उत्तर प्रदेश के ''लोगो'' में प्रदेश के अस्तित्व बोध वाले प्रतीकों को ही समेटा जाये :प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी

उत्तर प्रदेश के लोगो में प्रदेश के अस्तित्व बोध वाले प्रतीकों को ही समेटा जाये :प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी

लखनऊ: पर्यटन मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने आज यहां गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में प्रदेश की ब्रांडिंग के लिए कार्यदायी संस्था तथा विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रस्तावित 'लोगो' तथा कुम्भ के लिए बनायी गयी प्रचार सामग्री का अवलोकन किया।
''यू0पी0 नहीं देखा तो इण्डिया नहीं देखा'' थीम के साथ बन रहे प्रदेश के लोगो का अवलोकन करते हुए उन्होंने कहा कि लोगो में प्रदेश का अस्तित्व बोध कराने वाले प्रतीकों को ही प्रदर्शित करें। उन्होंने संस्था द्वारा ''कुम्भ'' तथा ''बरसाना' में होली के मद्देनजर प्रचार के लिए तैयार किये गये 'साइनेज' का अवलोकन भी किया। उन्होंने सभी प्रचार प्रस्तावों में प्रदेश की संस्कृति के भव्य पक्ष को प्रमुखता से प्रस्तुत करने पर जोर दिया।
बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन/सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने कार्यदायी संस्था को निर्देश दिया कि 'कुम्भ' के लिए बने प्रचार साइनेज मात्र हिन्दी अथवा अंग्रेजी में नहीं अपितु सभी भारतीय भाषाओं में बनाए । उन्होंने कहा कि कुम्भ के दौरान प्रदर्शित की जाने वाली सांस्कृतिक झाॅकियों में सभी प्रदेशों की झाॅकी प्रस्तुत की जायेगी तथा भारत सरकार की योजनाओं को विस्तार से बताने वाले डिस्प्ले बोर्ड लगाये जायें जिससे आने वाले कुम्भ यात्रियों को भारत सरकार की योजनाओं का भी ज्ञान हो सके। उन्होंने कार्यदायी संस्था को विशेष निर्देश दिया कि कुम्भ की प्रचार सामग्री तैयार करते समय इसका वैज्ञानिक पक्ष प्रमुखता से सामने लायंे तथा इस बार कुम्भ किस नक्षत्र में होगा इसका उल्लेख भी विज्ञापनों में किया जाये।
बैठक में गढ़मुक्तेश्वर में तथा गंगा किनारे विकास के प्रस्ताव को लेकर एक मलेशियन डेलीगेशन ने भी पर्यटन मंत्री से भेंटकर अपने प्रस्ताव के स्वरूप से अवगत कराया।

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