एसएसपी सुधीर कुमार सिंह की 100 दिन में बढ़ी शोहरत, मुज़फ्फरनगर में बदमाशों के खिलाफ अभियान जारी

एसएसपी  सुधीर कुमार सिंह की 100 दिन में बढ़ी शोहरत,  मुज़फ्फरनगर में बदमाशों के खिलाफ अभियान जारी

मुजफ्फरनगर। करीब सवा साल तक जनपद में एग्रीसिव पुलिसिंग के कारण बदहवास रहे बदमाशों को तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी के तबादले से जो खुशी मिली थी, वो ज्यादा दिन कायम नहीं रह सकी। अनंत देव के जाने के बाद जनपद में नये पुलिस कप्तान की जिम्मेदारी संभालने वाले आईपीएस सुधीर कुमार सिंह की सख्त कार्यप्रणाली ने अपराधियों में फिर से खौफ पैदा कर दिया। जिले में 100 दिन का कार्यकाल पूर्ण करने वाले एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने खाकी के मनोबल को कम नहीं होने दिया और ना ही पुलिस की बंदूकों ने बदमाशों का सामना होने पर गरजना ही छोड़ा है। एसएसपी अनंत देव तिवारी ने जनपद में अपराध उन्मूलन के लिए जो पुलिसिंग की थी, उसका बदमाशों में इतना भय था कि बदमाश अपनी जमानतें तुड़वाकर जेल जाने लगे थे। जब शासन ने उनका तबादला किया तो अपराधियों को कुछ राहत की उम्मीद जगी और जेल में जश्न भी मनाया गया। कुछ अपराधियों ने अपनी जमानत का बंदोबस्त भी करना शुरू कर दिया था, लेकिन उनकी ये खुशी कुछ ही दिनों में काफूर होने लगी। नये एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बेहतर पुलिसिंग के साथ एनकाउंटर का दौर जारी रखा। जिन अपराधियों ने पुलिस को ललकारा वो गोली खाकर जेल गया, वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी में भी अपने कप्तान के नेतृत्व में पुलिस ने बेहतर उपलब्धि हासिल की। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने अपने 100 दिन के अल्प कार्यकाल में ही बदमाशों को 'गोली मारोगे तो गोली खाओगे' का संदेश सख्ती के साथ समझाने का काम किया। उनकी अगुवाई में पुलिस लगातार बदमाशों पर हावी है और अपराधी बदहवास हैं। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में डीजीपी ओपी सिंह के आगमन पर शहर कोतवाल अनिल कपरवान ने अपनी टीम के समयपाल अत्री, अक्षय शर्मा के साथ मिलकर एक लाख के इनामी बदमाश शमीम को तो खतौली इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह ने एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में एक लाख के इनामी कुख्यात डकैत अकरम को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इन 100 दिनों में एसएसपी सुधीर कुमार सिंह की मुजफ्फरनगर पुलिस और बदमाशों के बीच 58 मुठभेड़ हुई जिसमे 23 बदमाश पुलिस की बुलेट से घायल बदमाश सहित 110 अपराधी जेल पहुँच गए यानि मुज़फ्फरनगर पुलिस ने प्रत्येक दिन एक से अधिक बदमाशों को बड़ेघर भेजकर अपराधियों के खिलाफ अपना अभियान सख्त रखा है खोजी न्यूज़ की ख़ास रपट

समाजसेवी गौहर सिद्दीकी कहते है मुज़फ्फ़नगर के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के 100 दिन पूरे हुए उनका तर्ज़ुबा, गम्भीरता, लग्न व् दबाव को नज़रंदाज़ करके फैसले लेने की ताकत, अपने अधीनस्थ अधिकारियों कमर्चारियों को साथ लेकर चलना साथ ही घटनास्थल पर फ़ौरन उपस्थिति दर्ज करना जिससे घटना का मौके पर ही तय करके अपनी टीम का हौसला बढ़ाना रहा हो या साथ साथ मोहर्रम दीपावाली जैसे आयोजन सफलतापूर्वक संम्पन कराना, 3 दिसम्बर को बुलन्दशहर की घटना के बाद और 6 दिसम्बर जैसे सेंसेटिव दिनों को शांति के साथ गुज़रना इसके साथ ही 100 दिनों में कोई भी साम्प्रदायिक घटना ना होना व DGP महोदय का सफलतापूर्वक स्वागत भी उनके सफल नेतृत्व की ही बानगी है आशा करता हूँ कि वह आगे भी जनसहयोग को साथ लेकर मुज़फ्फ़नगर को शान्ति और कामयाबी की ओर अग्रसर करेंगे

