मैनपुरी में 4 सप्ताह- आईपीएस अजय कुमार के काम ने जीता दिल

मैनपुरी में 4 सप्ताह- आईपीएस अजय कुमार के काम ने जीता दिल
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मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के क्राईम रिकाॅर्ड के लिहाज से संवेदनशील जनपदों में शामिल जनपद शामली में एक साल से ज्यादा समय तक तैनात रहकर आम जनता में अपनी कार्यशैली से एक अलग और यादगार मुकाम पाने वाले आईपीएस अजय कुमार ने अपनी नई तैनाती के जनपद मैनपुरी में भी अपने काम से ना केवल पहचान बनाने का काम किया है, बल्कि वह सरकार के प्रति विश्वास को जनता के बीच मजबूत बनाने में सफल रहे हैं। मैनपुरी में 4 सप्ताह के अल्प कार्यकाल में ही एसपी अजय कुमार ने अनेक उपलब्धियां हासिल की है। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में अपराध मुक्त जनपद बनाने के लिए कुछ प्रोग्राम शुरू किये और अभियान चलाये, लेकिन इस नये जनपद में उनकी पोस्टिंग की सबसे बड़ी उपलब्धि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में हो रहे बवाली प्रदर्शनों के बीच भी मैनपुरी पूरी तरह से शांत नजर आया है। हालात सामान्य होने के बाद भी मैनपुरी में फोर्स अलर्ट है। एसपी अजय कुमार ने कई कस्बों में जाकर लोगों से मुलाकात कर अफवाहों से बचने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में विरोध प्रदर्शन हो रहा प्रदेश के कई जनपदों तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है लेकिन जनपद मैनपुरी में हालात सामान्य है। इसके बाद भी मैनपुरी पुलिस प्रशासन सतर्क और सक्रिय है। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन की आशंका के चलते सम्भावित ठिकानों पर पुलिस बल को तैनात किया गया। जनपद में सभी स्थानों व कस्बों में पुलिस गश्त द्वारा गश्त किया गया। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर करहल और भोगांव में विरोध प्रदर्शन की आशंका जतायी जा रही थी। उसके दृष्टिगत देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने पहले अपने पुलिस टीम को लेकर करहल में पैदल मार्च किया और लोगों को नागरिकता संसोधन कानून के बारे में बताया। उसके बाद भोगांव में भी पैदल मार्च करके लोगों को नागरिकता संसोधन के बारे में बताया गया। इसके अतिरिक्त भी पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने जनपद के कई कस्बों में भी जाकर लोगों से मुलाकात कर सभी नगारिकों को बताया कि देश में निवास कर रहे किसी भी नागरिक को इस कानून से प्राॅब्लम नही होगी और एसपी अजय कुमार ने यह भी कहा कि अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो पुलिस को सूचना दें। यदि सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक पोस्ट डालता है तो उसकी तुरंत पुलिस को शिकायत करें। यह संदेश मैनपुरी पुलिस टीम ने मौहल्लों-मौहल्लों में जाकर मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों को दिया।

हवालात में पडे़ बीडी के टुकड़ो को देखकर एसपी अजय भड़के

थाना भोगांव का पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने औचक निरीक्षण किया। उस दौरान ही एसपी अजय को हवालात अंदर बीड़ी के टुकडे़ और माचिस की जलीं हुई तीलियां पड़ी दिखाई दीे। इस पर एसपी अजय कुमार ने तुरंत एक्शन लेते हुए मुख्य आरक्षी को निलंबित कर दिया और थाने के प्रभारी निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा।

एसपी अजय कुमार को थाने भोगांव के औचक निरीक्षण के दौरान ही हवालात में बीड़ी के टुकड़े और जली हुई माचिस की तीलियां पड़ी मिली। जिसको देखकर एसपी अजय कुमार भड़क उठे। इसके बाद एसपी अजय कुमार ने कहा कि जेल में जाने वाले व्यक्ति की जमा तलाशी नही ली जा रही है बीड़ी और माचिस जैसी आपत्तिजनक वस्तुएं उपलब्ध करायी जा रही है। इस पर एसपी अजय कुमार ने तुंरत एक्शन लेते हुए मुख्य आरक्षी को गंदगी का जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया और थाने के प्रभारी निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा कि क्यों न उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाये। एसपी अजय कुमार ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी लापरवाही बिल्कुल भी बर्दास्त नही की जायेगी।

मोबाइल लूट का किया खुलासा

एक व्यक्ति से दो युवको ने बाइक से आकर उसका मोबाइल लूटकर फरार हो गये थे। इसका खुलासा मैनपुरी पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से दो दिन के अंदर ही कर दिया और लूटेरो को भी अरेस्ट कर जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया।

