जेल में भाईयों को राखी नहीं बांध सकीं बहनें

जेल में भाईयों को राखी नहीं बांध सकीं बहनें

अजमेर। राजस्थान में अजमेर के केंद्रीय कारागृह में बंद भाइयों को बहनें कोविड गाइडलाइन के चलते राखी नहीं बांध सकीं।

सुबह से शाम तक लंबी प्रतीक्षा के बावजूद जेल प्रशासन ने बाट जोह रही बहनों को भाइयों से मुलाकात नहीं कराई जिसके चलते बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांध सकी और उन भाइयों की कलाई सूनी रह गई।

आज राखी के त्योहार पर भाई बहन का अटूट प्रेम बंधन का रिश्ता कारागृह में सरकारी नियमों की भेंट चढ़ गया। कोरोना वैश्विक महामारी गाइडलाइन नियमों में बंधन के चलते जेल प्रशासन ने बाहर खड़ी दर्जनों बहनों को अपने बंदी भाइयों से मिलने नहीं दिया जिसके चलते बहनें अपने साथ लाई राखियों को भाइयों की कलाई पर नहीं बांध सकी।

बंदी विजेंद्र, बंदी जितेंद्र, बंदी बंटी की बहनों ने मीडिया के समक्ष अपना दुखड़ा सुनाया और कहा कि सालाना राखी का त्योहार पर भी हमें अपने भाई से मिलने नहीं दिया गया। बार बार गुहार लगाने के बावजूद जेल प्रशासन ने ' एंट्री नहीं है ' का जवाब देकर उन्हें निराश किया और बहनों का सपना अधूरा रह गया। कुछ बहनों ने जेल के मुख्य द्वार पर ही राखी बांधकर अपने भाई की रक्षा की कामना की।

उधर पुलिस अधीक्षक जगदीश शर्मा के निर्देश पर मोहर्रम के मौके पर अजमेर दरगाह क्षेत्र में लगाई गई चालीस हाडा रानी बटालियन की कांस्टेबलों को राखी के त्योहार को देखते हुए अवकाश स्वीकृत किया गया।

वार्ता

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