उत्तर प्रदेश शासन ने 28 अगस्त 2018 को आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया था, आईपीएस अफसरों की लिस्ट में मुजफ्फरनगर के पुलिस कप्तान अनंत देव तिवारी का भी नाम शामिल रहा। उनके स्थान पर अमरोहा में पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात आईपीएस सुधीर कुमार सिंह को एसएसपी बनाकर भेजा गया है। पुलिस कप्तान के रूप में मुजफ्फरनगर जनपद उनका पांचवां जिला है। सुधीर कुमार सिंह को भी तेज तर्रार पुलिस कप्तानों में शुमार किया जाता है। सुधीर कुमार सिंह मुजफ्फरनगर के पडौसी जनपद बिजनौर के मूल निवासी हैं। वो पुलिस सेवा में साल 1989 में पीपीएस अफसर के रूप में आये। साल 2009 में सुधीर कुमार सिंह का आईपीएस कैडर में प्रमोशन हुआ। इसके बाद उनको पहली बार बलरामपुर जनपद में पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात किया गया। वहां से उनको 18 मई 2016 को गोण्डा एसपी बनाकर भेजा गया और गोण्डा में करीब एक साल की तैनाती के बाद आईपीएस सुधीर कुमार सिंह को 14 मई 2017 को अम्बेडकर नगर का पुलिस अधीक्षक बनाकर भेज दिया गया। सुधीर कुमार अम्बेडकर नगर में करीब पांच माह तक तैनात रहे। वहां से अक्टूबर 2017 को उनको जनपद अमरोहा में पुलिस कप्तान के पद पर तैनात किया गया। अमरोहा में एसपी रहते हुए सुधीर कुमार सिंह ने अपराधन उन्मूलन और पुलिस छवि सुधार के लिए काफी उत्कृष्ट कार्य किया।

जनपद मुजफ्फरनगर में एसएसपी का पदभार संभालने के साथ ही आईपीएस सुधीर कुमार सिंह के सामने अपराध उन्मूलन और कानून व्यवस्था चुनौती के रूप में रही। इसके लिए उन्होंने पहले दिन से ही काम किया। अपने 100 दिन के कार्यकाल में एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने अच्छी खासी उपलब्धि हासिल की है। उनके नेतृत्व में जनपद पुलिस लगातार अपराधियों के हौसले तोड़ने का काम कर रही है। इन 100 दिनों में एसएसपी सुधीर कुमार सिंह की मुजफ्फरनगर पुलिस और बदमाशों के बीच 58 मुठभेड़ हुई जिसमे 23 बदमाश पुलिस की बुलेट से घायल होकर बड़ेघर को रवाना हुए तो 87 बदमाशों को जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा कुल मिलाकर 100 दिन के कार्यकाल में 110 अपराधी जेल पहुँच गए इन में 12 इनामी कुख्यात बदमाश थे इन मुठभेड़ों में 12 पुलिसकर्मी भी घायल हुए है एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के इस कार्यकाल में 12अपराधियों पर रासुका के अंतर्गत भी कार्यवाही की गयी इतना ही नहीं एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने हर घटना पर खुद पहुंचकर गुड पुलिसिंग करने का काम किया है। उनके द्वारा किसी भी वारदात या घटना को लेकर खुद काम किया और उनका अनावरण करने में देर नहीं की। उनके द्वारा अपनी कार्यप्रणाली से आम जनता का विश्वास जीतने के साथ अपराधियों को सख्त संदेश भी दिया गया। दस माह का कार्यकाल अमरोहा एसपी के रूप में पूर्ण करने के बाद वह मुजफ्फरनगर में एसएसपी के रूप में आये सुधीर कुमार सिंह का ये पांचवा जिला है। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने शहर का मिजाज समझने और व्यवस्था परखने को पुलिस टीम के साथ नगर की सडकों पर पैदल भ्रमण किया। एसएसपी, एसपी सिटी ओमबीर सिंह, सीओ सिटी हरीश भदौरिया व पुलिस फोर्स के साथ शहर में निकले और यातायात व्यवस्था, अतिक्रमण से रूबरू हुए।

