अपने सर्किल में रोज निकल पड़ते है ASP नैपाल सिंह

अपने सर्किल में रोज निकल पड़ते है ASP नैपाल  सिंह

मुजफ्फरनगर। अपराधियों के गढ़ के लिए किसी जमाने में बदनाम रहने वाले गंगा और जमुना के दोआब वाले इस जनपद को अब अफसरों का कामकाज नई पहचान दिला रहा है। वैसे तो इस जिले को यह सौभाग्य प्राप्त रहा है कि पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर यहां यूपी के टाॅप मोस्ट ब्यूरोक्रेट और अफसर तैनात रहे हैं, जिनकी कार्यशैली ने इस जिले को विकास के साथ ही शैक्षिक और आर्थिक व सामाजिक उत्थान के लिए नये आयाम दिये हैं। आज यह जिला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में डीएम सेल्वा कुमारी जे. और एसएसपी अभिषेक यादव के रूप में कार्य के प्रति कर्मठ अधिकारी पाकर अपराध से विकास के क्षेत्र में नये शिखर की ओर है, ऐसे में इन दोनों आला अफसरों के हाथों को मजबूत करने के लिए उनकी टीम में शामिल अफसर भी कार्य के प्रति निष्ठावान हैं। जनपद में एसएसपी अभिषेक यादव की पुलिसिंग को गुड बनाने की बात करें तो इसमें पूरी टीम का योगदान है, लेकिन देहात को संवारने में पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नैपाल सिंह की कार्यशैली सराहनीय है। रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक देहात क्षेत्र की सड़कों पर पुलिसिंग को परखने और जनसुरक्षा के लिए निरीक्षण करने वाले एसपी देहात नैपाल सिंह सवेरे 9 बजे फिर से अपने कार्यालय में जनसमस्याओं के निस्तारण के लिए उपस्थित मिलते हैं।


मूल रूप से मुजफ्फरनगर से सटे जनपद मेरठ के निवासी एसपी देहात नैपाल सिंह 1994 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं। यूपी पुलिस में उन्होंने अपनी सर्विस डीएसपी के कार्यभार से प्रारम्भ की। 16 अप्रैल 2010 में नैपाल सिंह को एडिशनल एसपी प्रमोट किया गया। प्रदेश शासन ने 19 सितम्बर को नैपाल सिंह का औरेया से मुजफ्फरनगर तबादला किया था। 23 सितम्बर 2019 को नैपाल सिंह ने मुजफ्फरनगर में पहुंचकर एसपी देहात का पदभार संभाला। यहां अपनी तैनाती के पहले दिन से ही नैपाल सिंह ने अपनी कार्यशैली को लेकर जहां विभाग में एक संदेश दिया, वहीं उन्होंने जनता के बीच भी जगह बनाने में सफलता पाई। देहात क्षेत्र में उनके नेतृत्व में पुलिस लगातार बेहतरीन कार्यशैली का प्रदर्शन कर रही है। नैपाल सिंह कार्य के प्रति समर्पित रहने वाले अफसरों में शामिल हैं। वह समय के इतने पाबंद हैं कि अपनी दिनचर्या में कार्य के प्रति कोई समझौता नहीं करते।


एसपी देहात नैपाल सिंह के अधीन जनपद मुजफ्फरनगर में ग्रामीण सर्किल के 11 पुलिस स्टेशन आते हैं। उनका कार्यालय मुख्यालय पर एसएसपी कार्यालय के बगल में हैं। प्रतिदिन सवेरे 9 से 9.15 बजे तक नैपाल सिंह अपने कार्यालय में उपस्थित हो जाते हैं। कार्यालय में वह 4 से 5 घंटे व्यतीत करते हुए विभागीय कार्यों के निपटारे के साथ जन समस्याओं और शिकायतों का निस्तारण करने में व्यस्त हो जाते है। लंच के लिए वह दो बजे कार्यालय छोड़ते हैं। लंच के उपरांत 3 बजे उनकी गाड़ी देहात क्षेत्र की ओर दौड़ती नजर आती है। उनकी कार्यशैली में प्रतिदिन दो थानों का निरीक्षण शामिल हैं। वह निरीक्षण के दौरान छोटी छोटी बातों पर भी गंभीर रहते हैं। इस निरीक्षण के दौरान थानों में वह पीड़ितों की शिकायतों को सुनकर उनको पुलिस की पर्याप्त मदद उपलब्ध कराने के साथ ही पुलिस द्वारा विभिन्न आरोपों में थाने पर लाये गये लोगों के प्रति की जा रही कार्यवाही की जानकारी लेने के साथ ही थानों की मेस, मुख्य कार्यालय, पत्रावलियों और रजिस्टरों के रख रखाव, बैरक की व्यवस्था, साफ सफाई सभी को परखने का काम करते हैं। इस निरीक्षण के बाद रात्रि में करीब 11 बजे उनका वापस मुख्यालय लौटना होता है। यह उनकी दिनचर्या बन चुका है। कार्य के प्रति उनकी कर्मठता इसी से समझी जा सकती है कि जब भी वह क्षेत्र में पुलिसिंग को परखने और संदिग्ध लोगों की तलाश तथा जनसुरक्षा को पुख्ता करने के लिए क्षेत्र में रात्रि भ्रमण पर निकलते हैं तो रात करीब 8 बजे से सवेरे 4 बजे तक क्षेत्र में भ्रमणशील रहने के उपरांत भी उनके कार्यालय आने का समय 9 से 9.15 के बीच ही रहता है। दिन-रात के 24 घंटे में 19 घंटे लगातार काम के बाद नैपाल सिंह मात्र 4 घंटे की नींद लेते हैं। 8 बजे उठने के बाद वह 9 बजे दफ्तर में हाजिर हो जाते हैं, यदि वह इस समय तक अपने कार्यालय पर मौजूद नहीं है तो इस बात से यह साफ है कि वह अपने कप्तान के निर्देश पर क्षेत्र में कहीं न कहीं किसी विशेष कार्य या अभियान के लिए सक्रिय हैं।


एसएसपी अभिषेक यादव के मार्गदर्शन में एसपी देहात नैपाल सिंह के नेतृत्व का ही यह असर रहा है कि देहात क्षेत्र में अपराधियों के साथ जहां पुलिस लगातार लोहा लेती नजर आ रही है, वहीं सर्किल में होने वाली आपराधिक वारदातों व घटनाओं के खुलासे में भी पुलिस ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। पिछले दिनों जब भोपा थाना क्षेत्र के मोरना कस्बा में दवा व्यापारी अनुज कर्णवाल की सरेशाम बदमाशों ने गोली मारकर हत्या की तो इस दुस्साहसिक वारदात की चुनौती को एसएसपी ने जिस दृढ़ता से स्वीकार किया, एसपी देहात नैपाल सिंह ने उतने ही दृढ़ संकल्प के साथ इस हाईप्रोफाइल केस को सुलझाने में एक टीम वर्क के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन किया। इतना ही नहीं देहात क्षेत्र में अपराध की सबसे बड़ी मंडी के रूप में प्रचलित अवैध असलहा फैक्ट्रियों के गोरखधंधे पर वह अंकुश लगाने में भी सफल रहे। एसएसपी अभिषेक यादव के नेतृत्व में देहात क्षेत्र में लगातार पुलिस ने तमंचा फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ करते हुए अवैध असलहा तस्करों को जेल पहुंचाने का काम किया है।

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