सियासी विरासत की तीसरी पीढ़ी चंदन मानते हैं अखिलेश को अपना नेता

सियासी विरासत की तीसरी पीढ़ी चंदन मानते हैं अखिलेश को अपना नेता

मुजफ्फरनगर। पूर्व सांसद संजय चौहान के देहांत के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव एवं मुलायम सिंह यादव द्वारा की गई 15 मिनट बात का ही नतीजा था, जो उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री बाबू नारायण सिंह की विरासत को चौहान परिवार ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को सौंप दी थी। मुख्यमंत्री के रूप में मुजफ्फरनगर आये अखिलेश यादव के हाथों में दादी ने अपने पोते चंदन चौहान को सियासत के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी दे दी थी। बताया जाता है कि चौहान फैमिली अखिलेश यादव को परिवार के मुखिया के साथ-साथ उन्हें सियासी मुखिया भी मानते हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव भी चौहान परिवार से काफी लगाव रखते हैं। मुजफ्फरनगर से चंदन चौहान ऐसे पहले लीडर हैं, जिन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव को जनपद मुजफ्फरनगर में दो बड़े कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया है। सबसे पहले अखिलेश यादव जनपद मुजफ्फरनगर में चंदन सिंह चौहान के प्रोग्राम में उनके फार्म नसीरपुर आये थे।


उसके बाद अखिलेश यादव खतौली में चंदन चौहान को टिकट देने आये थे। मंच से ही उन्होंने चंदन चौहान की तारीफ की थी। अपने मुखिया के मुख से अपनी तारीफ वाले लफ्जों को सुनकर चंदन चौहान फूले नहीं समाये थे। लेकिन मोदी लहर में अन्य दलों की तरह सपा की भी एक भी सीट जनपद से नहीं निकल पाई थी। वैसे भी खतौली सीट सपा के लिये मुजफ्फरनगर में सबसे कमजोर सीट मानी जाती है। ऐसी स्थिति में भी चंदन चौहान ने वर्ष 2012 की स्थिति के मुकाबले उससे दोगुना वोट प्राप्त किये थे। बताया जा रहा है कि चंदन चौहान अब अपनी पैतृक सीट मीरापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इस सीट से ही उनके दादा बाबू नारायण सिंह विधायक निर्वाचित होकर उत्तर प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे।


वर्ष 1996 में सपा के टिकट पर ही मुलायम सिंह यादव ने संजय चौहान को इसी सीट से लड़ाया था। संजय चौहान ने अपने मुखिया मुलायम सिंह यादव के द्वारा किये भरोसे पर खरा उतरते हुए सपा का परचम लहरा दिया था। इस तत्कालीन मोरना विधानसभा सीट जो मीरापुर के नाम से जानी जाती है, से ही चंदन चौहान चुनावी टिकट मांग रहे हैं और इस सीट पर जीत का परचम लहराना भी उनके लिये संभव नजर आ रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मीरापुर विधानसभा सीट पर पब्लिक में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले नेता चंदन चौहान के टिकट का चुनावी चंदन उनके माथे पर लगा सकते हैं। पब्लिक में एक बेहतरीन पकड़ को देखते हुए चंदन चौहान मीरापुर विधानभा सीट पर अपने पिता की तरह सपा का परचम लहराने में सही साबित होंगे।


गुर्जर समाज में एक अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले नेता चंदन सिंह चौहान के पिता पूर्व सांसद संजय चौहान के सीने में तेज दर्द की शिकायत के चलते दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, यहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। उपचार के दौरान उनका देहांत हो गया था और उनके देहांत से शोक की लहर दौड़ गई थी। इसी दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा के मुखिया अखिलेश यादव एवं संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पूर्व सांसद संजय चौहान के पुत्र चंदन चौहान पर कॉल आती है और दुख जताते हुए उन्हें तसल्ली देने का काम करते है और काफी देर तक अखिलेश यादव पूर्व सांसद संजय चौहान के परिवार से वार्ता करते रहे। यही कारण था कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबू नारायण सिंह के परिवार ने उनकी विरासत सपा मुखिया अखिलेश यादव के हाथों में सौंप कर अपने परिवार के मुखिया मानते हुए उन्हें अपना नेता मान लिया।


