जायके के साथ इलाज भी करती है चटनी

जायके  के साथ इलाज भी करती है चटनी
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लखनऊ :हिंदुस्तान में चटनी को काफी अहम माना जाता है, आमतौर पर कई घरों में खाने के साथ अलग-अलग तरीके चटनी बनाकर खाने के साथ परोसी जाती हैं। चटनी केवल जायेका बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चीज नहीं है बल्कि यह कोलेस्ट्रॉल पाइल्स कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी करती है।
1. पुदीने की चटनी- पाचन क्रिया को बेहतर रखने में पुदीने की चटनी बेहद लाभदायक है। यह भूख बढ़ाने के साथ-साथ अनेक बीमारियों जैसे- मिचली, कब्ज और उल्टी आदि को ठीक करने में मददगार होता है।
2. करी के पत्ते की चटनी- करी के पत्ते आयरन और फोलिक एसिड के बेहतरीन स्रोत होते हैं। फोलिक एसिड शरीर में आयरन को अवशोषित करने की क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। एनीमिया से ग्रस्त लोगों के लिए करी के पत्ते की चटनी वरदान की तरह होती है।
3. आंवले की चटनी- विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत आंवला शरीर में रोग-प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा संबंधी समस्याएं नहीं होतीं। इसके अलावा आंवले की चटनी खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल में कमी आती है। साथ ही इंसुलिन का स्राव नियंत्रित होता है और डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायता मिलती है।
4. धनिए के पत्ते की चटनी- हमारे घरों में धनिए की चटनी सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। यह पाचन बढ़ाने की सर्वोत्तम दवा है। इसमें विटामिन सी के साथ-साथ विटामिन के भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
5. प्याज और लहसुन की चटनी- प्याज और लहसुन की चटनी से कब्ज और पाइल्स जैसी समस्याएं ठीक हो जाती हैं। लहसुन एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुणों से भरपूर होता है। इसके अलावा डायबिटीज कंट्रोल करने में भी लाभकारी है।
6. टमाटर की चटनी- टमाटर की चटनी में विटामिन्स और ग्लूटाथायोन काफी मात्रा में पाया जाता है। इसमें कैंसर का इलाज करने वाले गुण पाए जाते हैं। स्वस्थ जीवन के लिए टमाटर की चटनी का नियमित सेवन किया जाना चाहिए।
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7.नारियल की चटनी-
चटनी की एक दक्षिण भारतीय किस्म है. यह स्वादिष्ट चटनी नारियल और मूंगफली से बनायी जाती है. इस चटनी को बनाने की बहुत सारी विधियाँ. हमारे भारतीय खाने की यह विशेषता है कि हर परिवार की अपनी व्यंजन विधियाँ होती हैं. मैने नारियल की चटनी बनने की यह विधि अपनी एक सहेली से सीखी है. डोसा, उत्तपम, इडली, उपमा, आदि के साथ नारियल की चटनी बहुत स्वादिष्ट लगती है.
सामग्री
(1½ कप चटनी के लिए)
½ कप नारियल, घिसा हुआ
½ कप मूँगफली
¼ कप कटा हुआ हरा धनिया
1-2 हरी मिर्च
½ छोटा चम्मच नमक
2-3 बड़े चम्मच दही
¼ कप पानी
तड़के के लिए सामग्री
1½ छोटा चम्मच तेल
½ छोटा चम्मच राई/ सरसों
4-6 करी पत्ते
1 सूखी खड़ी लाल मिर्च
बनाने की विधि :
एक कड़ाही गरम करें . अब इसमें मूँगफली को मध्यम आँच पर लगभग 5-7 मिनट या फिर सुनहरा होने तक के लिए भूनें. जब मूँगफली भुन जाएँगी तो उनका रंग बदल जाएगा.. अब मूँगफली को ठंडा होने दें.
हरी मिर्च का डंठल हटा कर उसे अच्छे से धो लें.
अब मूँगफली, हरा धनिया, हरी मिर्च और घिसे नारियल को ग्राइंडर में पीस लें. ज़रूरत के हिसाब से थोड़ा पानी डालें.
अब इसमें दही और नमक मिलाएँ. चाहें तो दही को अच्छे से मिक्स करने के लिए कुछ सेकेंड्स ग्राइंडर में चला सकते है , लेकिन ध्यान रखिए कि ज़्यादा चलाने से दही मक्खन छोड़ सकता है.
चटनी को अब एक सर्विंग डिश में निकाल लें.
तड़का बनाने की विधि :
तड़के के बर्तन में तेल गरम करें.
जब तेल गरम हो जाए तो इसमें राई डालें. जब राई चटक जाए तो सूखी लाल मिर्च और करी पत्ते डालकर कुछ सेकेंड्स भूनें, और फिर आँच बंद कर दें.
तड़का अब तैयार है. तड़के को चटनी में डालें.
स्वादिष्ट और पौष्टिक नारियल की चटनी तैयार है सर्व करने के लिए. इस स्वादिष्ट नारियल की चटनी को आप डोसा, उत्तपम, वड़ा या फिर अपनी पसंद के चावल किसी के साथ भी आप इसे परोस सकते हैं.

नारियल की चटनी बनाने के लिए ताज़ा नारियल ज़्यादा अच्छा रहता है. अब क्योंकि ताज़ा नारियल हमारे शहर में आसानी से नही मिलता है इसलिए मैने इस चटनी के लिए सूखे नारियल का इस्तेमाल किया है.
आप इस चटनी में हरी मिर्च की मात्रा थोड़ी बढ़ा भी सकते हैं स्वादानुसार.

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