और जेवरातों से भरा बैग भी नहीं डिगा पाया एसआई का ईमान
आमतौर पर सुनने में आता है कि इंसान का ईमान मात्र एक रुपए की कीमत की चींज पर डोल जाता है।
आमतौर पर सुनने में आता है कि इंसान का ईमान मात्र एक रुपए की कीमत की चींज पर डोल जाता है।
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