वाड्रा ने मीडिया से बात की थी। प्रियंका गांधी का कहना है कि वे पीड़ितों व मृतकों के परिजनों से मिले बगैर दिल्ली वापस नहीं जायेंगी या तो मुझे वहां जाने दिया जाए या पीड़ितों को यहां लाकर मुझसे मिलवाया जाए।

प्रियंका गांधी ने कहा कि अधिकारी कह रहे हैं कि मुझे 50,000 की जमानत लेनी होगी

प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि अधिकारी कह रहे हैं कि मुझे 50,000 की जमानत लेनी होगी नही तो जेल भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे जेल जाने को तैयार हैं, जमानत नहीं लेंगी। उन्होने कहा कि मैंने कोई अपराध नहीं किया है।

यूपी सरकार ने सोनभद्र के पीड़ितों को प्रियंका गांधी से मिलवाकर मामले को निपटाने की कोशिश की है

अब यूपी सरकार ने सोनभद्र के पीड़ितों को प्रियंका गांधी से मिलवाकर मामले को निपटाने की कोशिश की है। कांग्रेसियों की मानें तो यह योगी सरकार की हार और कांग्रेस की सैद्धान्तिक जीत है। पीड़ितों से मिलने के दौरान प्रियंका गांधी बेहद भावुक नजर आयीं, उन्होंने पीडितों को पानी भी पिलाया।

वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सहित दर्जन भर से अधिक कांग्रेसियों को हिरासत में लिया है

ज्ञात हो कि मिर्जापुर में प्रियंका गाँधी की गिरफ्तारी के बाद जिले के कांग्रेसियों में उबाल आ गया था और यूपी की सियासी पारा एकदम से चढ़ गया था। इसी के चलते अतिउत्साह में कांग्रेसियों द्वारा सुल्तानपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ का पुतला भारी पड़ गया है। पुलिस ने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सहित दर्जन भर से अधिक कांग्रेसियों को हिरासत में लिया है और कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की तलाश में छापामारी जारी है और युवा काँग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश तिवारी, पूर्व प्रदेश महासचिव राहुल त्रिपाठी और पूर्व जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के घर और आफिस पर छापे मारे गये हैं। पुलिस की मानें तो इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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