सीकर। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आंदोलन से कानून ही नहीं, वरन सरकार भी बदलती है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान को कमजोर समझने की भूल न करे। सरकार को कृषि बिलों को हर हालत में वापिस लेना होगा।
कृषि बिलों को लेकर किसानों के आंदोलन को चलते हुए लगभग तीन माह का समय हो चुका है। न तो सरकार झुकने को तैयार है और न ही किसान। दिल्ली बाॅर्डर पर चल रहे आंदोलन से अब किसानों की भीड़ कम होने लगी है। इसके चलते भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने राजस्थान के सीकर में किसान महांचायत को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि यह आम जनता की लड़ाई है। इस लड़ाई को हमें मजबूती से लड़ना है। उन्होंने कहा कि सरकार यह अच्छी तरह से समझ ले कि आंदोलन से कानून ही नहीं, वरन सरकार भी बदलती है। राकेश टिकैत ने यूपी के बाद अब राजस्थान का रूख किया है। इसके बाद राकेश टिकैत मध्य प्रदेश में भी 8 मार्च को तीन जिलों में पंचायत को सम्बोधित करेंगे। राकेश टिकैत ने पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि राजस्थान क्रांतिकारियों की भूमि है। उन्होंने जयपुर और पलवल के हाईवे जाम करने का भी आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है। सरकार को हर हाल में इन कानूनों को वापिस लेना होगा। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान का किसान संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आंदोलन कर रहा है। किसान किसी भी हालत में चुप बैठने वाला नहीं है। उन्होंने बताया कि 26 फरवरी को राजस्थान के श्रीगंगानगर में किसान पंचायत का आयोजन किया जायेगा। पंचायत में राजस्थान के बड़े किसान नेता मौजूद रहे।