संविधान में नागरिक स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की जो व्यवस्थाएं थीं,उनका क्या हुआ ?

संविधान में नागरिक स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की जो व्यवस्थाएं थीं,उनका क्या हुआ ?
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लखनऊ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि 26 नवम्बर 2019 को संविधान दिवस है जब 70 वर्ष पूर्व भारत के संविधान को आत्मार्पित किया गया था। बाबा साहेब डाॅ भीमराव अम्बेडकर का संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा था। संविधान दिवस पर उनका नमन करते हुए हमें डाॅॅ भीमराव अम्बेडकर की वह चेतावनी भी याद आ रही है कि संविधान के प्राविधानों का अनुचित प्रयोग सत्ता दल अपनी मनमानी से कर सकता है। आज कुछ ऐसी ही स्थिति है जब सत्तारूढ़ भाजपा सरकार संविधान की मूल भावना के साथ ही खिलवाड़ कर रही है और अपने स्वार्थ साधन में इसके प्राविधानों का इस्तेमाल कर रही है। भाजपा धुंध की सरकार है।

भाजपा सरकार में कारपोरेट हावी हैं तो समाजवादी व्यवस्था का क्या होगा ?

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। प्रारम्भ में उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों की जीत के लिए मतदाताओं को बधाई दी। विशेष कर रामपुर की जनता और सांसद मोहम्मद आजम खां को बधाई दी जहां प्रशासन सत्तारूढ़ दल की मदद में था। उन्होंने कहा कि कल संविधान दिवस पर विधान मण्डल के विशेष सत्र में जनसमस्याओं पर चर्चा के साथ संविधान की गरिमा बनाए रखने और उस पर होने वाले हमलों पर भी चर्चा की जानी चाहिए। संविधान की प्रस्तावना भी सदन में पढ़ी जानी चाहिए। संविधान में नागरिक स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की जो व्यवस्थाएं थीं, उनका क्या हुआ? जब भाजपा सरकार में कारपोरेट हावी हैं तो समाजवादी व्यवस्था का क्या होगा? लोकतंत्र पर संकट की आज जो स्थिति है, उसे भाजपा ने पैदा किया है।

भाजपा सरकार ने जनहित में कोई काम नहीं किया

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने जनहित में कोई काम नहीं किया है। यह भ्रष्टतम और बेईमानी की सरकार है। इसके समय सब विकास कार्य रूके हुए हैं। भाजपा सरकार में घोटालों की फेहरिश्त लम्बी है। बैंक डूब रहे हैं। कम्पनियों का दिवाला पिट रहा है। 12 मिलियन डालर भारत का विदेश चला गया। किसानों के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है। गन्ना, धान, आलू किसानों की बदहाली पर सरकार का ध्यान नहीं। नौजवानों के लिए नौकरियां नहीं हैं। शिक्षा, चिकित्सा मंहगी होती जा रही है। मंहगाई बढ़ी है। बेरोजगारी की बीमारी पर अंकुश नहीं।

गड्ढा मुक्त सड़कें कहां है ?

यादव ने कहा कि किसानों की आय कहां दुगनी हुई? एक करोड़ नौकरियों के वादे का क्या हुआ? गड्ढा मुक्त सड़कें कहां है? इनका बजट कहां गया? भाजपा सरकार को इन सवालों का जवाब देना ही होगा। जनता को निर्बाध बिजली कहां मिलेगी जब भाजपा राज में एक यूनिट बिजली का उत्पादन भी नहीं हुआ? बिजली-सड़क नहीं तो उद्योगों में निवेश कैसे होगा? गरीब को मिलने वाला राशन कहां बिक जाता है?

अन्य वक्ताओं ने कहा कि समाजवादी सरकार में जो विकास कार्य हुए उनकी प्रशंसा विदेशियों तक ने की है। इटावा में लाॅयन सफारी विश्व के लिए समाजवादी सरकार की देन है। इसे तो भाजपाई मंत्री को भी स्वीकारना पड़ा है। समाजवादी सरकार के समय कोई घोटाला नहीं हुआ। श्री अखिलेश यादव का कोई विकल्प नहीं है। जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी के साथ पुख्ता हुआ है। जनता मानती है कि सन् 2022 में समाजवादी पार्टी की ही सरकार बनेगी तभी राज्य के सामने आयी आफत पर निजात मिल सकेगी।

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