शहर कोतवाली क्षेत्र में फार्म रोड़ निवासी अनुज कुमार शहर में ईशन नदी पुल के पास जा रहा था। उसी समय एक बाइक से पहुंचे दो युवकों ने उनका मोबाइल लूट लिया। अनुज ने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। इस मामले के जांच सिविल लाइन चैकी इंचार्ज अमित सिंह को सौंपी दी गयी थी। अनुज से लूटे हुए मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर सुरागों की तलाश शुरू कर दी गयी थी। पुलिस ने सर्विलोस के माध्यम से अमन और रिशी को ईशन नदी पुल के पास जाकर उनको वहां से दबोच लिया। पुलिस ने अनुज को मोबाइल अपराधियों से बरामद कर लिया और पुलिस ने दोनों अपराधियों द्वारा तीन बाईक चोरी की झाडियों में छिपाई गयी थी उनको भी पुलिस ने बरामद की है। पुलिस ने पकडे़ गये दोनों अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया।

मुठभेड़ में तीन बदमाशों को दबोचा

जनपद के कस्बा बेवर में सर्राफ राजीव मिश्रा की दुकान पर फायरिंग करने वाले दबंगों में से 3 अभियुक्त को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। उस दौरान एक अभियुक्त मौके का लाभ उठाकर फरार होने में सफल रहा। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया।

राजीव मिश्रा कस्बा बेवर में दुकान कर सर्राफा कारोबार करते है। वे अपने भाई के साथ दुकान पर थे, उस दौरान ही मौहल्लें के कुछ दबंग जुनैद, तौहीद, महमूद और आशीष शर्मा ने वहां जाकर फायरिंग शुरू कर दी और इस घटना से दहशत फैल गई। चारो अभियुक्त तमंचो के बल पर वहां से फरार हो गये। दुकानदार ने चारों आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। बाजार में फायरिंग की घटना से आक्रोश फैल गया। दुकानदारों में आक्रोश देख इंस्पेक्टर बेवर ने हमलावरों को 24 घंटे के अंदर पकड़ने का आश्वासन दिया था।

इंस्पेक्टर बेवर जसवीर सिंह सिरोही को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि चारों अभियुक्त बझेरा रोड के एक बाग में छिपे हुए है। इंस्पेक्टर बेवर जसवीर सिंह सिरोही ने अपनी पुलिस टीम के साथ वहां पहुंचकर नाकाबंदी शुरू कर दी। अभियुक्तों ने चारों ओर से घिरा हुआ देख पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी पुलिस ने भीा अभियुक्तों का ज्वाब देते हुए अभियुक्तों पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने मुठभेड़ में तीन अभियुक्तों को अरेस्ट कर लिया और उनका एक साथी महमूद मौके का लाभ उठाकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस को अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया था कि वह मार्किट में अपना खौफ जमाना चाहते थे इसलिए वहां पहुंचकर फायरिंग की थी पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया।

हत्या का किया खुलासा

जनपद के कुसमपुरा क्षेत्र के हिरोली गांव में एससी के युवक दुर्वेश जाटव की हत्या कर दी थी। दुर्वेश की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर आरोपी को जेल भेज दिया था।

दुर्वेश अपने दोस्त भूरे नट के साथ पास के ही गांव में कथा कार्यक्रम में शामिल होने के लिये गये थे, लेकिन वह घर नहीं लौटे। अगले दिन दुर्वेश का शव गांव से कुछ दूर खेत में पड़ा मिला। दुर्वेश के शव के पास कुल्हाड़ी भी पडी मिली थी। मृतक के भाई ने गांव के निवासी भूरे नट के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

सीओ भोगांव प्रियांक जैन ने बताया कि पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो आरोपी ने पुलिस का पूछताछ में बताया कि उसकी व मृतक दुर्वेश के साथ गहरी दोस्ती थी। इसके साथ ही एक युवती के साथ उसके प्रेम संबंध भी है। वह प्रेमिका से मिलने जाता था तो दुर्वेश को भी साथ ले जाता था। इसलिए दुव्रेश की भी उसकी प्रेमिका से बातचीत होने लगी। कुछ महीने पहले वह प्राइवेट नौकरी करने मुंबई चला गया। दुर्वेश ने उसकी अनुपस्थित का फायदा उठा कर उसकी प्रेमिका के साथ संबंध बना लिए। वह गांव लौटा तो उसे इन संबंधों की जानकारी हुई। उसने दुर्वेश को अपनी प्रेमिका के साथ संबंध समाप्त करने को कहा तो दुर्वेश मान गया। वह फिर नौकरी करने के लिए मुंबई चला गया, लेकिन दुर्वेश ने उसकी प्रेमिका के साथ संबंध कायम रखे। इस बात पर वह दुर्वेश से काफी नाराज हो गया। उसने मुंबई में ही तय कर लिया था कि यदि दुर्वेश नहीं माना तो वह उसे मौत के घाट उतार देगा। वह फिर गांव आ गया और दुर्वेश को बहुत समझाया पर वही नही माना। इसके बाद दुर्वेश को कथा के बहाने उसके घर से बुलाकर ले गया और कुल्हाड़ी से दुर्वेश की हत्या कर दी। पुलिस ने कुल्हाड़ी बरामद कर आरोपी को जेल भेज दिया।

