राजद्रोह का आरोपी दारोगा बर्खास्त-6 बार हो चुका है निलंबन

राजद्रोह का आरोपी दारोगा बर्खास्त-6 बार हो चुका है निलंबन

कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ देवी देवताओं को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोपी दारोगा को राजद्रोह के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त किए गए दारोगा के खिलाफ इसी तरह अलग-अलग मामलों में 5 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और जांच में सभी आरोप सही पाए गए हैं।

बृहस्पतिवार को कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने इटावा में तैनात राजद्रोह के आरोपी दारोगा विजय प्रताप को बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त किए गए दारोगा विजय प्रताप के ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ देवी देवताओं को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप लगे हैं। इसके साथ ही बर्खास्त किया गया दारोगा गौतमबुद्ध और अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़े जाने के दौरान ड्यूटी छोड़कर भाग खड़ा हुआ था। जिससे मौके पर दारोगा के मौजूद न होने से बड़ा बवाल खड़ा हो गया था। आरोपी दारोगा के खिलाफ अभी तक अलग-अलग मामलों में 5 एफआईआर दर्ज हो चुकी है और इस संबंध में हुई जांच में दारोगा पर लगे सभी आरोप सही पाए गए हैं। आईजी ने जांच पड़ताल और सुनवाई के साथ ही साक्ष्यों के आधार पर आरोपी दारोगा को नौकरी से निकाल दिया है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2019 में इटावा में तैनाती के दौरान दारोगा विजय प्रताप का पुलिस लाइन के एक अधिकारी से मनमुटाव हो गया था। उस समय उसे बिठौली थाने में ज्वॉइनिंग मिली थी लेकिन वहां पर जाने के लिए जब दारोगा को गाड़ी नहीं दी गई तो वह इतने नाराज हुए कि वह दौड़ लगाते हुए 60 किलोमीटर दूर स्थित बिठौली थाने में ज्वाइन करने के लिए पहुंच गया था, लेकिन 40 किलोमीटर की दौड़ के बाद ही जॉइनिंग करने जा रहा दारोगा विजय प्रताप बेहोश हो गया था।



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