सूर्य ग्रहण का प्रभाव-हो सकता है युद्ध, बढ़ सकती हैं यह समस्याएं

सूर्य ग्रहण का प्रभाव-हो सकता है युद्ध, बढ़ सकती हैं यह समस्याएं

नई दिल्ली साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून यानि दिन रविवार को लगने वाला है। यह इस साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा। भारतीय समयानुसार ग्रहण सुबह 9 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। वर्ष 2020 के पहले सूर्य ग्रहण को लेकर खगोल शास्त्रियों से लेकर ज्योतिषाचार्यों के बीच कई तरह की चर्चाएँ तेज हो गई हैं। फिलहाल गंगा स्नान पर कोरोना संक्रमण के कारण पाबंदी है, जो सूर्य ग्रहण वाले दिन भी बरकरार रहेगी। यह पहला मौका होगा, जब ग्रहण के बाद लोग घाट पर जाकर गंगा स्नान नहीं कर सकेंगे। आमतौर पर ग्रहण के बाद लोग गंगा स्नान करते हैं। इस बार का सूर्यग्रहण बहुत ऐतिहासिक है। सूर्य ग्रहण मिथुन राशि में पड़ने और मंगल की दृष्टि के कारण राजनीतिक रूप से भी विचलित करेगा।

देश की बात की जाए तो अन्य देशों के साथ संबंध में हलचल सुनाई देगी। इसके चलते युद्ध हो सकता है और कश्मीर को लेकर खासतौर से नई समस्या भी खड़ी हो सकती है। जानकारी है कि 26 दिसम्बर 2019 को लगे सूर्य ग्रहण के बाद आयी कोरोना की समस्या इस सूर्य ग्रहण के बाद कमजोर पड़ेगी। लेकिन ग्रह नक्षत्रों के मुताबिक विश्व युद्ध की स्थिति भी नजर आ रही है। जिससे लोगों को खासा सावधान रहने की जरुरत है। जानकारी के मुताबिक भारत को चीन और पाकिस्तान दोनों देशों से उलझना पड़ सकता है। क्योंकि इस बार ग्रह नक्षत्रों की स्थिति वर्ष 1962 की ही तरह बन रही हैं।

अस्सी प्रतिशत पूर्णता वाला ये आंशिक सूर्य ग्रहण है जिसे कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है। सूर्य ग्रहण सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर अपने कंकड़ाकृति स्वरूप में दिखाई देगा। इस बार सूर्य ग्रहण मिथुन राशि में पड़ रहा है, मिथुन राशि के लोगों को जिससे काफी सतर्क रहने की भी जरुरत है। तथा इस सूर्य ग्रहण का अन्य राशियों पर भी खासा प्रभाव पड़ेगा। 21 जून का सूर्य ग्रहण मंगल की दृष्टि और मिथुन राशि में पड़ने के कारण राजनीतिक रूप से भी विचलित करेगा। इस सूर्य ग्रहण के कारण मेष राशि के लिए चिन्ता बढ़ेगी और वृष राशि को अनचाहा कष्ट होगा।

वहीं, मिथुन राशि को शत्रु भय, चोट और घाट हो सकती है। सिंह राशि को धन और व्यापार लाभ हो सकता है, कर्क राशि को आर्थिक क्षति हो सकती है। कन्या राशि के लिए सुख योग है। तुला राशि के लिए भी सूर्य ग्रहण श्री और वैभव देगा। जबकि वृषिक राशि के लिए हानि और धनु राशि के लिए मान सम्मान की हानि का योग बन रहा है। यह सूर्य ग्रहण मकर राशि के लिए कष्टकारी होगा। मीन राशि वालों के लिए जबकि लाभकारी होगा यह सूर्य ग्रहण।

शिव की नगरी काशी में भी सूर्य ग्रहण का पूरा असर देखने को मिलेगा। इसी क्रम में काशी में रविवार को सूर्य ग्रहण में ग्रहण काल के दौरान बाबा विश्वनाथ, संकटमोचन और मां अन्नपूर्णा समेत सभी मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। उधर, संकट मोचन मंदिर के कपाट सूतक काल यानी ग्रहण शुरू होने से पहले बंद कर दिए जाएंगे। रविवार को सूर्य ग्रहण करीब 10:30 बजे से दोपहर 2:04 मिनट तक रहेगा। सभी मंदिरों के कपाट करीब 9 बजे से दोपहर में 2:04 मिनट तक बंद रहेंगे। सूतक काल शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे से लगेगा। मंदिर के कपाट ग्रहण के बाद ही खुलेंगे।

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