इस तरह के अस्पतालों में ही हो सकेगा ब्लैक फंगस का उपचार

इस तरह के अस्पतालों में ही हो सकेगा ब्लैक फंगस का उपचार

जयपुर। राजस्थान में ब्लैक फंगस (म्यूकोरमायकोसिस) को महामारी घोषित करने के बाद अब पर्याप्त मापदंडों को पूरा करने वाले अस्पतालों में ही ब्लैक फंगस का उपचार हो सकेगा।

चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने आज बताया कि चिकित्सा विभाग ने मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा सकने वाले राजकीय एवं निजी अस्पतालों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने ब्लैक फंगस के उपचार में निर्धारित अधिकतम दरें भी विस्तार से निर्धारित की हैं।

उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीजों को समुचित गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराने के लिए ऐसे सरकारी या निजी अस्पतालों को ही ब्लैक फंगस के उपचार के लिए अधिकृत किया जाना आवश्यक है, जिनके पास आवश्यक मानव संसाधन (निर्धारित योग्यता रखने वाले विशेषज्ञ चिकित्सक) एवं आधारभूत आवश्यक संरचना एवं उपकरण उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार के लिए अधिकृत किए जाने वाले अस्पतालों के लिए विशेष मापदंड निर्धारित किए गए हैं।

चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया कि अस्पताल एनएबीएच से पंजीकृत हो, ईएनटी विशेषज्ञ, एमडी मेडिसिन वहां राउंड द क्लॉक उपस्थित रहे। अस्पतालों में माइक्रोडिब्राइडर, कॉब्लेशन, हाय स्पीड ड्रिल सिस्टम और एचडी एंडोस्कोपिक कैमरा सिस्टम उपलब्ध हो। उन्होेंने बताया कि ईएनटी सर्जन पहले ब्लैक फंगस की सर्जरी कर चुका हो। इसके अलावा अस्पताल में क्रिटिकल केयर के साथ आईसीयू की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध हो।

उन्होंने बताया कि जो राजकीय या निजी चिकित्सालय इन मानदंडों को पूर्ण कर सकेंगे उन्हीं अस्पतालों को ब्लैक फंगस के उपचार के लिए अधिकृत किया जाएगा।

वार्ता

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