भाजपा की यह नफरत की दाल किसी को पचने वाली नहीं है- जयंत सिंह

भाजपा की यह नफरत की दाल किसी को पचने वाली नहीं है- जयंत सिंह

मेरठ। जनपद मेरठ की विधानसभा सिवालखास विधानसभा इलाके में दबथुआ में रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह ने सम्बोधित करते हुए भाजपा पर हमला बोला और एक कहावत सुनाई। उन्होंने कहा कि अब इनकी नफरत की यह दाल किसी को पचने वाली नहीं है। उन्होंने प्रदेश के सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि बाबा जी को 2022 में फ्री कर दो क्योंकि उनसे सरकारी फाइल नहीं संभल रही है।

चौधरी जयंत सिंह ने सम्बोधन करते हुए कहा कि 1857 उससे पहले हो या बाद हो। जब-जब देश के आगे कोई भी चुनौती आई है, यहां के बेटों और बेटियों ने आगे आकर मुकाबला किया। उन्होंने कहा कि जहां आज यह रैली हो रही है, इसी गांव के वीर मामचंद शर्मा जी भारत और पाकिस्तान के युद्ध में शहीद हो गये थे और मैं उनको नमन करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले नेता पैसे देकर खबरें छपवाते हैं और कहते हैं कि फायरब्रांड नेता है, यह फायरब्रांड नेता नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि किसानों पर वार हुआ और एक साल अपमान हुआ, लेकिन भाजपा में रहकर राजनीति करने वाला छोटे से बड़े कार्यकर्ता ने एक शब्द में किसानों के हित में नहीं कहा। उन्होंने कहा कि यह फायरब्रांड नेता है, नहीं। फायरब्रांड नेता तो मेरठ में पैदा होते हैं। आज अखिलेश जी लखनऊ से चल कर आ रहे हैं, वह सोच रहे होंगे कि लखनऊ में तो अदब है।


उन्होंने कहा कि मुझे एक किस्सा याद आता है कि यहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक चोर पकड़ा गया, उस पर भाजपा का झंडा था और उसे लोगों ने चोरी करते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। इसके बाद पंचायत हुई, पंचायत ने फैसला सुनाया कि या तो 100 प्याज खा लो या 100 जूते खा लो। चोर ने सोचा कि 100 प्याज ही खा लेता हूं कोई आफत नहीं आने वाली है। चोर ने कुल 30-40 प्याज खाये रोना आना शुरू हो गया, प्याज कड़वे लगने लगेे। इसके बाद चोर ने कहने लगा कि जूते ही दे दो, फिर पंचायत ने जूते दिये 30-40 जूते लगने के बाद चोर सोचने लगा कि चोट ज्यादा हो जायेगी, मुझे तो प्याज ही दे दो, यही नौबत केन्द्र सरकार, भाजपा सरकार की हो गई, यह हाल भाजपा का हो गया है। 100 जूते भी खाने पडे, अपनी दाडी भी मुंडवानी पड़ी और नाक भी कटवानी पड़ी। उन्होंने कहा कि भाजपा में जो भी नेता गये होंगे कि इस माहौल को देख लो और इनके जोश को देख लो, आज भी मौका है। उन्होंने कहा कि भाजपा का मकसद एक सूत्रीय कार्यक्रम को चलाना है, तुम नफरत की बात करोगे। यूपी के हमारे बाबा जी शुरूआत औंरगजेब से करते हैं और उनकी गाड़ी कैराना के पलायन पर रूक जाती है। यूपी के नौजवान पेपर देने जाते हैं, पेपर लीक हो जाता है। यहां से पलायन करके यूपी का हर जिले का नौजवान देश के बड़े शहरों में काम कर रहा है, उनको यह पलायन नहीं दिखाई देता।

चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि एक सूत्रीय कार्यक्रम है नफरत की बात करते है। अब इनकी नफरत की यह दाल किसी को पचने वाली नहीं है। डबल इंजन की सरकार का क्या हाल है। बिजनौर में नई सड़क का विधायक जी उद्घाटन करते हैं इसी बीच नारियल मारने से सड़क टूट जाती है। अखिलेश जी ने तो एक्सप्रेसवे बनवाये, यह इंजीनियरिंग की भाषा जानते हैं, यह विज्ञान समझते हैं, यहां मेरठ के नौजवान विज्ञान की बात समझते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के बाबा जी को यह सभी बातें समझ नहीं आती, बाबा जी को गुस्सा भी बहुत आता है, मैंने कभी उन्हें हंसता हुआ नहीं देखा है, बाबा जी जब ही खुश नजर आते हैं, जब वह बछड़ों के बीच होते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार आप फैसला लो और बाबा जी को बिल्कुल फ्री कर दो कि बाबा जी गोरखपुर में बछडों के साथ खेलें क्योंकि सरकारी फाइल उनसे संभल नहीं रही है। हम लोग अपने मुद्दे लेकर चुनाव में आते हैं, हमने अपना घोषणा पत्र भी जारी किया है और अखिलेश जी आज अपने मुद्दे बतायेंगे।


चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि किस तरह से लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया था और किसान आंदोलन में 700 से अधिक किसान शहीद हो गये। उन्होंने कहा कि मैं वादा करना चाहता हूं कि इस मेरठ की धरती से। हम और अखिलेश जी एक साथ चल रहे हैं और हमारा गठबंधन इसी मंच से हो गया। यह डबल इंजन की सरकार हम देंगे, लोकदल और सपा का कार्यकर्ता देगा। जब हमारी सरकार बनेगी, तब अखिलेश जी का विजयरथ लखनऊ में जीत कर पहुंचेगा। तब हम पहला काम करेंगे, मेरठ के चौधरी चरण सिंह की इस कर्मभूमि पर शहीद किसानों की स्मृति में एक स्मारक बनायेंगे ताकि देश का किसान कुर्बानी याद रखे। उन्होंने अंत में कहा कि मैंने ऐसा सभी कभी नहीं देखी और आपने कीर्तिमान बना दिया। अगर इससे 10 गुणा भी बड़ा मैदान होता, उस मैदान को भी आज भर देते। जो कोई कसर रह गई हो, वह चौधरी चरण सिंह जी की जयंती 23 दिसम्बर को हम इग्लास की धरती पर अलीगढ़ में एक बार फिर एकत्रित होंगे। उन्होंने कहा कि मैं आप सबको भी न्यौता दे रहा है कि आप सभी को भी अलीगढ़ में पहुंचना है।



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