सचिवालय में तैनात पुलिसकर्मी की गोली लगने से मौत

सचिवालय में तैनात पुलिसकर्मी की गोली लगने से मौत

लखनऊ। राजधानी में विधानसभा के गेट के पास अचानक गोली चलने से हड़कंप मच गया। गोली गेट पर तैनात दरोगा को लगी। वह विधानसभा ड्यूटी पर तैनात थे। तत्काल ही गोली लगने से घायल हुए दारोगा को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई।

बृहस्पतिवार को राजधानी के विधानसभा के गेट नंबर के पास अचानक से गोली चली। गोली चलने की वारदात से मौके पर हड़कंप मच गया। गोली विधानसभा के गेट नंबर सात पर तैनात दारोगा निर्मल चैबे को लगी। गोली चलने की वारदात के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। तुरंत ही गोली लगने से घायल हुए दारोगा निर्मल चैबे को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। उधर पुलिस ने तुरंत ही चैकिंग अभियान चलाना शुरु कर दिया। हालांकि अभी तक यह जानकारी नहीं मिल सकी है कि गोली किसने चलाई, उसके पीछे मकसद क्या था।

चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित किए गए दारोगा निर्मल चैबे बंथरा थाने में तैनात थे। बृहस्पतिवार को सचिवालय के पास उनकी ड्यूटी लगी हुई थी। पुलिस का कहना है कि दारोगा को गोली कैसे लगी है, इसकी छानबीन की जा रही है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दरोगा ने खुद को गोली मारी है अथवा गलती से फायरिंग होने से वह घायल हो गए हैं। दरोगा निर्मल चैबे मूलरूप से वाराणसी के निवासी थे। वह राजधानी के चिनहट इलाके में रहते थे। बताया जा रहा है कि दारोगा निर्मल चैबे पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे।

गोली उनकी सर्विस पिस्टल से चली है। गोली चलने की सूचना पर जेसीपी कानून व्यवस्था नवीन अरोरा सिविल अस्पताल पहुंचे। गोली दारोगा के सीने में लगी थी, जिससे चिकित्सक उन्हें बचा नहीं सके। बंथरा थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि निर्मल चैबे 1987 बैच के प्रमोटेड दारोगा थे। वह अक्सर सचिवालय में ही तैनात रहते थे। मृतक दरोगा मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले थे।

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