मुठभेड़ में अपराधी निलंबित सिपाही व उसके साथी को अरेस्ट कर भेजा जेल

उत्तर प्रदेश के निलंबित सिपाही ने बोलेरो गाडी को लूटकर फरार हो गया था। पुलिस ने मुठभेड़ में आरोपी को उसके साथी सहित अरेस्ट कर लिया। उसके दो साथी मौके का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे। पकडे गये आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया।

एसपी अजय कुमार ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रभारी निरीक्षक ने सूचना पर अपनी पुलिस टीम के साथ जाकर अपराधियों की घेराबंदी कर दी थी। पुलिस टीम पर अपराधियों ने फायरिंग कर दी पुलिस ने भी ज्वाबी फायरिंग में अपराधियों पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान ही दो अपराधियों को वहां से अरेस्ट कर लिया और उनके दो साथी मौके का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे। पुलिस ने पकड़े गये आरोपी के पास से बोलोरो गाड़ी को बरामद कर लिया। पुलिस को पूछताछ में अपराधियों ने अपना नाम अनुज पुत्र यशपाल सिंह निवासी गांव नोरोजपुर गुर्जर थाना कोतवाली बागपत निलंबित सिपाही बताया है। दूसरे अपराधी ने अपना नाम दूसरा साथी राहुल पुत्र वेदप्रकाश निवासी मोहल्ला खरगजीतनगर भी पकड़ा गया।

बता दें कि लूट का मास्टर माइंड सिपाही अनुज सिंह ने वर्ष 2011 में जनपद में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद कुरावली थाने में उसकी तैनाती रही। दन्नाहार क्षेत्र में एक ट्रक लूट के मामले में भी वो शामिल रहा था। फिरोजाबाद पुलिस ने उसे जेल भेजा था। लूट के दौरान करीब 30 लाख कीमत का तेल गायब हुआ था।

उक्त घटना के बाद ही उसे निलंबित कर दिया गया था। जेल से छूटकर आने के बाद उसने फिर से लूट की वारदात करना शुरू कर दिया। सिपाही पूर्व में एक ब्लाक प्रमुख का गार्ड भी रह चुका है।

पुलिस ने किया 50 लाख के लहसुन की लूट का खुलासा

आईपीएस अजय कुमार ने इस लूट का खुलासा करने के लिये दों टीमें गठित की थी आईपीएस अजय की टीम ने इसका खुलासा कर बदमाश को अरेस्ट कर लूट का 100 प्रतिशत माल बरामद किया। पुलिस ने बदमाश को जेल भेज दिया।

एसपी अजय कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि 17 दिसम्बर की रात को कन्नोज के गुरसहायगंज के रेलवे क्रोसिंग पर 50 लाख लहसुन से भरे ट्रक को लूट लिया था। बदमाश चालाक-परिचालाक को औंछा क्षेत्र में फेंककर भाग गये थे। चालाक-परिचालाक थाने पहुंचे और उस ट्रक लूट का मुकदमा औंछा पुलिस दर्ज किया था। एसपी अजय कुमार ने लूट का खुलासा करने के लिये क्राइम ब्रांच प्रभारी आरएन सिंह, औंछा थानाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह की दो टीमें बनायी। इन दोनों टीमों ने औंछा था थाना क्षेत्र के ग्राम नगला हार निवासी विकास यादव पुत्र भंवर सिंह यादव को पकड़ा। एसपी ने बताया कि ट्रक घिरोर लहुसन मंडी से समस्तीपुर बिहार के लिए लहसुन लेकर जा रहा था। पुलिस ने अपराधी से पूछताछ कि तो उसने ट्रक लूटकांड का खुलासा कर दिया। पूछताछ में विकास ने जानकारी दी कि सुनील उर्फ सेठी पुत्र छोटेलाल निवासी नगला कांदर थाना एलाऊ, सेन्टा उर्फ अरविंद पुत्र रघुनाथ सिंह निवासी गुलाबपुर थाना दन्नाहार, मोहित पुत्र अनिल यादव निवासी नगला हार थाना औंछा ने इस घटना की साजिश की थी। विकास को कुछ रुपये देने का लालच देकर घटना में शामिल किया गया था। अरेस्ट किये गये अभियुक्त को पुलिस ने जेल भेज दिया था।

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