चंदन चौहान के पिता संजय चौहान को मुलायम सिंह यादव ने भरोसा जताते हुए वर्ष 1996 में समाजवादी पार्टी का मोरना विधानसभा सीट पर टिकट दे दिया था। संजय चौहान मुलायम सिंह यादव द्वारा किए गए भरोसे पर खरा उतरते हुए मोरना विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का परचम लहराकर विधायक बन गए थे। पूर्व सांसद संजय सिंह चौहान व उनके पिता नारायण सिंह (पूर्व उप मुख्यमंत्री) की याद में चंदन सिंह चौहान ने 19 जुलाई 2016 को एक कार्यक्रम आयोजित किया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव नसीरपुर स्थित प्रेरणा स्थल पर उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री नारायण सिंह की 29वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धासुमन अर्पित किये थे। इसके बाद उन्होंने नारायण सिंह के पुत्र संजय चौहान पूर्व सांसद की स्मारक का अनावरण भी किया। इस दौरान अखिलेश यादव चौहान परिवार से मिले और चंदन चौहान ने उन्हें दादी जगवती, मां अनुराधा चौहान, बहन मालविका, और पत्नी यशिका चौहान से मिलवाया। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्व उप मुख्यमंत्री नारायण सिंह की पत्नी जगवती देवी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।


पूर्व मुख्यमंत्री नारायण सिंह की पत्नी जगवती देवी ने अखिलेश यादव को आशीर्वाद देने के साथ ही अपने पौत्र चंदन चौहान का हाथ उनके हाथ में थमाते हुए कहा था कि अब इसके आप खेवनहार हैं। यह आपके साथ रहेगा। इस दृश्य को देख चंदन की मां पूर्व सांसद संजय चौहान की पत्नी अनुराधा चौहान भी भावुक हो गईं थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें विश्वास दिलाते हुए कहा था कि चंदन चौहान की जिम्मेेदारी अब उनकी है और वह सियासत में चंदन को अपने छोटे भाई की तरह आगे बढ़ाएंगे। अखिलेश यादव ने रैली स्थल से हेलीपैड तक जाते समय चंदन चौहान से पूछा कि वह किस सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। चंदन ने मीरापुर और खतौली में से किसी भी सीट पर चुनाव लडने की बात कही। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि चंदन चुनाव की तैयारी करो, उन्हें किस सीट से चुनाव लड़ना है, यह जल्द ही घोषित कर दिया जाएगा।


इसी कार्यक्रम के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक सभा को संबोधित कर कई जन कल्याणकारी योजनाओं की सौगात मुजफ्फरनगर को दी थी। कायर्क्रम के दौरान सीएम ने 1 हजार करोड़ से ऊपर की सरकारी योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उसके बाद 1500 लोगों को साइकिल वितरित की। 462 लोगों को लैपटॉप और 270 लोगों को राष्ट्रिय पारिवारिक योजनाओं के तहत 30-30 हजार के चेक दिये। किसानों की दुर्घटना में सीएम ने उनके परिवार के 76 लोगों के लिए 5-5 लाख के चेक दिये थे। 480 लोगों को लोहिया आवास के चेकों का वितरण मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खुद अपने हाथों से किया था।


तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने परियोजना के फेज़-1। (नॉर्थ-साउथ कॉरीडोर) के तहत ट्रान्सपोर्ट नगर स्थित मेट्रो ट्रेन डिपो का लोकार्पण तथा ट्रान्सपोर्ट नगर से चारबाग तक निर्मित प्राथमिक सेक्शन में मेट्रो रेल के ट्रायल रन का शुभारम्भ तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था। जब तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुभारंभ व लोकार्पण करने जा रहे थे तो इसी दौरान मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ सपा नेता चंदन चौहान को भी उन्होंने अपने साथ लिया था और पूरे दिन उन्होंने तमाम कार्यक्रमों में चंदन को अपने साथ रखा था।


जनपद मुजफ्फरगनर के कद्दावर नेता चंदन सिंह चौहान 23 मार्च 2021 को सपा के मुखिया अखिलेश यादव के साथ उडन खटौले में बैठकर मवाना के लिये रवाना हुए थे। वह उडन खटोले में बैठकर शहीद दिवस पर शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मवाना के नवजीवन इंटर कॉलेज में पहुंचे थे। जब मवाना के लिये रवाना हुए थे इस दौरान अखिलेश यादव और चंदन चौहान के बीच आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई थी। अखिलेश यादव ने चंदन चौहान से पश्चिमी यूपी का चुनावी हालचाल जाना और विधानसभा चुनाव के लिये जुटने के लिये कहा था। इस पर चंदन चौहान ने उन्हें भरोसा दिलाते हुए कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री बाबू नारायण सिंह की विरासत सपा की सरकार और आपको मुख्यमंत्री बनाने के लिये दिन-रात एक कर देंगे। इसके बाद सियासी गलियारों में यह खबर चलने लगी थी कि अखिलेश यादव की मुजफ्फरनगर से चंदन चौहान पहली पंसद है।



epmty
epmty
Top