मुजफ्फरनगर से लश्कर-ए-तैयबा को फंडिंग करने वाले संदिग्धों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने किया गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर से लश्कर-ए-तैयबा को फंडिंग करने वाले संदिग्धों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने किया गिरफ्तार
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नई दिल्लीः NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) ने आतंकी संगठन (LeT) लश्कर-ए-तैयबा को फंडिंगे के सिलसिले मे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के दो संदिग्ध हवाला कारोबारियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान दिनेश गर्ग उर्फ अंकित गर्ग और अदीश कुमार जैन के रूप में हुई है और वे हवाला कारोबारी के रूप में काम कर रहे थे.
NIA. (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) के प्रवक्ता ने बताया इस मामले में पुलिस अब तक सात लोगों को हिरासत में ले चुकी है.
NIA. (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) के प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने तीन फरवरी को मुजफ्फरनगर में दोनों के परिसरों में छापेमारी की थी. उन्होंने बताया कि आरोपी सऊदी अरब मे भारतीय सोने के स्मगलरों साथ टेलीफोन पर सम्पर्क मे थे. NIA. (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) ने दोनों के घरों से करीब 48 लाख रुपये की नकदी, लैपटाप, कई मोबाइल और हथियार बरामद करने का दावा किया है.
गौरतलब है कि NIA. (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) ने बुधवार को उत्तराखंड से एक हवाला संचालक को गिरफ्तार किया था, जो देश में आतंकवादी गतिविधियों के टेरर फन्डिग के लिए लश्कर-ए-तैयबा के काम कर रहा था. NIA. (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) ने बताया था कि अब्दुल समद को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया था और एनआईए अदालत के समक्ष पेश किया गया. अदालत ने उससे पूछताछ के लिए एजेंसी को छह दिनों की इजाजत दे दी थी.
NIA. (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) के प्रवक्ता ने बताया कि समद को देश भर में चल रही लश्कर की गतिविधियों की जांच के तहत गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने कहा कि समद प्रमुख हवाला संचालकों में एक है, जो उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में इसे संचालित करता है. वह सऊदी अरब में अपने चचेरे भाई के जरिए एलईटी के वित्त वाहक के तौर पर काम कर रहा था.
NIA. (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) का दावा है कि समद ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हवाला संचालकों के जरिए 2017 में 350,000 रुपये जुटाए थे. इस नकदी को सह आरोपी शेख अब्दुल नईम उर्फ सोहेल खान को दिया था, जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद का निवासी है. सोहेल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है.

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