मुस्लिम तुष्टीकरण वाले शर्मनाक बयान

मुस्लिम तुष्टीकरण वाले शर्मनाक बयान

लखनऊ : समाजवादी पार्टी एक के बाद एक लगातार मिल रही भारी पराजयों से सहमी हुई है उसे कुछ समझ मेें नहीं आ रहा कि वह करे क्या। यही कारण है कि उसके नेताओं ने एक बार फिर मुस्लिम तुष्टीकरण वाली विकृत राजनैतिक बयानबाजियां शुरू करके अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है। रामगोपाल यादव और आजम खान सरीखे लोग ही अब समाजवादी पार्टी को सत्ता से हमेशा से बाहर रखने वाले हैं। अभी योगी सरकार कई मामलों की जांच करवा रही है तथा वह सभी जांचें लगातार तेजी से आगे बढ़ रही हैं। अब रामगोपाल यादव औेर नरेश अग्रवाल जैसे सांसदों की सदस्यता भी खतरे में जा रही है। अगली बार इन सभी लोगों का राज्यसभा में दोबारा चुनकर आना बहुत कठिन है क्योंकि उप्र विधानसभा में संख्या बल के आधार पर समाजवादी पार्टी केवल एक सांसद ही राज्यसभा में पहुुंचा सकती है जबकि बीजेपी बड़ी आसानी से अपने सभी नौ सांसद राज्यसभा में पंहुचा देगी। अब इन्हीं सांसदों ने मुस्लिम तुष्टीकरण वाले शर्मनाक बयान देने व हरकतेें करनी प्रारम्भ कर दी हैं ताकि वह मीडिया में बने रहें तथा मुस्लिम समाज में एक मैसेज जाये कि वह उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं तथा आगे भी लड़ते रहेेंगे।
यह विरोधी दल अब ताज महोत्सव में श्रीराम पर होने जा रही नृत्य नाटिका पर भी बवाल खड़ा कर है तो लखनऊ के पूर्व सांसद लालजी टंडन की किताब मेें लखनऊ को लखनपुरी कहे जाने पर भी भड़क रहे हें । वहीं सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कासगंज हिंसा पर जो बयान दिया है वह हिंदू समाज को गाली देने व अपमानित करने जैसा ही है। वही सपा के दूसरे नेता आजम खां जो जल निगम की भर्तियों में हुए घोटाले मेें जांच के घेरे मे आ चुके हैं तथा अपने बेटे की सदस्यता जाने के खतरे से सहमे हुए है, वह भी काफी मनगढ़ंत बातें व बयानबाजी मीडिया में कर रहे हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सपा के नये मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिंदुओं को गाली देने व अपमानित करने की सुपारी इन लोगों को ही दे दी है। आगरा में ताज महोत्सव का आयोजन विगत 25 साल से होता आ रहा है। इस साल ताज महोत्सव का आयोजन राम पर आधारित नृत्य नाटिका से होगा। इस पर विपक्ष ने कड़ा एतराज दर्ज कराया है लेकिन सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि राम हमारे आदर्श हैं। विपक्ष चाहे तो इसका मंचन पाकिस्तान में करवा लें।
अभी हाल ही में हुए कासगंज दंगे के बाद सपा नेता रामगोपाल यादव का एकाएक मुस्लिम प्रेम जाग उठा है। कासगंज की तिरंगा यात्रा में एक हिंदू युवक चंदन की मुस्लिम समाज के लोगों ने हत्या कर दी उसके बाद हिंसा भड़क उठी थी। जब प्रशासन ने बेहद कड़ाई शुरू की और चंदन के हत्याआरोपियों को पुलिस ने पकड़ने में सफलता प्राप्त करनी शुरू कर दी तब यह बात सपा नेताओं को बेहद नागवार गुजरी और कहने लग गये कि चंदन की हत्या एक हिंदू ने की लेकिन मुसलमानों को जानबूझकर डराया, धमकाया जा रहा है। केवल मुस्लिम समाज के खिलाफ ही एक्शन लिया जा रहा है। यह समाजवादी अपने वह दिन भूल गये जब उनके शासन काल में हिंदुओं पर कितने अत्याचार हो रहे