विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों में भी नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न करायी जायेगी :- डा0 दिनेश शर्मा

विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों में भी नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न करायी जायेगी :- डा0 दिनेश शर्मा

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने कहा है कि यूपी बोर्ड की परीक्षा को नकल विहीन सम्पन्न कराने की तैयारी पूर्ण कराने के बाद अब राज्य सरकार विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों की भी परीक्षा नकल विहीन सम्पन्न कराने के लिए कृत संकल्प है। सी.सी.टी.वी. युक्त महाविद्यालयों को ही परीक्षा केन्द्र बनाया जायेगा तथा जिन महाविद्यालयों की प्रबन्ध समिति में विवाद है, उन्हें वर्ष 2018 में परीक्षा केन्द्र नहीं बनाया जायेगा।
उप मुख्यमंत्री आज यहां योजना भवन में राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान ये निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी कुलपति जिला प्रशासन के साथ बैठक कर नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए कृत संकल्प है। सी.सी.टी.वी. युक्त महाविद्यालयों को ही परीक्षा केन्द्र बनाया जायेगा तथा जिन महाविद्यालयों की प्रबन्ध समिति में विवाद है, उन्हें वर्ष 2018 में परीक्षा केन्द्र नहीं बनाया जायेगा।
उप मुख्यमंत्री आज यहां योजना भवन में राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान ये निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी कुलपति जिला प्रशासन के साथ बैठक कर नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए कार्य योजना तैयार कर लें। उन्होंने कहा कि केन्द्रों के निर्धारण में पूरी पारदर्शिता तथा एकरूपता होनी चाहिए। केन्द्र निर्धारण में सबसे पहले राजकीय महाविद्यालयों तथा उसके बाद अशासकीय महाविद्यालयों को वरीयता दी जानी चाहिए। अंतिम विकल्प के रूप में ही स्वच्छ छवि वाले स्ववित्त पोषित महाविद्यालय को केन्द्र बनाया जाय। सभी कुलपति परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षा केन्द्रों का मानक के अनुरूप भौतिक सत्यापन अवश्य करा लें। राजनैतिक व प्रशासनिक दबाव में किसी भी दशा में परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण न हो। संवदेनशील महाविद्यालयों की सूची जिला प्रशासन को पहले ही उपलब्ध करा दी जाय ताकि आवश्यकतानुसार पुलिस फोर्स की व्यवस्था की जा सके। राज्य विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों में स्वकेन्द्र के स्थान पर यथा सम्भव निकटतम महाविद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाया जाय लेकिन छात्राओं के लिए स्वकेन्द्र प्रणाली लागू रहेगी। प्रयास यह हो कि 8 कि.मी. से अधिक दूर विद्यार्थियों को परीक्षा देने न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि एक प्रबन्धक द्वारा संचालित एक से अधिक महाविद्यालयों के छात्रों का परीक्षा केन्द्र उसी प्रबन्धक के अधीन संचालित अन्य महाविद्यालयों पर किसी भी दशा में न बनाया जाय। उप मुख्यमंत्री ने वर्ष 2018 से आन लाइन अंक पत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालय आगामी 15 जून तक सभी परीक्षा परिणाम अनिवार्य रूप से घोषित कर दें तथा 10 जुलाई से सभी महाविद्यालयों में पठन-पाठन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाय। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूर्ण कर ली जाय तथा शैक्षिक कैलण्डर का निर्धारण शीघ्र कराया जाय, जिससे छात्रों को यह पहले से ही पता हो कि कब पढ़ाई तथा कब परीक्षा सम्पन्न होगी। उन्हेांने कहा कि विश्वविद्यालयों में नामांकन, शिक्षण व परीक्षा प्रणाली को कम्प्यूटरीकृत व आन लाइन कराया जाय।
वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के दौरान अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा संजय अग्रवाल, सचिव उच्च शिक्षा रमेश मिश्र के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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