वरिष्ठ भाजपा नेता संजय अग्रवाल कहते है कि सुधीर कुमार सिंह ने 100 दिन के कार्यकाल मे मुजफ्फरनगर के जनता के बीच एक संवेदनशील लगनशील और मानवता को मानने वाले अफसर की छवि बनायी है उनकी कार्यशैली ने मुझे बहुत प्रभावित किया है जिस तरह से एसएसपी सुधीर कुमार सिंह माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप बदमाशो के खिलाफ अभियान चलाये हुए है वो भी काबिले तारीफ है

एसएसपी सुधीर कुमार सिंह का पहला एनकाउंटर जन्माष्टमी के दिन हुआ। उनके आदेशों पर नई मण्डी पुलिस रात में चैकिंग कर रही थी। इसी बीच इंस्पेक्टर नई मंडी हरसरण शर्मा व उनके हमराह पुलिसकर्मियों की बदमाशों से मुठभेड़ हो गयी। पुलिस की फायरिंग में 25 हजार का ईनामी व माफिया संजीव जीवा गैंग के सक्रिय सदस्य बदमाश अजय शर्मा पुत्र राम समझ निवासी रोहाना शुगर मिल थाना शहर कोतवाली घायल हो गया। इसके बाद एसएसपी सुधीर कुमार सिंह की 'एग्रीसिव पुलिसिंग' ने अपराधियों में दहशत का माहौल पैदा करने का अभियान छेड़ दिया। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह की सख्त कार्यप्रणाली का असर मातहतों पर भी नजर आया, जनपद पुलिस ने इस दौरान लगातार रिजल्ट देने का काम किया है। खतौली पुलिस ने अस्लाह बेचने व बनाने वालों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत पुरानी चीतल होटल के पीछे बर्फ खाने में अवैध रूप से चल रही तमंचा फैक्ट्री का पर्दाफाश किया तो वहीं बुढाना पुलिस ने क्षेत्र के गांव जौला में छापा मारकर अवैध तमंचा फैक्ट्री पकडी, जहां से भारी मात्रा में रायफल, बंदूक व अवैध तमंचे समेत अस्लाह बरामद किया गया। पुलिस ने दो सगे हिस्ट्रीशीटर भाईयों को अवैध हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया। चरथावल पुलिस ने दो जिलाबदर अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ ही गौकशी में वांछित चल रहे एक आरोपी को पकड़कर जेल भेजा।

एसएसपी सुधीर कुमार के नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ अभियान में मीरापुर पुलिस व क्राईम ब्रांच की टीम ने नूर मौहम्मद हत्याकाण्ड में वांछित चल रहे अपराधी को मुठभेड़ में पकड़ा। शहर कोतवाली के अन्तर्गत रोहाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 25 हजार के इनामी समेत दो बदमाशों को गिरफ्तार किया। फायरिंग में इनामी बदमाश के साथ ही एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ। पकड़े गए बदमाश रोहाना क्षेत्र में बड़कली मोड़ पर बिजलीघर कैशियर से हुई 3.10 लाख की लूट के साथ ही नीलकंठ ढाबे पर कर्मचारियों व ट्रक चालकों को बंधक बनाकर की गई लूट में शामिल रहे। छपार पुलिस ने बरला के निकट गांव माण्डला के जंगल में मुठभेड के दौरान एक 25 हजार रूपये के ईनामी बदमाश को लंगडा कर दिया। थाना ककरौली पुलिस ने खुजेडा टन्ढेडा मार्ग पर मोटरसाइकिल सवारों को रोका तो उन्होंने पुलिस पर फायर झोंक दिया, जिसमें कांस्टेबल नितिन घायल हो गया। इस मुठभेड़ में पुलिस ने एक व्यक्ति को घायल कर गिरफ्तार कर जेल भेजा। इस पर 15 हजार का इनाम घोषित है और यूपी सहित अन्य राज्यों में भी इसका आपराधिक इतिहास है। खतौली कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने पुलिस टीम के साथ खतौली-जानसठ रोड पर मुठभेड के बाद पांच शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। भौराकलां क्षेत्र में हुई लूट की घटना में ये बदमाश शामिल रहे और लूट का माल भी बरामद हुआ। अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनी के सौन्दर्य प्रसाधनों से भरे ट्रकों को हाईवे पर लूटने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए नई मण्डी पुलिस ने जानसठ रोड पर हुई मुठभेड के बाद आठ लुटेरों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से लूटी गई कार, हथियार, 5.17 लाख रूपये की नकदी तथा 335 पेटी विभिन्न कम्पनियों का माल बरामद किया। तितावी पुलिस ने हाईवे पर तेल चोरी में लिप्त गिरोह का भंडाफोड करते हुये तीन बदमाशों को मुठभेड के बाद दबोचा। इनके कब्जे से चार सौ लीटर डीजल से भरे दो ड्रम व चोरी के उपकरण बरामद हुए।

एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने हर वारदात के बाद उसकी माॅनीटरिंग करते हुए सटीक खुलासा कराया। कई प्रकरणों में जब पुलिस को अंधेरे के अलावा कुछ नहीं मिल रहा था तो उन्होंने अपने तजुर्बे की रोशनी से पुलिस का रास्ता दिखाकर मार्गदर्शन किया और असल मुजरिमों को गिरफ्तार किया गया। ऐसे मामलों में शामिल रहे मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव संधावली निवासी किसान सलीम की हत्या का प्रकरण भी उनकी सूझबूझ से खुला। सलीम खेतों में पानी चलाने के लिए गया था, जहां परिजनों को उसका शव मिला। इसमें कोई सुराग नहीं मिल रहा था। बाद में इस हत्या में मृतक की पत्नी व उसका पे्रमी आसिफ शामिल पाये गये। उनको जेल भेजा गया। ऐसा ही मामला नई मंडी थाना क्षेत्र के गांव बागोवाली में हुआ, यहां कोतवाल नई मण्डी हरशरण शर्मा ने अपने कप्तान सुधीर कुमार सिंह के निर्देशन में एक मर्डर का बेहतर खुलासा किया दरअसल एक वृद्धा की हत्या कर उसका शव जर्जर मकान में फैंक दिया गया था। इसमें भी पुलिस जांच भटक रही थी, बाद में पुलिस ने इसका खुलासा किया तो रिश्ते भी शर्मसार हो गये। मृतका की पुत्रवधु ने अपने अवैध संबंध छुपाने के लिए प्रेमी से मिलकर सास की हत्या की थी। इतना ही नहीं भगत सिंह रोड पर शिव ज्वैलर्स के यहां 40 लाख रुपये के सोने के जेवरों की चोरी में एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने शहर कोतवाली प्रभारी अनिल कपरवान का मार्ग निर्देशन कर इस असंभव काम को संभव कराया, उसने जिले के व्यापारियों में पुलिस का मान बढ़ाने के साथ ही आम जनता में पुलिस कप्तान के काम की सराहना भी कराई।

अपना दल (एस) के जिलाध्यक्ष विनय मित्तल कहते है कि पुलिस कप्तान सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व मे जिस तरह से मुजफ्फरनगर की पुलिस बदमाशो के खिलाफ अभियान चलाये हुए है उससे अपराधियों में दहशत बनी हुई है जिस कारण जनपद में व्यापारी एंव आम जनता में सुरक्षा की भावना बनी हुई है मै एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के सफल 100 दिन होने पर उनको बधाई देता हूॅ और उम्मीद करता हूॅ कि वो आगे भी बदमाशो के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगें

एसएसपी ने जनपद में बेहतर पुलिसिंग के लिए भी कई काम किये। उनके द्वारा शहर में 58 सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछवाकर पुलिस लाइन में कंट्रोल रूम स्थापित कराया गया। ये सीसीटीवी कैमरे शहर के प्रमुख मार्गों, चैराहों और कन्या विद्यालयों के आसपास लगवाये गये। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने पुलिस लाईन के सभागार में एचडीएफसी बैंक एवं यातायात पुलिस के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में जनपद में ई-चालान व्यवस्था का शुभारम्भ किया। इसके साथ ही पुलिस लाइन में अराजक तत्वों की एंट्री बन्द कराने और लाइन की आय बढ़ाने के लिए एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने मासिक पास की व्यवस्था को लागू किया। पुलिस लाइन में पचास रुपये शुल्क वाले मासिक पास के साथ ही एंट्री शुरू हुई। पुलिस लाइन में मोर्निंग वाॅक के नाम पर अवांछित युवकों की एंट्री से वातावरण खराब होने का अंदेशा रहता था। पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस लाईन में आयोजित कार्यक्रम में एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने मुजफ्फरनगर के शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवारों को शॉल ओढाकर सम्मानित करते हुए पुलिस विभाग की ओर से अपने साथियों की शहादत को नमन किया। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने अभी हाल ही में बुलन्दशहर के बवाल मेे शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की शहादत पर मुजफ्फरनगर पुलिस के एक दिन के वेतन उनके परिजनो को देकर साबित किया है कि वो बेहतर पुलिसिंग करने वाले अफसर है।

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