राष्ट्रीय ओलमा कोंसिल ने मदरसा पैराटीचर के नियमितिकरण व मानदेय में वृद्धि की मांग की

राष्ट्रीय ओलमा कोंसिल ने मदरसा पैराटीचर के नियमितिकरण व मानदेय में वृद्धि की मांग की
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भीलवाड़ा । राजस्थान में 18 वर्षो से कार्यरत करीब 6000 हजार मदरसा पैराटीचर जो कि न्यूनतम मजदूरी 18000 से भी कम वेतन 7000 में काम कर रहे हैं उन्होंने आज से शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर दिया और सड़को पर आकर संपूर्ण प्रदेश में अहिंसात्मक तरीके से संवैधानिक दायरे में रहते हुए आंदोलन कर अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचा रहे हैं|

मदरसा पेैराटीचर्स को इनका अधिकार दिलाने के लिए राष्ट्रीय ओलमा कोंसिल ने इनको भरपूर सहयोग प्रदान करने की बात कही

मदरसा पेैराटीचर्स को इनका अधिकार दिलाने के लिए राष्ट्रीय ओलमा कोंसिल ने इनको भरपूर सहयोग प्रदान करने की बात कही जिसमें राजस्थान उपाध्यक्ष सैय्यद यूनुस अली ने धरना स्थल पर पहुंच कर पैराटीचर्स का मनोबल बढ़ाया और अपने वक्तव्य में कहा कि जब तक समान कार्य समान वेतन लागू नहीं हो जाता मदरसा पैराटीचर को नियमित नहीं कर दिया जाता राष्ट्रीय ओलमा कोंसिल इस आंदोलन में संवैधानिक तरीके से आपके साथ रहेगा|

राष्ट्रीय ओलमा कोंसिल ने मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया

राष्ट्रीय ओलमा कोंसिल ने मुख्यमंत्री के नाम दिये ज्ञापन में बताया कि मदरसों में पढ़़कर विद्यार्थी प्रशासनिक अधिकारी बन रहे हैं और मदरसा शिक्षा की गुणवत्ता इन मदरसा पेैराटीचर्स की शिक्षण पद्धति से बेहतर हुई है|

मदरसा पैराटीचर के आन्दोलन में राष्ट्रीय मंसूरी समाज अध्यक्ष युनूस मंसूरी, समाजसेवी सलाम अंसारी, हमीरगढ़ कार्यकारिणी सदस्य मुबारीक मंसूरी, मदरसा संघ अध्यक्ष हलीम टांक व जिले के सभी तहसीलो से आए करीब 80 पैराटीचर ने आन्दोलन में हिस्सेदारी निभाई|

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