पूर्व मंत्री का अचानक हुआ निधन

पूर्व मंत्री का अचानक हुआ निधन

श्रीनगर। पूर्व मंत्री सरदार रफीक हुसैन खान का जम्मू में बुधवार सुबह निधन हो गया। उनके निधन पर विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

हुसैन खान 85 वर्ष के थे। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल करने के बाद अपने राजनीतिक जीवन में दो बार मंत्री के रूप में अपनी सेवायें दी थी।


हुसैन खान पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ नेता थे। उन्होंने सुबह जम्मू में हरनी मंढेर पुंछ में अंतिम सांस ली।

पीडीपी के एक प्रवक्ता ने कहा," पूर्व मंत्री एवं पीडीपी के वरिष्ठ नेता सरदार रफीक हुसैन खान के निधन की खबर सुनकर पार्टी को बहुत दुख हुआ। पूरे पीर पंचाल में खान साहब नामी राजनीतिक व्यक्तित्व थे। उनके निधन से मेंढेर और पार्टी को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है। अल्लाह मरहूम को जन्नत नसीब फरमाए।"

इस दौरान अपनी पार्टी (एपी) के अध्यक्ष सईद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने पीरपंजाल से वरिष्ठ राजनेता हुसैन खान के निधन पर शोक व्यक्त किया। बुखारी ने अपने शाेक संदेश में दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की प्रार्थना की।


उन्होंने कहा, "हुसैन खान पीरपंजाल क्षेत्र में एक बड़े नेता थे जिन्होंने बिना किसी पूर्वाग्रह के लोगों के लिए अथक परिश्रम किया।" उन्हाेंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की।

अपनी पार्टी के उपाध्यक्ष जफर इकबाल मनहास ने हुसैन खान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपने शाेक संदेश में कहा कि हुसैन खान एक सज्जन, चतुर राजनेता और ओजस्वी व्यक्तित्व के धनी थे जिन्होंने हमेशा समाज के वंचित वर्गों के लिए अपनी आवाज उठाई।

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