मंत्री पर जानलेवा हमला करने वालो को मुख्य सचिव अंशू प्रकाश ने दिया संरक्षण: आशुतोष

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AAP सरकार के आने के बाद भ्रष्टाचार में 81 प्रतिशत की भारी कमी दर्ज़ हुई

लूट की दुकान AAP ने की बंद, तो सभी भ्रष्टाचारियों ने मिलकर रची AAP सरकार के ख़िलाफ़ साज़िश: दिलीप पांडे

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने प्रेस कॉंफ्रेंस में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 'आम आदमी पार्टी लगातार पिछले दस दिन से ये बताती आ रही है कि जिस तरह से दिल्ली में दिल्ली पुलिस का रवैय्या है, सचिवालय में मंत्री के साथ जानलेवा हमले के मामले में दिल्ली पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, हमारे पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि ये सबकुछ एक षडयंत्र के तहत किया गया था, लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

हम मामले को अदालत लेकर गए और आज हमारी बात की पुष्टि हुई है, जो वीडियो फुटेज सचिवालय से मिली है उसे देखने के बाद यह साफ़ हो जाता है कि सचिवालय में मंत्री और दूसरे कई लोगों पर जानलेवा हमला एक भीड़ ने किया था और यह एक षडयंत्र के तहत ही हुआ था।

पुलिस ने इस मामले में अभी तक कुछ नहीं किया है, कोर्ट में दिए जवाब में पुलिस ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में अभी तक सिर्फ़ सीसीटीवी फुटेज लेने के लिए नोटिस ही जारी किया है।

एक तरफ़ तो सिर्फ़ मुख्य सचिव के बयान के आधार पर दो विधायकों को गिरफ्तार कर लिया जाता है, मुख्यमंत्री के घर पर छापा मार दिया जाता है, इसके अलावा दो और विधायकों को पूछताछ का नोटिस जारी कर दिया जाता है, और दूसरे मामले में सारी वीडियो फुटेज होने के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

इसे लेकर हम दो सवाल पूछना चाहते हैं –


क्या दिल्ली पुलिस कमिश्नर अपने विवेक के अनुसार काम कर रहे हैं या फिर किसी के दबाव में आकर सचिवालय वाले मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं?

कोर्ट के आदेश के मुताबिक एलजी पर ही इसकी सारी ज़िम्मेदारी बनती है और उनको इस पर जवाब देना चाहिए कि आखिर वो और उनकी पुलिस क्यों पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रह हैं?
हमारे पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि जब हमने सचिवालय में मंत्री और दूसरे लोगों पर किया गए हमले का वीडियो प्रैस कॉंफ्रेंस में दिखाया था तो उसके बाद उस वीडियो में हमला करते हुए दिख रहे सचिवालय के वो दो कर्मचारी मुख्य सचिव के पास गए थे और अपनी नौकरी खतरे में होने और जेल जाने का डर जताया था, तो उसके बाद मुख्य सचिव ने उनके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा था कि 'तुम लोग मेरे शेर हो, तुम्हारा बाल भी बांका नहीं होने देंगे'

अपराधियों का बचाव करते हुए क्यों दिख रहे हैं मुख्य सचिव? क्या मुख्य सचिव की शह पर ही ये सबकुछ हो रहा था? ये षडयंत्र रचने के आरोप में मुख्य सचिव पर क्यों ना आपराधिक मामला दर्ज हो?

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि 'इन बातों से साफ़ हो जाता है कि मुख्य सचिव और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भारतीय जनता पार्टी अपने इशारों पर नचा रही है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर का एसीआर दिल्ली के मुख्य सचिव लिखते हैं इसलिए कमिश्नर साहब उनके प्रति अपना हक़ अदा करते हुए उन्हें विशेष सुविधा दे रहे हैं और दिल्ली सरकार समेत आम आदमी पार्टी के ख़िलाफ़ काम कर रहे हैं।

सीवीसी की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचार में भारी कमी आई है, और इसीलिए वो भ्रष्टाचारी आईएएस अधिकारी बौखला गए हैं क्योंकि वो दिल्ली की जनता की गाढ़ी कमाई को चूस रहे थे, वो पाइप लाइन आम आदमी पार्टी ने सरकार में आने के बाद बंद कर दी तो भ्रष्टाचारी अधिकारी तड़पने लगे।

2015 की सीवीसी रिपोर्ट के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली सरकार के विभागों में उस साल 5139 शिकायतें दर्ज हुई थीं। साल 2016 में सीवीसी की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली सरकार के विभागों में भ्रष्टाचार की शिकायतों में भारी गिरावट आई और वो घटकर 969 रह गईं। दिल्ली सरकार के विभागों में इस दौरान भ्रष्टाचार में 81 प्रतिशत भारी कमी आई और यह आम आदमी पार्टी की सरकार होने से ही संभव हो सका।

यही वजह है कि वो सभी भ्रष्टाचारी लोग बौखला गए हैं जो पहले दिल्ली सरकार में बैठकर खूब भ्रष्टाचार करके जनता का खून चूसते थे। आम आदमी पार्टी की सरकार ने उन लोगों की लूट की दुकान बंद करके उनकी लूट पर रोक लगाने का काम किया है इसलिए ये सारे मिलकर अब आम आदमी पार्टी और उसकी सरकार के ख़िलाफ़ हो गए हैं।

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