थे। गांवो में बहुसंख्यक हिंदू समाज के लोगोें के धार्मिक स्थलों पर से लाउडस्पीकर हटवाये जा रहे थे। किसी न किसी बहाने हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा था। सर्वाधिक दंगों का इतिहास समाजवादी सरकार के कार्यकाल का ही रहा है। यह बात इन विरोधी दलों को हजम नहीं हो रही थी। यही कारण है कि एक बेहद सोची समझी साजिश के तहत कासगंज में दंगा भड़काया गया अभी उत्तर प्रदेश सरकार की जांच रिपोर्ट में सब कुछ खुलासा हो जायेगा कि आग कहां से लगायी थी। कासगंज हिंसा से निपटने में प्रदेश सरकार व प्रशासन ने बेहतरीन काम किया हेेै। पहली बार किसी दंगे में नामजद आरोपी पकड़े गये हैं। यही बात इन दलों को हजम नहीं हो रही है। अभी अगर कोई मुस्लिम मारा गया होता तो पूरे देश भर के भाजपा विरोधी, हिंदू विरोधी दलोें के नेताओं का जमावड़ा लग गया होता।
अब मुजफ्फरनगर के दंगों को लेकर भी विपक्षी दल सियासत अवश्य करेंगे क्योंकि उन दंगों के दौरान समाजवादी सरकार में एकतरफा कार्यवाही हुयी थी तथा भाजपा विधायकों व नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाये गये थेे जिन्हें हटाने की तैयारी शुरू हो गयी है। अभी जब देश की राजनीति में पकौड़े पर चर्चा हो रही थी तब आजम खां ने एक बेहद शर्मनाक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि देश का सारा काम रोककर बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जाये ताकि यह युवक तिरंगा यात्रा न निकाल सकेें और न ही दंगे कर सकें। एक प्रकार से उन्होंने हिंदू समाज को दंगाई कहकर अपमानित किया है। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रामपुर के दौरे में जाना था तब उन्होंने कहा कि योगी जी के दौरे से रामपुर का मुसलमान डरा हुआ है। यह सब बातें केवल वैमनस्य पैदा करने के लिए और मुस्लिम समाज को गुमराह करने के लिए की जा रही हैं। दरअसल इन दलों व नेताओं का मत है कि मुस्लिम मतों पर केवल इन्हीं दलों का अधिकार है कोई और इसे नहीं छीन सकता।
सबसे मजेदार बात तो विधानसभा सत्र शुरू होने के पहले बहुजन समाजवादी पार्टी ने की है। विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में बसपा के लालजी वर्मा ने कहा कि जिस दिन प्रदेश का बजट पेश हो रहा है उस दिन शुक्रवार है दोपहर को मुस्लिम समाज नमाज अदा करता है इसलिए बजट को 11 बजे पेश किया जाये। उनकी मांग पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि हम भी मंगलवार का व्रत रखते हैं तो क्या हम उस दिन अपना सारा काम रोक देंगे या रोक देना चाहिये। एक प्रकार से मुस्लिमों के तुष्टीकरण की होड़ लगातार जारी है। यह विरोधी दल न सुधरे हें और न हीं सुधरेंगें। यही कारण है कि देश व प्रदेश के हिंदू समाज को लगातार जागते रहना होगा। वर्तमान परिस्थितियों में जरा सी चूक हिंदू समाज के लिए घातक हो सकती है। यह सभी दल अभी भी भारी पराजय की आग में अंदर ही अंदर जल रहे हैं, झुलस रहे है। सरकार को बदनाम करने व छवि बिगाड़ने की साजिशें लगातार की जा रही हैं। चाहे वह आलू कांड हो या फिर तेजी से बढ़ रहे अपराध। अभी कई घटनाओं मे इन्हीं दलों की साजिशों की पर्दाफाश होने वाला है। अतः हिंदू समाज व प्रशासन को सतर्क रहना होगा।

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