उपचुनावों में भाजपा की हार का सिलसिला जारी, राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश में पराजित

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नई दिल्ली। मिशन 2019 के लिए अपन विजन तैयार करने में जुटी भारतीय जनता पार्टी की उपचुनावों में हार का सिलसिला लगातार जारी है। राजस्थान, पश्चिम बंगाल के बाद अब मध्य प्रदेश और ओडिश में विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। मध्य प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव का परिणाम बुधवार को जारी किया गया। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के ही विधायक जीते थे, इस उपचुनाव में कांग्रेस ने अपनी सीटों को बरकरार रखा है।

भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश के कोलारस और मुंगावली उपचुनाव के लिए मतगणना बुधवार को खत्म हुई। कांग्रेस दोनों सीट बचाने में कामयाब रही। मुंगावली विधानसभा सीट पर भाजपा को 2,124 वोट से हराया। वहीं, कोलारस सीट पर 8083 वोट से जीत दर्ज की। दोनों सीट कांग्रेस विधायकों के निधन की वजह से खाली हुई थीं। दोनों सीट पर 24 फरवरी को वोट डाले गए थे। मुंगावली सीट के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को 70,808 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी के खाते में 68,684 वोट गए। पिछली बार यह सीट कांग्रेस के पास थी। इस बार यहां उपचुनाव में कांग्रेस ने बृजेंद्र सिंह यादव और भाजपा ने बाई साहब यादव को अपना उम्मीदवार बनाया। कोलारस सीट पर इस बार कांग्रेस ने 8083 वोट से जीत दर्ज की। कांग्रेस के महेंद्र सिंह यादव को 82,515 वोट मिले। वहीं, बीजेपी के देवेंद्र कुमार जैन के खाते में 74432 वोट पड़े। मुंगावली सीट पर 2013 में कांग्रेस के महेंद्र सिंह कालूखेड़ा जीते थे। सितंबर 2017 में उनका निधन होने से यह सीट खाली हो गई थी। मुंगावली के वोटर ने 1985 से कभी लगातार दो बार किसी एक पार्टी को मौका नहीं दिया है। 1985 से 2013 के बीच यहां सात बार चुनाव हुए। इनमें चार बार कांग्रेस तो तीन बार भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली। 24 फरवरी को दोनों सीटों पर 2013 में हुए चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग हुई थी। इस बार कोलारस में 70.40 प्रतिशत, जबकि 2013 में यहां 72.82 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वहीं, मुंगावली में इस बार 77.05 प्रतिशत वोटिंग हुई। 2013 में 77.49 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।

बता दें कि इससे पहले भाजपा शासित राज्य राजस्थान में दो लोकसभा और एक विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली थी। अजमेर और अलवर लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ने भाजपा को काफी वोटों के अंतर से हरा दिया था। अलवर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. करण सिंह यादव ने भाजपा के जसवंत सिंह यादव को करीब 196496 वोटों के अंतर से हराया था, वहीं अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस के रघु शर्मा ने भाजपा के प्रत्याशी राम स्वरूप लांबा को करीब 80 हजार वोटों के अंतर से हरा दिया। इससे पहले राजस्थान की मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस ने भाजपा को पराजित किया। मांडलगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विवेक धाकड़ को जीत मिली। विवेक धाकड़े ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी शक्ति सिंह हाडा को 12,976 मतों के अंतर से हराया था। इससे पहले भाजपा पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में पराजित हुई थी और आज मध्य प्रदेश के साथ ही ओडिशा राज्य की बीजापुर विधानसभा सीट पर आये परिणाम भी भाजपा के लिए सुखद नहीं रहे। यहां नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी ने जीत दर्ज की। मध्य प्रदेश के नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए इस हार का स्वीकार करते हुए कहा कि साल 2013 में जब राज्य में भाजपा के पक्ष में लहर चली थी, तब भी हम ये दोनों विधानसभा सीटें हारे थे। उस चुनाव में हम बुरी तरह से पीछे थे, लेकिन उपचुनाव में हमने वहां बेहतर प्रयास किया है।


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